बुधवार, 22 जून 2016

जैसलमेर गड़ीसर सरोवर पर सरकार की उपेक्षा



जैसलमेर  गड़ीसर सरोवर पर सरकार की उपेक्षा
जैसलमेर ।  । जनता और जनप्रतिनिधियों को भी कुछ कार्य करना होगा । इसकी क्रियान्विति के लिए सरकारी सिस्टम को अपना कर्तव्य निभाना होगा । तभी यह सरोवर बचेगा और, स्वर्णनगरी निखरेगी और स्वर्णनगरी निखरेगी तो यहां पर पर्यटन भी बढ़ेगा । अस्तु ।

  गड़ीसर के अस्तित्व को बचाने के लिए पिछले दस रोज से अपनी रचनात्मकता उर्जा के जरिए सरोवर के हालात पर फोकस करने का सराहनीय प्रयास किया है जिसे राजस्थान सरकार के एक तंत्र नगरपरिषद द्वारा गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। यह कहना गलत नहीं होगा कि नगरपरिषद द्वारा आज तक जैसलमेर के मुख्य सरोवर की उपेक्षा की गई है जबकि मुख्यमंत्री का जल स्वावलंबन अभियान जोर शोर से चलाया जा रहा है । ताज्जुब की बात है कि यह गड़ीसर सरोवर के व्यावसायीकरण से इस सरोवर से नगरपरिषद को अच्छी खासी आय भी हो रही है लेकिन सरोवर का पैसा सरोवर पर नहीं लग रहा है तो फिर राज्य सरकार अपना धन लगाना दूर की बात होती है ।

नप ने सरोवर के विकास का किया किनारे
जैसलमेर नगरपरिषद द्वारा गड़ीसर सरोवर की उपेक्षा से इस क्षेत्र का विकास अवरू़द्ध हो रहा है । क्षेत्र के पार्षद ने जनता के विश्वास को बरकरार रखने के लिए भरसरक प्रयास किए लेेकिन उनके प्रयासों का दबाने का प्रयास भी किया जा रहा है । जानकारी अनुसार हाल में नगरपरिषद द्वारा विकास के लिए निविदाएं निकाली गई लेकिन उसमें गड़ीसर सरोवर के लिए कोई निविदा नहीं थी जबकि क्षेत्र के पार्षद द्वारा गड़ीसर सरोवर के विकास के लिए योजना और एनआईटी भी प्रस्तुत कर दी । सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि राजनीतिक लड़ाई में जानबूझ कर इस क्षेत्र के विकास के लिए प्रस्तावों पर विचार नहीं किया और स्वीकृति के बावजूद भी एनआईटी पास नहीं कर निविदाएं नहीं निकाली । गड़ीसर सरोवर व समूचे क्षेत्र की उपेक्षा से जनता में रोष है ।

आज विकास की बैठक का क्या होगा

जानकारी अनुसार आज 22 जून को नगरपरिषद में विकास समिति की बैठक आयोजित की जानी प्रस्तावित है जिसका परिणाम गड़ीसर सरोवर के विकास में सहायक सिद्ध होगा या नहीं यह अभी भविष्य के गर्त में है । इस बैठक के होने पर भी संशय है क्योंकि जानकारी में आया है कि नगरपरिषद आयुक्त और कुछ राजनीतिक गुटबाजी के सदस्य इस मिटिंग को येन केन प्रकारण स्थगति करवाना चाहते हैं । कयास किया जा रहा है कि मिटिंग में विकास कमेटी के अध्यक्ष उपस्थित ही नहीं होंगे ।

पत्रिका अभियान से पार्षद में आया जोश

गड़ीसर सरोवर के पार्षद मोहन परिहार के अनुसार वे शुरू से ही गड़ीसर सरोवर के विकास को लेकर कटिबद्ध है । गड़ीसर ही नहीं अपितु क्षेत्र के विकास हेतु जनता ने उन्हें चुना है जिसके लिए वे भरसक प्रयास करेंगे । गड़ीसर सरोवर सहित क्षेत्र के विकास के लिए आज होने वाली विकास कमेटी की बैठक में मुद्दा उठाऐंगे और कार्यों के लिए एनआईटी पास करवाने का प्रयास कराऐंगे । अब देरी हुई तो फिर तो जनता के विश्वास के लिए लोकतांत्रिक

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