जयपुर नगर निगम में भ्रष्टाचार कम नहीं हो रहा। जमादार के पकड़े जाने के बाद मंगलवार को एक चतुर्थश्रेणी कर्मचारी कियोस्क हॉल्डर्स से फाइल एक सीट से दूसरी सीट पर पहुंचाने के लिए महज़ 500 रुपए की रिश्वत लेते एसीबी के हत्थे चढ़ गया।
सामने आया है कि रिश्वत लेते समय घूसखोर कर्मचारी ने परिवादी से कहा 'निगम में लोग बेवजह पैसा ले रहे हैं, मैं तो फिर भी मेहनत के ही मांग रहा हूं।'
एसीबी सूत्रों ने बताया कि रंगे हाथों गिरफ्तार नगर निगम का चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रविंद्र कुमार शर्मा है। रविंद्र सिविल लाइन जोन में तैनात है। जोन में पान कियोस्क के लाइसेंस को लेकर आने वाली फाइल को एक सीट से दूसरी सीट पर पहुंचाने की एवज में वो पैसों की मांग करता थाख़ास बात ये थी कि रविन्द्र की शिकायत करने के लिए एक नहीं बल्कि तीन परिवादी 18 मार्च को एसीबी में शिकायत लेकर पहुंचे। तब आरोपी ने परिवादियों से 500 रुपए ले लिए। इसके बाद एसीबी ने 21 मार्च को सत्यापन कराया तो भी उसने 500 रुपए ले लिए। मंगलवार को सुबह एसीबी की टीम ने रविंद्र को रिश्वत लेते ट्रेप कर लिया।
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