जैसलमेर शहर के बीच लगे मोबाइल टावर नहीं हटे, स्वास्थ्य और सौन्दर्य पर हो रहा है बुरा असर
जैसलमेर । शहर के सौन्दर्य और शहरवासियों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे मोबाइल टावरों को हटाने की कार्रवाई नहीं हो रही है । तीन साल पहले मोबाइल टावरों को हटाने की कवायद केवल खबरें ही बन सकी, धरातल पर कोई कार्य नहीं हुआ । लम्बे समय से चल रही प्रक्रिया पर प्रशासन ने सख्त रवैया नहीं अपनाया, टावर हटाने के निर्देश धरे के धरे रह गए और ये मोबाइल टावर आज भी मुंह चिढ़ा रहे हैं । गौरतलब है कि स्वर्णनगरी में शहर के बीचो बीच करीब एक दर्जन टावर लगे हुए हैं जो शहर के सौन्दर्यकरण पर तो दाग साबित हो रहे हैं और साथ ही शहरवासियों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहे हैं ।
मोबाइल टावर बढ़ा रहे रेडिएशन का खतरा
माइक्रोवेव रेडिएशन के कारण इन दिनों आम आदमी और बश्चों में चिड़चिड़ापन और सिरदर्द की शिकायत आम बात हो गई है। इसे लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, लेकिन यह मानव स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है। घर में रखे टीवी, सेलफोन या माइक्रोवेव ओवन जैसे उपकरणों से भी थोड़ी बहुत रेडिएशन की समस्या होती है, लेकिन सबसे श्यादा परेशानी मोबाइल टावरों से होती है। इन टावरों से होने वाला रेडिएशन सेहत के लिए काफी खतरनाक है। इसके अलावा इन टावरों के संचालन के लिए लगाए गए जेनरेटर से निकलने वाले कार्बन मोनोआक्साइड वायु प्रदूषण के लिए खतरनाक है। इसके लिए केंद्र सरकार, पर्यावरण विभाग और कोर्ट ने भी कई निर्देश जारी किए। लेकिन टेलीकॉम कंपनियों द्वारा नियमों का अनुपालन नहीं किया जा रहा है। शहर में घरों और होटलों की छत, स्कूलों के बगल में और घनी आबादी में मोबाइल टावर लगे हुए हैं। यह मानव जाति सहित पशु पक्षियों के लिए भी खतरनाक साबित हो रहे हैं।
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