ये है खलिस्तान आतंकी परमजीत, पाकिस्तान से लाया था हथियारों का जखीरा
जोधपुर.एसीजेएम कोर्ट बाड़मेर में 13 जून की सुबह 7 बजे एक आवाज लगाई जाएगी- परमजीत सिंह पम्मा हाजिर हो...। यह आवाज पम्मा सुन ही नहीं पाएगा क्योंकि वह हाजिर ही नहीं होगा। तब राजस्थान एटीएस की टीम प्रोसिक्यूशन के साथ जवाब देगी कि जज साहब वह नहीं आएगा क्योंकि पुर्तगाल सरकार ने उसे छोड़ दिया है और भारत सरकार फांसी नहीं देने और उम्रकैद की सजा नहीं सुनाने का लिखित वादा करके भी उसे लाने में नाकाम रही।
- यह पम्मा 2009 में बाड़मेर के रास्ते पाकिस्तान से आए हथियारों व विस्फोटक का जखीरा भिजवाने का मुख्य आरोपी है और उसे इंग्लैंड में उसे राजनीतिक शरण मिली हुई है।
ब्लू स्टार की बरसी: फिर लगे खलिस्तान जिंदाबाद के नारे, तैनात हैं 8000 जवानआतंकी गतिविधियों में शामिल था सिराजुद्दीन, NIA ने पेश की चार्जशीटMOCK DRILL: एयरपोर्ट पर आतंकी हमले को ऐसे किया पुलिस ने नाकाम
- पंजाब में भी उसके खिलाफ तीन वारंट जारी हो रखे हैं। पंजाब व राजस्थान की एटीएस टीम तीन महीने पहले पुर्तगाल जाकर उसे लाने का प्रयास कर चुकी है।
- कोशिश नाकाम रही, मगर अब भारत सरकार का गृह मंत्रालय उसे इंग्लैंड सरकार से बात कर प्रत्यर्पण कराने का प्रयास कर रहा है।
- पम्मा के साथ पाकिस्तानी तस्कर आलिया, फोटिया, पन्नू व वदवासिंह के साथ अमृतसर का हरजोतसिंह भी वांटेड है।
- पाकिस्तान में होने के कारण इन अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई और हरजोत को भी पंजाब-राजस्थान की एटीएस एक महीने से तलाश रही है।
कौन है पम्मा? राजस्थान को क्यों चाहिए
- खालिस्तानी आतंकी है परमजीतसिंह पम्मा। कई सालों से वह इंग्लैंड में शरण लिए हुए है।
- उसने वहीं से 2009 में पाकिस्तान की एजेंसी आईएसआई से संपर्क कर पंजाब में आतंकी घटना के लिए बॉर्डर पार से 9 किलो आरडीएक्स, 8 पिस्टल, 400 कारतूस व डेटोनेटर का जखीरा भारत भिजवाया था।
- इस मामले में पम्मा की गिरफ्तारी होनी बाकी है।
- कोर्ट ने वारंट जारी कर रखा है और 13 जून को उसे हाजिर होने का नोटिस जारी किया हुआ है।
अब आगे भारत यह मांग इंग्लैंड से करेगा
- एटीएस के एएसपी शांतनू कुमार ने बताया कि पुर्तगाल सरकार ने पम्मा के प्रत्यर्पण के लिए इंग्लैंड सरकार से बात करने काे कहा है।
- इसलिए गृह मंत्रालय नए सिरे से उसके प्रत्यर्पण की फाइल चला रहा है।
- पम्मा के साथ पंजाब के अमृतसर का आतंकी हरजोत सिंह भी फरार है, उसकी गिरफ्तारी के लिए एटीएस की एक टीम पिछले महीने पंजाब भेजी थी, परंतु वह नहीं मिला।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें