झालावाड़ मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान - सफलता की कहानी
पंचायत समिति भवानीमंडी में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान अन्तर्गत ग्राम मिश्रोली में फोर वाटर्स कन्सेप्ट के तहत विभिन्न कार्य करवाये गये है।
उल्लेखनीय है कि एमजेएसए अन्तर्गत जो जलग्रहण क्षैत्र चयन किया गया है। उसमें आने वाले ग्रामों में यह गांव नीचले स्तर का रिचेज एरिया है। ग्राम मिश्रोली में कृषको से उनके द्वारा बोई जाने वाली फसलो के बारे में वार्ता की तथा उत्पादकता के बारे में जानकारी ली तो लोगों ने अवगत कराया की प्रति कृषक भूमि का क्षैत्रफल अधिक होने के उपरान्त भी आशान्वित उत्पादकता नही मिल पा रही है। इस लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री जल स्वालम्बन अभियान में इस क्षैत्र की आवश्यकता के अनुसार गतिविधियों का चयन किया गया। सर्वे के दौरान यह निष्कर्ष निकला की खेतों में ऊपर की उपजाऊ मिट्टी वर्षा जल के बहाव के कारण बहकर चली जाती है। जिसके कारण धीरे धीरे उत्पादकता कम होती जा रही है। इसलिए सबसे पहले कृषकों से वार्ता कर मेड़बंदी के कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर लिया गया। साथ ही कैचमेन्ट एरिया के हिसाब से गणना कर 872 स्ट्रेगर्ड ट्रैन्चेज, डीपसीसीटी 500 मीटर, फिल्ड बंडिंग 5.5 किमी एवं इसके अतिरिक्त प्रथम स्तर की जल धाराओ पर 5 एमपीटी बनाये गये है।
इन समस्त कार्यो से जो पानी व मिट्टी बहकर निकल जाती थी उन पर अब अंकुश लगेगा। प्रत्येक स्ट्रेगर्ड स्ट्रैन्चेज में लगभग 4.5 क्यू0मी0 पानी की भराव क्षमता है एवं डीपसीसीटी प्रति दस मीटर पर 10 क्यू0मी0 पानी की भराव क्षमता रखती है तथा विभिन्न माप के एमपीटी एवं इनकी विभिन्न भराव क्षमता देखते 2800 क्यू0मी0 पानी एक बार में रूकेगा, यदि कुल भराव क्षमता देखे तो 46000 क्यू0मी0 होती है, स्ट्रेगर्ड ट्रैन्चेज, डीपसीसीटी एवं एमपीटी एक सीजन में कम से कम 6 बार भराने की क्षमता रखते है। इस ग्राम हेतु विभाग द्वारा कुल पानी की मात्रा 276000 क्यू0मी0 रोकी जा सकेगी तथा इस पानी से कुल 250 है0 क्षैत्र सिंचित एवं जल स्तर में वृद्धि होगी।
यह क्षैत्र संभवतः कृषि योग्य है। इस क्षैत्र में संभावित सभी कार्य लिये गये है। इन कार्यो के सफल संपादन के उपरान्त कुओ के जल स्तर में बढोत्तरी होगी खेतांे की उपजाऊ मिट्टी जो बरसात के बहकर चली जाती है उसका रूकाव होगा, साथ ही उत्पादकता में वृद्धि होगी। पानी की उपलब्ध प्रचुर मात्रा के कारण फसल चक्र में परिवर्तन भी होगा इन सबके उपरान्त निकट भविष्य में गांवों में खुशहाली आयेगी। ग्रामीणों से इस संबंध में चर्चा की गई तो लोगों ने बताया कि इन सब कार्यों के होने के बाद गांवों में खुशहाली का माहौल बनेगा। हम सब सरकार एवं मुख्यमंत्री का आभार प्रकट करते है, जिन्होने ऐसे कार्यो की शुरूआत कर गांव के किसानों का ध्यान रखा।
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सफलता की कहानी
किसानों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बनी कृषक पुष्पा बाई
प्याज सिर्फ रूलाता ही नहीं बल्कि हंसाता भी है। ऐसा ही चमत्कार पंचायत समिति झालरापाटन की ग्राम पंचायत झूमकी के एक छोटे से ग्राम जगन्नाथपुरी की महिला कृषक श्रीमती पुष्पा बाई पत्नी नेमीचन्द पाटीदार उम्र 45 वर्ष जो 8वीं कक्षा पास है ने कर दिखाया। महिला कृषक के नाम 4 बीघा भू-स्वामित्व है। खरीफ एवं रबी फसल उत्पादन ही मुख्य आजीविका रहती आई है, जिनसे मात्र कृषक व उसके परिवार का जीवन यापन होता आया है।
उल्लेखनीय है कि महिला कृषक ने खरीफ 2015 में सोयाबीन की जगह 4 बीघा क्षेत्र में प्याज की फसल हेतु 18 जून, 2015 को नर्सरी में पौध तैयार की तथा 15 अगस्त, 2015 को रौपाई हेतु तैयार पौध का रोपण करवाया गया। प्याज की उन्नत किस्म बैजो षीतल कम्पनी के बीज जो कि 1400 से 1500 रू. प्रति कि.ग्रा. की दर से खरीद कर 3 कि.ग्रा. प्रति बीघा बीज की दर से नर्सरी तैयार की। खरीफ में प्याज हेतु उर्वरकों एवं पौध संरक्षण रसायनों की उचित व्यवस्था कर रोपण का कार्य किया।
कृषक द्वारा नियमित रूप से उद्यान एवं कृषि के प्रसार कार्यकर्ताओं से सम्पर्क बनाये रखा एवं उन्नत तकनीकी जानकारी अर्जन कर प्याज की अच्छी पैदावार ली। कृषक द्वारा फसल के बचाव हेतु नियमित रूप से पौध संरक्षण उपचार अन्तर्गत मेन्कोजेब, कार्बेन्डाजिम, रीडोमिल, लेम्डासाईहैलोथ्रिन एवं कोराजन जैसे रसायनों का छिड़काव कर भरपूर फसल 250 क्विं. 4 बीघा में प्याज का उत्पादन लिया, जिसे औसत बाजार भाव 15 रुपये प्रति कि.ग्रा. की दर से बाजार में बेचकर कुल आय 375000 रुपये प्राप्त की तथा कुल लागत 80000 रुपये 4 बीघा जमीन पर प्याज उत्पादन में आई। कृषक द्वारा इसी प्याज का बीज उत्पादन 1 बीघा में लिया जिसमें 3 क्विं. बीज प्राप्त हुआ एवं स्थानीय कृषकों को 500 से 700 रुपये प्रति कि.ग्रा. की दर से बेचकर 180000 रुपये नकद आय प्राप्त की।
इस प्रकार महिला कृषक श्रीमती पुष्पा बाई ने 475000 रुपये की शुद्ध आय प्राप्त कर अपने जीवन स्तर में सुधार किया है। अब यह महिला उद्यान विभाग के माध्यम से प्याज भण्डारण ईकाई भी स्थापित करने की इच्छुक है। जो इस क्षेत्र के सभी कृषकों के लिये प्रेरणा स्त्रोत है।
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आज यहां होगा राजस्व लोक अदालतों का आयोजन
झालावाड़ 13 जून। न्याय आपके द्वार अभियान के तहत मंगलवार 14 जून को झालावाड़ जिले में 5 ग्राम पंचायतों में राजस्व लोक अदालतें आयोजित होंगी।
उपखण्ड झालावाड़ में बोरदा, उपखण्ड पिड़ावा में धरोनिया, उपखण्ड खानपुर में मोडी भीमसागर, उपखण्ड भवानीमण्डी में नारायणखेड़ा तथा उपखण्ड अकलेरा में देवरीचंचल ग्राम पंचायत में राजस्व लोक अदालतें आयोजित होंगी।
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बीस सूत्रीय कार्यक्रम की समीक्षा बैठक 15 जून को
झालावाड़ 13 जून। बीस सूत्रीय कार्यक्रम की द्वितीय स्तरीय समिति की समीक्षा बैठक 15 जून को दोपहर 12 बजे जिला कलक्टर डॉ जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में मिनी सचिवालय सभाकक्ष में आयोजित होगी। यह जानकारी मुख्य आयोजना अधिकारी चतुरवर्ग मालपानी ने दी।
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