शिव / बाड़मेर। पत्नी ने शिक्षक के साथ मिल करवाया पति का अपहरण!
शिव / बाड़मेर । क्षेत्र की बीसू कला ग्राम पंचायत के राजस्व ग्राम पुषड़ के उप स्वास्थ्य केंद्र से 30 मई को तड़के अपहृत एएनएम का पति 6 दिन बाद शनिवार शाम बाड़मेर के नजदीक सफेद आकड़ा के पास हाथ-पैर व मुंह बंधी हुई हालत में मिला। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची सदर थाना पुलिस ने युवक को शनिवार को ही शिव पुलिस को सुपुर्द कर दिया था। पूछताछ में युवक की ओर दिए गए बयान में युवक ने आरोप लगाया कि उसका अपहरण उसकी एएनएम पत्नी रूपों देवी व पेशे से शिक्षक उंदरड़ी (गुड़ामालानी) निवासी दलाराम पुत्र मोबताराम विश्राई की मिलीभगत से ही होना प्रतीत हो रहा है।
छत से उठा ले गए अपहर्ता
पुलिस के अनुसार अपहृत युवक मोहनलाल विश्रोई ने आपबीती सुनाते हुए बताया कि उसके व पत्नी के बीच अनबन चल रही थी। गत 29 मई की रात को वह अपनी पत्नी रूपोंदेवी व बेटी खुशी के साथ पुषड़ स्थित उप स्वास्थ्य कें द्र की छत पर हमेशा की तरह सो रहा था। देर रात 2 से 3 बजे के बीच अचानक तीन नकाबपोश युवक उप स्वास्थ्य केंद्र की छत पर आ गए। आते ही उन तीनों ने उसकी आंखों व मुंह को बांधकर उसे उठाकर नीचे खड़ी गाड़ी में डाल दिया और गाड़ी को लगातार 5-6 घंटे तक चलाए रखा।
कमरे में डाल दिया
आरोपितों ने उसे किसी अज्ञात स्थान पर एक कमरे में डाल दिया। उसकी आंखों की पट्टी खोली तो उसे सामने तीन युवक नजर आए। जिनके चेहरे नकाब से ढके हुए थे तथा आंखों पर चश्मे पहने हुए थे। युवक के अनुसार उनकी बोली विश्राई समुदाय से मेल खाती लग रही थी।
तीन दिन बंधक बनाकर रखा
उसने बताया कि अपहर्ताओं ने उसे कमरे में लगातार तीन दिन तक बंधक बनाकर रखा। इस दौरान उसे नियमित पानी व चार बार खाना भी उपलब्ध कराया गया। उसके हाथ में पहनी सोने की अंगूठी भी आरोपितों ने निकाल ली। इसके बाद 3 जून को 10 बजे उसे एक बंद बॉडी की बोलरो गाड़ी, जिसकी पिछली सीटें निकाली हुई थी, वहां पर फिर हाथ-पैर, आंखें व मुंह बांधकर डालने के बाद गाड़ी को रवाना कर दिया। और दिन भर गाड़ी चलती रही। दिन में गाड़ी दो-तीन जगह रुकी भी, मगर उन स्थानों के बारे में उसे कोई पता नहीं चल सका।
महाबार रोड पर छोड़ा, नहीं की मारपीट
उसके बाद रात के करीब 3-4 बजे उसी हालत में उसे बाड़मेर से पहले महाबार रोड पर सफेद आकड़ा के पास गाड़ी से नीचे सड़क पर ही उतारकर आरोपित वहां से चले गए। उसने बताया कि अपहर्ताओं ने उसके साथ कोई मारपीट नहीं की। उसके बाद राह चलते किसी व्यक्ति की उस पर नजर पड़ी तो उसने सदर पुलिस को सूचित किया। जिस पर सदर पुलिस ने उसके हाथ-पैर, मुंह व आंखों पर बंधी पट्टी खोलकर उसे शिव पुलिस के हवाले किया। पुलिस ने युवक के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की। गौरतलब है कि इस सबंध में अपहृत युवक के पिता रामलाल विश्रोई ने 31 मई को शिव थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज करवाई थी।
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