सोमवार, 6 जून 2016

बाड़मेर। बाड़मेर में दुर्दशा की शिकार जैसलमेरी पत्थर की छतरियां

बाड़मेर। बाड़मेर में दुर्दशा की शिकार जैसलमेरी पत्थर की छतरियां


बाड़मेर। शहर में सौन्दर्यीकरण को बनाए रखने के लिए करीब 13 वर्ष पूर्व मुख्य डिवाइडरों पर जैसलमेरी पत्थर की कलात्मक छतरियां लगाई थी। लेकिन अब देख-रेख के अभाव में कई छतरियां धराशायी हो गई हैं। नगर परिषद ने इनकी मरम्मत की कोई योजना नहीं बनाई है।

वर्ष 2003 में तत्कालीन नगर पालिका की ओर से शहर में डिवाइडरों पर जैसलमेरी पत्थर की कलात्मक छतरियां लगाई गई। इससे रॉय कॉलोनी सहित संबंधित क्षेत्र में सुन्दरता नजर आती थी, लेकिन नगर परिषद ने इन्हें लगाने के बाद ध्यान देना बंद कर दिया। वाहनों की टक्कर से एक-एक कर छतरियां धराशायी होती गई और इनके पत्थर सड़क पर गिर गए। इसको लेकर नगर परिषद की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया गया।


बाड़मेर में दुर्दशा की शिकार जैसलमेरी पत्थर की छतरियां

यहां लगी थी छतरियां
रेलवे स्टेशन रोड, रॉय कॉलोनी रोड व स्नातकोत्तर महाविद्यालय रोड पर छतरियां लगाई गई थी। एक छतरी की कीमत 11 हजार रुपए थी। करीब 5.50 लाख रुपए इन छतरियों पर खर्च किए गए थे।




डिवाइडरों की होगी मरम्मत
जानकारी के अनुसार अभी नगर परिषद की ओर से शहर के टूटे डिवाइडरों की मरम्मत के लिए निविदाएं जारी की है। लगभग 8 लाख रुपए की जारी निविदाओं से शहर के विभिन्न डिवाइडरों की मरम्मत की जाएगी। छतरियों को लेकर अभी कोई निर्णय नहीं किया गया है।




हादसे को दे रहे न्योता
छतरियों के अवशेष डिवाइडर व सड़क पर इधर-उधर बिखर गए हैं। कई बार छतरियों के अवशेष लुड़क कर सड़क पर आ जाते हैं। इससे आवागमन के दौरान हादसे का अंदेशा बना रहता है।


योजना अनुसार करवाएंगे मरम्मत
टूटी छतरियों की जानकारी लेकर योजनानुसार मरम्मत संबंधी कार्य करवाया जाएगा।

लूणकरण बोथरा, सभापति, नगर परिषद बाड़मेर

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