जैसलमेर के तेजेस कुमार बिस्सा भारतीय सेना में आॅफीसर के रुप में चयनित
जैसलमेर, राष्ट्रीय सुरक्षा व कर्तव्य पराणियता के साथ देश सुरक्षा के जज्बे की भावना में हमेशा आगे रहने वाले सीमावर्ती जैसलमेर जिले के नाम के साथ एक और नये वीर सैनानी का नाम जुड़ गया हैं। देश के लिए स्वर्सव न्यौछावर व त्याग की भावना को लेकर जैसलमेर के तेजेस कुमार बिस्सा एक लाल ने भारतीय सेना में आॅफीसर के रुप में चयनित होकर एक मिशाल कायम की हैं।
दो दिन पूर्व 11 जून को देहरादून को स्थित इंडियन मिल्ट्री एकेडमी में पासिंग आउट समारोह में जैसलमेर के एक मात्र सैन्य आॅफीसर तेजेस कुमार बिस्सा के रुप में चयनित होने पर शहर में खुशी की लहर दौड़ गई हैं। तेजेस बिस्सा का चयन चार गोरखा राईफिल में लेफिटेंट के पद पर नियुक्ति होने के बाद उसके निवास पर बधाईयों का तांता लगा हुआ हैं। घर में खुशी का माहौल हैं। बिस्सा की इस उपलब्धि ने ना केवल जैसलमेर को गौरवान्वित किया हैं वरन प्रदेश का नाम भी रोशन किया हैं।
अपने पुत्र तेजेस की इस उपलब्धि को लेकर उनके पिता मदन मोहन बिस्सा काफी फूले नही समा रहे हैं। वे कहते हैं तेजेस ने उनके परिवार का नाम उचा करने के साथ जैसलमेर को गौरवान्वित किया हैं। अपने पुत्र की उपलब्धि पर गर्व हैं।
तेजेस के पिता मदन मोहन और माता आशा इस मौके पर देहरादून पर मौजूद थे, तथा जब वे दोनो अपने पुत्र के कंधो पर जब सेना अधिकारी बनने का बेच लगा रहे थे तब उनकी आंखो में खुशी के आंसू थे तथा पिता का सीना चैड़ा हो रहा था।
मदन मोहन ने बताया कि उनका बेटा शुरुआत से ही मेहनती व देश प्रेम की भावना से ओतप्रोत था। बचपन से ही उसमें देश सेवा के लिए सेना में भर्ती होने की भावना थी। उसकी इच्छा को देखते हुवें जनवरी 2004 में सैनिक स्कूल चितोढ़गढ़ में प्रवेश परीक्षा में भाग लिया तथा जोधपुर के मिल्ट्री स्कूल की विभिन्न परीक्षाओं में हिस्सा लेता रहा। इसके अलावा जून 2015 में भारतीय वायुसेना की परीक्षा में वो उर्तीण हुआ था, उसे वहां से भी फ्लाईंग आॅफीसर के लिए काॅल लेटर आया था, उसके अलावा भारतीय नौसेना की परीक्षा में उर्तीण होने के बाद उसे वहां से बुलावा आया था, लेकिन तेजेस की इच्छा भारतीय सेना जोईन करने की थी।
उन्होने बताया कि तेजेस ने 1 जुलाई 2015 को इंडियन मिल्ट्री अकादमी देहरादून में प्रवेश कर जेन्टलमेन केडेट का कोर्स शुरु किया था तथा 11 जून 2016 को सेना में कमीसन मिला तथा उसकी नियुक्ति 4 गोरखा राईफ्ल्स में लेफिटनेंट के पद पर हुई।
पिता कहते हैं कि तेजेस काफी होनहार व टेकनीकल रुप में भी काफी बुधिमान हैं, उसे कई निजी कंपनियों ने भी अपना आॅफीसर की नियुक्ति के लिए काॅल किया था। इसके अलावा वह राजस्थान में मेकिनकल इंजीनयर शाखा में 2015 में टाॅपर रहा था। शिक्षा के साथ-साथ वह बास्केटबाॅल का भी अच्छा खिलाड़ी हैं। उसने कई बार सैंड पाॅल स्कूल की तरफ से भी राजस्थान जोन में खेल में प्रतिनिधित्व किया था।
जैसलमेर, राष्ट्रीय सुरक्षा व कर्तव्य पराणियता के साथ देश सुरक्षा के जज्बे की भावना में हमेशा आगे रहने वाले सीमावर्ती जैसलमेर जिले के नाम के साथ एक और नये वीर सैनानी का नाम जुड़ गया हैं। देश के लिए स्वर्सव न्यौछावर व त्याग की भावना को लेकर जैसलमेर के तेजेस कुमार बिस्सा एक लाल ने भारतीय सेना में आॅफीसर के रुप में चयनित होकर एक मिशाल कायम की हैं।
दो दिन पूर्व 11 जून को देहरादून को स्थित इंडियन मिल्ट्री एकेडमी में पासिंग आउट समारोह में जैसलमेर के एक मात्र सैन्य आॅफीसर तेजेस कुमार बिस्सा के रुप में चयनित होने पर शहर में खुशी की लहर दौड़ गई हैं। तेजेस बिस्सा का चयन चार गोरखा राईफिल में लेफिटेंट के पद पर नियुक्ति होने के बाद उसके निवास पर बधाईयों का तांता लगा हुआ हैं। घर में खुशी का माहौल हैं। बिस्सा की इस उपलब्धि ने ना केवल जैसलमेर को गौरवान्वित किया हैं वरन प्रदेश का नाम भी रोशन किया हैं।
अपने पुत्र तेजेस की इस उपलब्धि को लेकर उनके पिता मदन मोहन बिस्सा काफी फूले नही समा रहे हैं। वे कहते हैं तेजेस ने उनके परिवार का नाम उचा करने के साथ जैसलमेर को गौरवान्वित किया हैं। अपने पुत्र की उपलब्धि पर गर्व हैं।
तेजेस के पिता मदन मोहन और माता आशा इस मौके पर देहरादून पर मौजूद थे, तथा जब वे दोनो अपने पुत्र के कंधो पर जब सेना अधिकारी बनने का बेच लगा रहे थे तब उनकी आंखो में खुशी के आंसू थे तथा पिता का सीना चैड़ा हो रहा था।
मदन मोहन ने बताया कि उनका बेटा शुरुआत से ही मेहनती व देश प्रेम की भावना से ओतप्रोत था। बचपन से ही उसमें देश सेवा के लिए सेना में भर्ती होने की भावना थी। उसकी इच्छा को देखते हुवें जनवरी 2004 में सैनिक स्कूल चितोढ़गढ़ में प्रवेश परीक्षा में भाग लिया तथा जोधपुर के मिल्ट्री स्कूल की विभिन्न परीक्षाओं में हिस्सा लेता रहा। इसके अलावा जून 2015 में भारतीय वायुसेना की परीक्षा में वो उर्तीण हुआ था, उसे वहां से भी फ्लाईंग आॅफीसर के लिए काॅल लेटर आया था, उसके अलावा भारतीय नौसेना की परीक्षा में उर्तीण होने के बाद उसे वहां से बुलावा आया था, लेकिन तेजेस की इच्छा भारतीय सेना जोईन करने की थी।
उन्होने बताया कि तेजेस ने 1 जुलाई 2015 को इंडियन मिल्ट्री अकादमी देहरादून में प्रवेश कर जेन्टलमेन केडेट का कोर्स शुरु किया था तथा 11 जून 2016 को सेना में कमीसन मिला तथा उसकी नियुक्ति 4 गोरखा राईफ्ल्स में लेफिटनेंट के पद पर हुई।
पिता कहते हैं कि तेजेस काफी होनहार व टेकनीकल रुप में भी काफी बुधिमान हैं, उसे कई निजी कंपनियों ने भी अपना आॅफीसर की नियुक्ति के लिए काॅल किया था। इसके अलावा वह राजस्थान में मेकिनकल इंजीनयर शाखा में 2015 में टाॅपर रहा था। शिक्षा के साथ-साथ वह बास्केटबाॅल का भी अच्छा खिलाड़ी हैं। उसने कई बार सैंड पाॅल स्कूल की तरफ से भी राजस्थान जोन में खेल में प्रतिनिधित्व किया था।
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