राजस्थान के इस जिले में मिले 15 करोड़ साल पुराने डायनासोर के पैरों के निशान
अमेरिका के बाद अब भारत में भी 15 करोड़ साल पुराने डायनासोर के पदचिन्ह मिले हैं। ये निशान राजस्थान के जैसलमेर जिले में मिले है। अभी तक इन के अवशेष अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, स्पेन,स्वीडन, स्लोवाकिया, पौलेंड और फ्रांस में मिले थे। आपको बता दें कि जोधपुर की जयनारायण व्यास यूनिवर्सिटी की जियोलॉजिकल डिपार्टमेंट की तीन शोद्धकर्ताओँ की एक टीम ने कहा है कि जैसलमेर के लाठी फॉरमेशन में मिले पदचिन्ह यूबल्ट्स ग्लनरोंसेन्सिस थेरोपॉड डायनासोर के हैं।
टीम के नेतृत्वकर्ता ने बताया कि भारत में इस डायनासोर के पद चिन्ह मिलने के बाद अब उनके अवशेष ढूढने में आसानी हो जायेगी। उनके साथी डॉक्टर ने कहा कि कच्छ बेसन के कैत्रोल और जैसलेमेर के बैशाखी फॉरमेशन में डायनासोर के अवशेष मिलने की संभावना सबसे ज्यादा हैं।
अमेरिका के बाद अब भारत में भी 15 करोड़ साल पुराने डायनासोर के पदचिन्ह मिले हैं। ये निशान राजस्थान के जैसलमेर जिले में मिले है। अभी तक इन के अवशेष अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, स्पेन,स्वीडन, स्लोवाकिया, पौलेंड और फ्रांस में मिले थे। आपको बता दें कि जोधपुर की जयनारायण व्यास यूनिवर्सिटी की जियोलॉजिकल डिपार्टमेंट की तीन शोद्धकर्ताओँ की एक टीम ने कहा है कि जैसलमेर के लाठी फॉरमेशन में मिले पदचिन्ह यूबल्ट्स ग्लनरोंसेन्सिस थेरोपॉड डायनासोर के हैं।
टीम के नेतृत्वकर्ता ने बताया कि भारत में इस डायनासोर के पद चिन्ह मिलने के बाद अब उनके अवशेष ढूढने में आसानी हो जायेगी। उनके साथी डॉक्टर ने कहा कि कच्छ बेसन के कैत्रोल और जैसलेमेर के बैशाखी फॉरमेशन में डायनासोर के अवशेष मिलने की संभावना सबसे ज्यादा हैं।
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