बाड़मेर चतुर्थ बार पैदल पहुच रहे जत्थे का नागणेची माता धाम नागाणा का समदड़ी में पहुँचने पर स्वागत
रिपोर्टर : सुनील दवे
बाड़मेर/समदड़ी । सिरोही से माता के दरबार नागाणा दर्शनात चतुर्थ बार पैदल पहुच रहे जत्थे का नागणेची माता धाम नागाणा का समदड़ी में पहुँचने पर स्वागत किया गया। समदड़ी घाची समाज की और से हर साल पालड़ी जिला सिरोही से पैदल यात्रियों का सघ नागाणा नागणेची धाम करीब 5 से 6 दिन का सफर तय करता हैं। इस संघ में माता के जयकारो के साथ सेकड़ो की संख्या में जातरू पहुचते हैं। पारसमल घाची ने बताया की हर साल की तरह इस साल भी माता के भक्तो के संघ के समदड़ी पहुचने पर फूल मालाओ से स्वागत किया गया। फिर नागणेची माता की पूजा अर्चना की और फिर सभी के लिए प्रसाद रूपी भोजन करवाया उसके बाद कुछ समय संघ ने विश्राम किया और फिर माता नागणेची के दरबार के लिए नाचते गाते और जयकारो के साथ रवाना हुआ। यु तो नागाणा धाम माता नागणेची का दरबार नवरात्रा के समय गुजरात महाराष्ट् सहित देश विदेश से भारी संख्या में यात्री आते हैं और नागणेची माता मन्दिर में धोक लगाते हैं। और माता नागणेची की कृपा से अन्धो को आखे बाजियों को पुत्र प्राप्ती जेसे कई चमत्कार हो चुके हैं ।जिससे दिन ब दिन भक्तो का आना जाना लगा रहता हैं लेकिन नवरात्रो में मन्दिर परिसर में इतने श्रदालु पहुचते हैं की पैर रखने तक की जगह नही होती हैं। मन्दिर परिसर की और से श्रदालुओ के लिए पुख्ता व्यवस्था होती हैं।और जगह जगह मन्दिर परिसर के कर्मचारी यात्रियों को सुरक्षा के लिए 24 घण्टे तेनात रहते भोजन के लिए भोजनशाला ठहरने के लिए धर्मशाला ।मन्दिर में सर्व धर्म के जातरू पहुचते हैं।
रिपोर्टर : सुनील दवे
बाड़मेर/समदड़ी । सिरोही से माता के दरबार नागाणा दर्शनात चतुर्थ बार पैदल पहुच रहे जत्थे का नागणेची माता धाम नागाणा का समदड़ी में पहुँचने पर स्वागत किया गया। समदड़ी घाची समाज की और से हर साल पालड़ी जिला सिरोही से पैदल यात्रियों का सघ नागाणा नागणेची धाम करीब 5 से 6 दिन का सफर तय करता हैं। इस संघ में माता के जयकारो के साथ सेकड़ो की संख्या में जातरू पहुचते हैं। पारसमल घाची ने बताया की हर साल की तरह इस साल भी माता के भक्तो के संघ के समदड़ी पहुचने पर फूल मालाओ से स्वागत किया गया। फिर नागणेची माता की पूजा अर्चना की और फिर सभी के लिए प्रसाद रूपी भोजन करवाया उसके बाद कुछ समय संघ ने विश्राम किया और फिर माता नागणेची के दरबार के लिए नाचते गाते और जयकारो के साथ रवाना हुआ। यु तो नागाणा धाम माता नागणेची का दरबार नवरात्रा के समय गुजरात महाराष्ट् सहित देश विदेश से भारी संख्या में यात्री आते हैं और नागणेची माता मन्दिर में धोक लगाते हैं। और माता नागणेची की कृपा से अन्धो को आखे बाजियों को पुत्र प्राप्ती जेसे कई चमत्कार हो चुके हैं ।जिससे दिन ब दिन भक्तो का आना जाना लगा रहता हैं लेकिन नवरात्रो में मन्दिर परिसर में इतने श्रदालु पहुचते हैं की पैर रखने तक की जगह नही होती हैं। मन्दिर परिसर की और से श्रदालुओ के लिए पुख्ता व्यवस्था होती हैं।और जगह जगह मन्दिर परिसर के कर्मचारी यात्रियों को सुरक्षा के लिए 24 घण्टे तेनात रहते भोजन के लिए भोजनशाला ठहरने के लिए धर्मशाला ।मन्दिर में सर्व धर्म के जातरू पहुचते हैं।
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