बाडमेर । 12 जून संजीवनी समिति के संचालक मण्डल के चुनाव सम्पन
संजीवनी क्रेडिट काॅ-ओपरेटिव सोसायटी लि. बाड़मेर के संचालक मण्डल सदस्यों एवं पदाधिकारियों के चुनाव दिनांक 12 जून, 2016 को सम्पन्न हुए। निर्वाचन अधिकारी, से.नि. सहायक रजिस्ट्रार, सहकारिता विभाग, राजस्थान नन्दकिशोर व्यास ने बताया कि संचालक मण्डल के कुल 11 पदों के लिए चुनाव ड्यू थे। इनमें से 9 सदस्य निर्विरोध चुने गये, वहीं दो सदस्यों के लिए आज मतदान हुआ। मतदान के पश्चात् चुनाव परिणाम घोषित किये गये। जिसके अनुसार श्रीमती लक्ष्मी देवी एवं श्रीमती मैनका कंवर ने विजय हासिल की। निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि नवनिर्वाचित संचालकगणों अपने में से श्री देवीसिंह को अध्यक्ष एवं श्री चन्द्रप्रकाश को उपाध्यक्ष निर्विरोध रूप से निर्वाचित किया। चुनाव के पश्चात् संचालक मण्डल को निर्वाचन अधिकारी द्वारा शपथ ग्रहण करवाई गई। निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि चुनाव नियमानुसार निष्पक्ष रूप से सम्पन्न करवाये गये।
संजीवनी समिति के नवनिर्वाचित संचालक मण्डल का सम्मान समारोह
बाडमेर । 12 जून
संजीवनी क्रेडिट काॅ-ओपरेटिव सोसायटी लि. बाड़मेर के नवनिर्वाचित संचालक मण्डल सदस्यों एवं पदाधिकारियों का सम्मान समारोह आज दिनांक 12 जून, 2016 को कुशल वाटिका, बाड़मेर में आयोजित हुआ। कार्यक्रम की शुरूआत मां भगवती के समक्ष दीप प्रज्जवलन कर किया गया, तत्पश्चात् संजीवनी प्रार्थना का गायन किया गया।
इस कार्यक्रम में संजीवनी समिति के संस्थापक व मार्गदर्शक श्री विक्रमसिंह इन्द्रोई ने संचालक मण्डल के नवीन सदस्यों का अभिनन्दन किया। इस अवसर पर उन्होने बताया कि सदस्यों एवं कर्मचारियों के बेहतर तालमेल से समिति की साख का डंका चहुं ओर बज रहा है। समिति की सफलता का सूत्र विश्वास ही है। यह समिति दिनोंदिन हाईटेक होने की राह पर है। श्री इन्द्रोई ने बताया कि सोसायटी के सदस्यों ने चुनाव प्रक्रिया में भाग लेकर पुनीत कार्य किया है। समिति की प्रत्येक गतिविधियों में भागीदारी के लिए श्री विक्रमसिंह इन्द्रोई ने आभार जताया। इस अवसर पर निवर्तमान संचालक मण्डल के अध्यक्ष एवं उपस्थिति संचालकगणों का भी स्वागत किया गया। समारोह में मुख्य लेखा विभाग अधिकारी श्री झामनदास सोनी ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया तथा पिछले चुनाव की जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती प्रतिभा ओझा एवं श्री रणजीत कुमार, मुख्य विभाग अधिकरियों द्वारा किया गया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगीत से हुआ।
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