सोमवार, 20 जून 2016

दरोगा थाने में महिला से करवा रहा था मसाज, जाने आगे क्‍या हुआ

दरोगा थाने में महिला से करवा रहा था मसाज, जाने आगे क्‍या हुआ
थाने में ही दरोगा ने महिला से करवाया मसाज।

हरदोई.यहां के कोतवाली शहर के दरोगा ने कुछ दिन पहले एक महिला से थाने में ही मसाज कराना शुरू कर दिया। इस दौरान किसी ने इनकी फोटो कैमरे में कैद कर ली। फिर व्‍हाट्सएप पर डाल दिया। सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होते ही पुलिस महकमे में खलबली मच गई। मामला तूल पकड़ता देख रविवार को एसपी ने आरोपी दरोगा को सस्‍पेंड कर दिया। आगे पढ़िए क्‍या है पूरा मामला…

-जानकारी के अनुसार, महिला अपनी किसी शिकायत को लेकर कोतवाली शहर पहुंची थी।

-इसके बाद दरोगा संजय यादव उससे अपनी बॉडी में तेल मालिश करवाने लगे।

-इनके इस कारनामे को किसी ने कैमरे में कैद कर लिया। इसके बाद उनकी फोटो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।

-सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होते ही पुलिस की किरकिरी होने लगी। मामला तूल पकड़ता देख एसपी उमेश कुमार सिंह ने आरोपी दरोगा को सस्‍पेंड कर दिया।

क्‍या कहती है महिला

-दरोगा को तेल मालिश करने वाली बुजुर्ग महिला सुरसा थानाक्षेत्र के देवरिया गांव की रहने वाली है। ये इलाके में बुद्धे के नाम से जानी जाती है।

-बुद्धे के अनुसार, वह पति रामकुमार की मौत के बाद से जड़ी-बूटी के जरिए लोगों के दर्द का इलाज करती है और अपने घर का पालन-पोषण करती है।

-वह 6 दिन पहले रिश्‍तेदार में देवर लगने वाले समले (चौकीदार) के कहने पर दरोगा को जड़ी-बूटी वाली दवा देने गई थी।

-इस दौरान दरोगा ने इस दवा को लगाने का तरीका पूछा तो वह उन्‍हें दवा लगाने लगी। इसी दौरान किसी ने फोटो खिंचकर वायरल कर दिया।

13 जून को सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी फोटो

-दरोगा की थाने के अंदर मसाज वाली यह फोटो 13 जून को सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी।

-लोगों ने इस फोटो को प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों तक भेज दिया।

-इसके बाद एसपी उमेश कुमार सिंह ने मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक को सौंपी गई थी।

-मामले में लगातार हंगामा बढ़ते देखकर एसपी को दरोगा संजय यादव को सस्‍पेंड करना पड़ा।

क्‍या कहते हैं एसपी

-एसपी उमेश कुमार सिंह ने बताया कि अभी तक जानकारी में आया है कि दरोगा को तेल मालिश करने वाली महिला उम्रदराज है।

-यह थाना सुरसा की रहने वाली है और यह जड़ी-बूटियों से नस का इलाज करती है।

-एसआई संजय यादव ने उन्‍हें बुलाया था। वह एक व्‍यक्‍ति के साथ आई थी और एसआई को दवा लगाकर बता रही थी।

-महिला कोई न तो आवेदक है और न ही पीड़िता। यह केवल विशेष रूप से एसआई के नस का इलाज करने आई थी।

-चूकि एसआई का यह तरीका लगत था, जो पुलिस के लिए उचित नहीं है। इसलिए उसे सस्‍पेंड कर दिया गया है।

-इसके अलावा जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उसके अनरूप कार्रवाई की जाएगी।

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