रविवार, 12 जून 2016

जैसलमेर ,जिले को खुले में शौच मुक्ति दिलाने में ग्रामीणों के साथ खुल कर संवाद कर लोगों में शर्म पैदा करें- जिला कलक्टर


जैसलमेर ,जिला सन्दर्भ समूह जिले को खुले में शौच

मुक्ति दिलाने में ग्रामीणों के साथ खुल कर संवाद कर लोगों में शर्म पैदा करें- जिला कलक्टर

संम्भागियों ने डेढ़ा में ग्रामीणों के साथ किए गए संवाद के वृतांत सुनाए


जैसलमेर , 12 जून/स्वच्छ भारत मिषन (ग्रामीण ) के तहत जिला स्वच्छता अभियान के तत्वावधान में डी.आर.डी.ए सभागार में चल रहे तीन दिवसीय समुदाय संचालित के दूसरे दिवस जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा ने संभागियों को कहा कि वे प्रषिक्षण में जो सीख खुले में शौच मुक्ति कराने के लिए दी हैं उसका ग्रामीणांॅचलों में भ्रमण के दौरान वे ग्रामीणों के साथ खुल कर संवाद करें एवं उन्हें जहां लोग खुले में शौच कर रहे हैं वहां पर ले जाकर वस्तुस्थिति से अवगत कराएॅं एवं मल पर सिर का बाल तोड़ कर पानी की गिलास में डाल कर उनको पीने के लिए कहे तब वे यह पानी पीने के लिए मना करेगे तो उन्हें बताएं कि मल पर बैठने वाली मक्ख्यिां आपके जल व भौजन में गंदगी पहुंचा रही है, तभी ग्रामीण इस बात का लेकर शर्मसार होगें एवं वे अपने घरों में शौचालय बनाने के लिए आगे आएगें।

जिला कलक्टर ने विषेष रुप से महिला संभागियों को भी कहा कि वे गांव में भ्रमण के दौरान महिलाओं के साथ संवाद कर उन्हें इस प्रकार से प्रेरित करें कि वे अपने परिवारजनों को बहन-बहू ,बेटी के आत्म सम्मान के लिये खुले में शौच के लिए न भेज कर अपने घर में शौचालय का निर्माण करावें। उन्होंने कहा कि ये 45 संम्भागी स्वच्छता के क्षेत्र में रत्न के रुप में कार्य करके जिले को खुले में शौच से मुक्ति दिलाने के लिए तन-मन व उत्साह के साथ कार्य करेगें। उन्होंने फिल्ड में ग्रामीणों के साथ गंदे स्थान पर शर्मसार यात्राएं आयोजित करेगें एवं प्रातः में खुले में शौच जाने वाले लोगों को शर्मसार करने के लिये ट्रीगर का आयोजन करेगें। इस दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी नारायणसिंह चारण ,उपखण्ड अधिकारी जैसलमेर संजय कुमार वासु , फतेहगढ जयसिंह ,पोकरण काषीराम चैहान भी उपस्थित थे।

उन्होंने संभागियों से कहा कि वे ग्रामीणों के मन में खुले में शौच करने के प्रति शर्म उत्पन्न करने का वातावरण बनावें एवं इस प्रकार से लोगों के साथ संवाद करके सन्देष देवें कि उनके आत्म सम्मान पर चोट पहुंचे एवं वे स्वयं आगे आकर घरों में शौचालय बनावें। उन्होंने उदाहरणों के माध्यम से भी लोगों को खुले में शौच से मनुष्य के लिए गंदगी से होने वाली बीमारियों के बारे में पूर्ण रुप से अवगत करावें।

जिला कलक्टर के समक्ष संभागियों ने ग्राम डेढा में खुले में शौच से मुक्ति दिलाने के ग्रामीणों के साथ किए गए संवाद के वृतांत सुनाए एवं बताया कि लोगों को गंदगी के स्थान पर ले जाकर खुले में शौच से किस प्रकार लोगों में बीमारियाॅं फैलती हैं एवं उनके कितने दुष्परिणाम आते है उससे अवगत कराया एवं साथ ही उनके मन में यह परिवर्तन लाया गया कि वे अपने घरों में शौचालय का निर्माण कर उसक उपयोग करेगें।

वाटर सेनीटेषन प्रोग्राम के कन्सलटेंट ओमप्रकाष ने जिला कलक्टर को विष्वास दिलाया कि जिला संदर्भ समूह के सदस्य जागरुक हैं एवं उनमें भारी उत्साह काम करने का है जिसके कारण यह टीम स्वच्छता के क्षेत्र में अच्छा कार्य करके शीघ्र ही जिले को खुले में शौच से मुक्ति दिलाएगें। संम्भागी खुद गांव में शर्मसार यात्रा एवं ट्रीगर का आयोजन भी प्रभावी ढंग से करेगें। कार्यक्रम का संचालन जिला स्वच्छता समन्वयक किषोर बिस्सा ने किया। प्रषिक्षण व्यवस्थाओं के सफल आयोजन में जिला समन्वयक स्वेष गणपत जोषी का विषेष योगदान रहा।

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भामाषाह नामांकन एवं सीडिंग का कार्य 30 जून तक शत-प्रतिषत करावें -जिला कलक्टर

लोगों के खाते सहकारी बैंक में खुलवाने के दिए निर्देष


जैसलमेर , 12 जून। जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा ने सामाजिक सुरक्षा पैंषन ,राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम के पात्र लोगों एवं महानरेगा में कार्यरत श्रमिकों के ग्राम पंचायतवार भामाषाह पंजीयन एवं सीडिंग की प्रगति की समीक्षा करते हुए तीनों समितियों के ग्राम सेवकों ,वन विभाग के रैंजर को निर्देष दिए कि वे 30 जून तक भामाषाह सीडिंग का कार्य पूर्ण कराने के निर्देष दिए एवं साथ ही सभी लोगों का भामाषाह पंजीयन अनिवार्य रुप से कराने के निर्देष दिए।

जिला कलक्टर शर्मा ने रविवार को पंचायत समिति सम के सभागार में तीनों समितियों के ग्रामसेवकों , वन विभाग के रैंजर , केन्द्रीय सहकारी बैंक के अधिकारियों एवं पर्यवेक्षकों की बैठक में यह निर्देष दिए। बैठक में उपखण्ड अधिकारी फतेहगढ़ जयसिंह , जैसलमेर संजय कुमार वासु ,पोकरण काषीराम चैहान , विकास अधिकरी सांकड़ा समिति टीकमाराम चैधरी ,भामाषाह अधिकारी डाॅ. बी.एल.मीणा उपस्थित थे। जिला कलक्टर ने जिन ग्रामपंचायतों में भामाषाह सीडिंग का कार्य कम हुआ है, उन पंचायतों में विषेष अभियान चला कर ग्राम सेवकों ,पटवारियों ,कृषि विभाग के पर्यवेक्षक ,एएनएम आदि का सहयोग लेकर शत-प्रतिषत सीडिंग का कार्य करवाने के निर्देष दिए। उन्होंने इस कार्य को गंभीरता से करने पर जोर दिया।

जिला कलक्टर ने उपखण्ड अधिकारियों को निर्देष दिऐ कि वे इस संबंध में इनकी साप्ताहिक बैठक लेकर भामाषाह नामांकन एवं सीडिंग की प्रगति की समीक्षा करें एवं साथ ही उन्हें कड़ी हिदायत दें कि वे इस कार्य में कोताही नहीं बरतें। उन्हेांने सहकारी बैंक में अब तक डेढ़ लाख के विरुद्ध केवल 22 हजार 250 लोगों के ही सहकारी बैंक में खाते खुलवाए गए हैं जो शर्म की बात हैं। उन्होंने इस संबंध में सहकारी बैंक अधिकरियों को सख्त निर्देष दिए कि वे ग्रामीण क्षेत्रों में कैम्प का आयोजन कर सभी पात्र लोगें के सहकारी बैंक में शीघ्र ही खाता खुलवाने की कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि इस कार्य में अब किसी प्रकार की लापरवाही को बर्दाष्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बैंक में खाता खुलवाने के लिये सभी को सहयोग करने के निर्देष दिए। अधिषाषी अधिकारी सहकारी बैंक राजेन्द्रसिंह चारण ने बताया कि पात्र लोगों के सहकारी बैंक में खाता खुलवाने के लिए विषेष अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने सहकारी समिति के पर्यवेक्षकों को इसके लिए विषेष कार्य करने के निर्देष दिए।

जिला भामाषाह अधिकारी डाॅ. बृजलाल मीणा ने भामाषाह पंजीयन एवं सीडिंग कार्य की ग्राम पंचायतवार प्रगति को पाॅवर पोईन्ट प्रर्जेटेंषन के माध्यम से प्रस्तुती दी।

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ग्राम पंचायत डेढा में जिला संदर्भ समूह के सदस्यगणों ने ट्रीगर

एवं माॅर्निंग फोलोअप का प्रायेगिक प्रषिक्षण

शर्मसार यात्रा निकाल कर शौचालय बनाने के लिए किया प्रेरित


जैसलमेर , 12 जून। स्वच्छ भारत मिषन (ग्रामीण ) के तहत जिला स्वच्छता अभियान के तत्वावधान में शनिवार को जिला संदर्भ समूह के प्रषिक्षण के प्रथम दिवस के दौरान सायंकाल ग्रामपंचायत डेढा में ट्रीगर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सभी डी.आर.जी सदस्य , राज्य संदर्भ व्यक्ति एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद नारायणसिंह चारण उपस्थित थे।

इस अवसर पर जिला समूह के सदस्यों द्वारा डेढा में शर्मसार यात्रा का आयोजन कर अधिकाधिक शौचालय बनाए जाने के लिए प्रेरित किया गया। डेढा अटल सेवा केन्द्र में एकत्रित हुए ग्रामीणजनों को गांव के ऐसे स्थान पर ले जाया गया जहां खुले में शौच किया हुआ था। राज्य संदर्भ व्यक्ति द्वारा मल में अपना एक बाल डाल कर उसको पानी में डाल कर पीने की बात कही। इस दौरान ग्राम वासियों को उनका खुले में शौच जाने का स्थान एवं की गई षौच दिखा कर उन्हें शर्मीन्दगी महसूस कराते हुए शर्मसार करते हुए शर्मसार यात्रा निकाली गई। इस अवसर पर ग्रामीणजनों को आत्म सम्मान को ठेस ,धार्मिक आस्था ,मल की गणना , आर्थिक नुकसान , आदि टूल्स उपयोग किया गया। इस अवसर पर राज्य स्तर के प्रषिक्षक , समस्त डी.आर.जी सदस्यगण ,ग्रामसेवक ,पटवारी एवं जिला समन्वयक ,ब्लाॅक समन्वयक एवं गांव के मौजीज लोग मौजूद थे।

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