पंलग के नीचे रखी थी पति की लाश, ऊपर प्रेमी संग पत्नी बिता रही थी रात
खंडवा/इंदौर। इंदौर रोड स्थित बलखड़पुरा में एक खेत में जले हुए मानव कंकाल के अवशेष मिलने के मामले में पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई है। जांच में अवैध संबंधों के कारण हत्या होना सामने आया है। पूछताछ में पत्नी और उसके प्रेमी (जिसे वह मुंहबोला भाई बताती थी) ने कई चौंकाने वाले राज पुलिस को बताएं हैं। सूत्रों की माने तो पति की हत्या के बाद पत्नी ने प्रेमी का शव पंलग के नीचे लिटा दिया था और प्रेमी के साथ रातभर उसी कमरे में रही। पढ़ें, पति-पत्नी और वो की कहानी...
16 जून को खबर प्रकाशित होने के बाद मृतक के खरगोन जिले के बागदरी गांव से परिजन छैगांव माखन थाने पहुंचे। उन्होंने पुलिस से कहा साहब ये देखो दैनिक भास्कर में खबर छपी है। हमारा बेटा नाहरसिंह पिता सरदारसिंह 14 मई से लापता है। उसका अब तक कोई पता नहीं चला। वह भी अग्रवाल ओवरसीज के पीछे क्वाॅर्टर में अपने बच्चों व पत्नी के साथ रहता है। पुलिस ने मामले की गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू की। पुलिस ने पत्नी और उसके प्रेमी को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया पूछताछ में दोनों ने जुर्म कबूल कर लिया। इसके बाद मृतक के घर की दीवार के पास गड्ढा खोदा व साक्ष्य एकत्र किए।
कमरे के बाहर गढ्डा खोदा और गाड़ दिया शव
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एसपी डॉ.महेंद्रसिंह सिकरवार के नेतृत्व में अंधे कत्ल के मामलों को सुलझाने के लिए बनाई टीम व छैगांवमाखन पुलिस ने कंकाल के अवशेषों को मृतक के घर के आसपास से जब्त किया। हत्या के संदेही मृतक की पत्नी दुर्गाबाई व उसके प्रेमी सुनील से पूछताछ में अहम जानकारी मिली है। महिला ने बताया कि पति की हत्या के बाद कमरे के बाहर गड्ढा खोद शव को गाड़ दिया था। बदबू न आए इसलिए वहां रोज इत्र छींटती थी। सूत्रों के अनुसार मृतक नाहरसिंह जब 13 मई की रात घर आकर सो गया तो पत्नी ने सिलवट्टे से कुचलकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव को कमरे में पलंग के नीचे रख दिया और दो-तीन दिनों तक प्रेमी के साथ उसी कमरे में रही। हत्या के बाद पूरा बिस्तर खून में सना पड़ा था। बदबू ना आए इसलिए बाद में कमरे के बाहर दोनों ने मिलकर एक गढ्डा खोदा और शव को दफना दिया और उस पर इत्र डालने लगे। मौके मिलते ही उन्होंने शव को निकालकर आग के हवाले कर दिया।पुलिस ने मृतक का घर सील कर दिया है।
कुछ ऐसी है पति-पत्नी और वो की कहानी
मृृतक नाहर के भाई श्यामलाल ने बताया 14 मई को मेरा भाई दिखाई नहीं दिया। भाभी से पूछा तो गोलमोल जवाब दिया। दूसरे दिन भी ऐसा ही जवाब मिला। गांव में मां-पिता से भी पूछा वहां भी नहीं पहुंचा। वह मुझसे रोज मिलता था। भाभी ने गुमशुदगी भी दर्ज नहीं कराई। नाहर के साथ सुनील नाम का एक युवक, जिसे भाभी ने भाई बनाया है, जो दिन-रात घर आता-जाता है। कुछ दिनों से वह रात में छिपकर आ रहा था। संदेह है कि भाभी और सुनील के बीच करीबी संबंध को लेकर ही मेरे भाई की हत्या हुई होगी।
ऐसे हुआ था खुलासा
बुधवार को लखन जब अपने खेत पर आया तो उसे लकड़ी का ढेर दिखाई दिया। जब वह पास पहुंचा तो राख के ढेर में जली हुई लकड़ियों और मानव कंकाल के अवशेष, टूटे दांत, कपड़े में लिपटी हड्डियां नजर आईं। डरे लाखन ने तुरंत सरपंच यशवंत पटेल को जानकारी दी। सूचना पर छैगांवमाखन थाना प्रभारी एसआई पीके सांवले, अर्चना सिंह चौहान के साथ मौके पर पहुंचे। यहां से फॉरेंसिक अफसरों ने हड्डियां, दांत, बैकबोन और जले शरीर के दूसरे हिस्से को जांच के लिए इकठ्ठा किए। फॉरेंसिक अफसर विकास मुजाल्दे ने कहा कि जली हुई हड्डियां किसी आदमी की हैं। उन्होंने बैकबोन देखकर बताया कि यह पुरुष का हो सकता है, जिसकी उम्र करीब 20 से 22 साल हो सकती है।
मंदिर के सेवक ने कहा- रात दिखाई दी थी आग की लपटें
घटनास्थल से एक किमी दूर मंदिर के सेवक पंडित ने पुलिस को बताया सोमवार रात खेत से आग की लपटें नजर आई थीं। क्षेत्र में खरपतवार जलाने के लिए लोग अक्सर इस तरह आग लगाते हैं। इसलिए ध्यान नहीं दिया। खेत मालिक के मुताबिक रविवार सुबह मैं खेत पर आया था। कुएं के पास चार क्विंटल से ज्यादा लकड़ियां रखी हुई थीं। रविवार के बाद बुधवार को लकड़ियां दिखाई नहीं देने पर पास जाकर देखा तो यह सब दिखाई दिया।
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