मजबूत होगा सरहदी जिले जैसलमेर का सुरक्षा तंत्र
इसके साथ ही जिले में ऊर्जा उत्पादन को गति मिलने के बाद पवन और सौर उर्जा के प्लांट में चोरी की घटनाओं से लेकर अन्य कई तरह के अपराध बढ़ने आरम्भ हो गये थे। इन्हीं बढ़ते अपराधों पर रोक लगाने के लिये राज्य सरकार ने जिले की पुलिस को संसाधन और नफरी उपलब्ध करवाएं है ताकि लम्बे-चौड़े भू भाग में फैले जिले में अपराधों को रोका जा सके।
बता दें कि जैसलमेर जिले की रेगिस्तान से लगती पाकिस्तानी सीमा पर हर वक्त खतरा बना रहता है। जिले की इसी आंतरिक सुरक्षा को सुदृढ़ करने के लिये राज्य सरकार ने जैसलमेर जिले की पुलिस को बलशाली बनाने के प्रयास किये हैं। इसी प्रकार ऊर्जा का हब बन रहे जैसलमेर में पवन और सौर उर्जा कंपनियों के साथ कई बाहरी लोग जिले में आकर बस गये हैं जिसके चलते अपराधों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है।
ऐसे में इन अपराधियों से निपटने और ऊर्जा संयत्रों से तार व अन्य सामग्री की चोरी करने वाले चोरों पर अंकुश लगाना भी जैसलमेर पुलिस के लिये बड़ी चुनौती है।
जिला पुलिस अधीक्षक राजीव पचार की मानें तो अब जैसलमेर में पुलिस के पास पर्याप्त साधन है और स्वीकृत पदों के बराबर पुलिसकर्मी भी जल्द ही जैसलमेर के पुलिस बेड़े को मिलने वाले हैं। साथ ही पुलिस को आधुनिक हथियारों के साथ नई तकनीक से सुसज्जित वाहन भी उपलब्ध करवाये गये हैं ताकि लम्बे-चौड़े भूभाग में फैले रेगिस्तानी जिले के हर इलाके तक पहुंच बनाई जा सके।
पचार ने बताया कि अगले तीन महीने में जैसलमेर पुलिस के पास स्वीकृत पदों के बराबर नफरी हो जायेगी जिसमें 150 कॉन्स्टेबल ने किशनगढ़ पुलिस ट्रेनिंग सेन्टर में प्रशिक्षण लिया है और इतने ही लोग नीमच अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। अन्य संसाधनों की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस मुख्यालय ने जैसलमेर को अच्छी मात्रा में रिसोर्सेज पिछले एक साल में उपलब्ध करवाये हैं जिसमें विभिन्न प्रकार की आधुनिक गाड़ियां और कई प्रकार के आधुनिक हथियार हैं।
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