मरु महोत्सव के दूसरे दिन रहा बीएसएफ जवानों का रोमांच
पणिहारी दौड व रस्साकषी सहित विभिन्न प्रतियोगिताओं में
देशी-विदेशी सेलानियों ने लिया भाग
जैसलमेर, 21 फरवरी/जग विख्यात मरु महोत्सव - 2016 के कार्यक्रमों की कड़ी में दूसरे दिन सोमवार को स्वर्ण नगरी जैसलमेर के पास स्थित डेडानसर मैदान में सीमा सूरक्षा बल के जवानों की प्रस्तुतियों ने देषी विदेषी सैलानियों को रोमांचित कर दिया। वहीं बल के ऊंटों के हैरतंगेज कारनामें दिखा कर आगुंतकों को अचरज में डाल दिया। वहीं ऊंट सजावट, शाने-मरुधर, पणिहारी दौड़, कबड्डी, रस्साकषी व कैमल पोलो जैसी प्रतियोगिताओं सहित एयरोमाॅडल शो व भारतीय वायुसेना के जवानों की एयर वाॅरियर ड्रिल ने देषी विदेषी मेहमानों का भरपूर मनोरंजन किया। दूसरे दिन के कार्यक्रम में राज्य मानव आयोग के अध्यक्ष एच.आर.कुडी, पुलिस महानिदेषक गृहरक्षा नवदीपसिंह, नगरपरिषद सभापति श्रीमती कविता खत्री, पुलिस अधीक्षक डाॅ राजीव पचार मौजूद थे।
पलों में जीती पणिहारियांः-
महोत्सव के दूसरे दिन पणिहारी मटका रेस प्रतियोगिता में देशी-विदेशी महिलाओं ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता में पहले तीनों ही स्थानों पर भारतीय प्रतिभागी रही। इन प्रतिभागियों ने दस मीटर पर रखी ईढ़ाणी को अपने सिर पर रखने से लेकर 50 मीटर की मटका दौड़ को कुछ ही पलों में पूरा कर लिया। विदेषी युवतियों व महिलाओं ने भी प्रतियोगिता में बड़े उत्साह से भाग लिया। पणिहारी मटका रेस में स्थानीय प्रतिभागी प्रेम चैधरी पहले, कान्ता कुमारी दूसरे और मुन्नी देवी तीसरे स्थान पर रही।
रस्साकषी में जीते विदेशी मेहमानः-
डेडानसर मैदान में आयोजित भारतीय एवं विदेशी पुरुषों तथा महिलाओं की रस्साकषी प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने उत्साह से भाग लिया वहीं दर्षकों ने भी प्रतियोगिता का लुत्फ उठाया। सभी श्रेणी की प्रतियोगिताओं में 11-11 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में रस्साकषी की दो प्रतियोगिताओं में विदेषी मेहमानों ने बाजी मारी तो एक मुकाबले में सीमा सुरक्षा बल के दल ने जीत दर्ज की। सैलानियों की महिला श्रेणी की रस्साकषी प्रतियोगिता में विदेषी दल ने पहले दो राउंड जीत कर प्रतियोगिता अपने नाम की। इसी प्रकार सैलानियों की पुरुष श्रेणी में भी विदेषी सैलानियों का दल दो राउंड से बाजी मार ले गया परन्तु विदेषी सैलानियों के साथ हुए एक अन्य मुकाबले में सीमा सुरक्षा बल के दल ने बाजी पलट दी। बीएसएफ ने पहले दो राउंड अपने नाम कर यह मुकाबला बड़ी आसानी से जीत लिया।
कबड्डी में बालिकाओं ने दिखाया दमः-
पारम्परिक खेल कबड्डी की प्रतियोगिताओं में बालिकाओं ने भी मैदान में दम खम दिखाया। महिला श्रेणी का मैच समाज कल्याण विभाग के छात्रावासों की बालिकाओं की टीम और जैसलमेर बी.एड. काॅलेज के बीच खेला गया जिसमें समाज कल्याण विभाग की टीम विजेता रही। इसी प्रकार पुरुष श्रेणी में ग्रामीण अंचल टीम हमीरा ने जैसलमेर स्पोट्र्स क्लब की टीम पर जीत दर्ज की।
सज-धज कर आए ऊंटः-
मरु महोत्सव में रविवार को ऊंट श्रृंगार प्रतियोगिता भी बहुत ही आकर्षण का केन्द्र रही। इस प्रतियोगिता में सजे धजे ऊंटों को देखकर पर्यटक उत्साहित हो उठे। इस प्रतियोगिता में पांच प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। ऊंटों को मोरी, गोरबन्ध, कन्ठमाल, लूम, परची, पिलाण, तंग, मोड़, पायल, घूघरा, पूंछ बंधनी इत्यादि से श्रृंगारित किया गया।
ऊंट श्रृंगार प्रतियोगिता के निर्णायकों ने श्रृंगारित ऊंटों को बारीकी से जांचा परखा। इस प्रतियोगिता में के. सी. मिश्रा प्रथम, बीएसएफ के कंवर सिंह द्वितीय और बीएसएफ के ही दुर्गाराम तीसरे स्थान पर रहे। विजेताओं को राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष एच. आर. कुड़ी, डीजीपी गृहरक्षा नवदीप सिंह तथा पी. एस. राजावत ने पुरस्कृत किया।
ऊंट की मंथर चाल से दर्शक हुए अभिभूत
ऊंटों की तेज चाल की प्रतियोगिता शान-ए-मरूधरा में भी प्रतियोगिता भी ऊंटों ने दर्षकों को खासा रिझाया। इसमें सात प्रतिभागियों ने भाग लिया। इसमें प्रति प्रतियोगी को मात्र कच्छी-बनियान धारण किए हुए उन्हें निर्धारित 100 मीटर की दूरी तय करनी थी। ऊंट सवार ने निर्धारित दूरी पर रखे जूते पहने अपना टेवटा बांधा तथा कुर्ता पहना एवं उसके बाद साफा बांध कर ऊंट पर गद्दी एवं पिलाणा जमा कर उसे तंग से बांध कर मंथर चाल से पहुॅंचा। यह नजारा मनोहारी व हास्यप्रद तथा दर्षकों को खूब हंसाया। इस प्रतियोगिता मे प्रतिभागी बंषीलाल पहले, रतनलाल दूसरे तथा गोरधन लाल तीसरे स्थान पर रहे।
कैमल पोलो मैच में ऊंटों ने निभाया पूरा साथ, कैमल पोलो संघ की टीम रही विजेता
कैमल पोलो की प्रतियोगिता में सवारों और ऊंटों का आपसी सामंजस्य ने दर्षकों ने खूब सराहा। कैमल पोलो का मैच कैमल पोलो एसोसिएषन आॅफ इंडिया और सीमा सुरक्षा बल की टीम के बीच हुआ। खेल की शुरूआत में ही कैमल पोलो एसोसिएषन की टीम ने एक गोल दाग कर बढ़त बना ली। बढ़त बरकरार रखते हुए कैमल पोलो एसोसिएषन ने एक और गोल दागकर 2-0 से जीत दर्ज की।
वायुसेना के जांबाजो की एयर वाॅरियर ड्रिल ने खड़े किए रोंगटेः-
डेडानसर मैदान में भारतीय वायु सेना के जांबाजो ने रोमांचक एवं रोंगटे खडे करने वाली ‘एयर वाॅरियर ड्रिल’ की शानदार प्रस्तुति दी। वाॅरियर ड्रिल में राइफल करतबों को विभिन्न तरीकों से प्रस्तुत किया गया। कदम से कदम मिलाते हुए इन वायु सेना के जाबाजो ने इनक्लाइंग रूपरेखा, 4 चैकोर समूह, जिग जैग रूपरेखा एवं अपने हाथों से राइफल को उछाल कर पुनः प्राप्त करना, राइफल को चलाते हुए बीच में से निकलने जैसे करतबों को पेष कर दर्षको के रौंगटे खडे करा दिए। वहीं एयरोमाॅडल शो के लड़ाकू विमानों के दो माॅडलों ने आकाष में हैरतंगेज करतब दिखाए। करतब इतने रोमांचक थे कि डेडानसर मैदान में बैठे हर मेहमान की नजर आसमान से नहीं हटी।
सीमा सुरक्षा प्रहरियों का साथ दिया रेगिस्तान के जहाज ने
डेडानसर मैदान मे सीमा सुरक्षा बल द्वारा प्रस्तुत किये गये ऊटों के विभिन्न हैरतअंगेज करतबों वाले ‘‘कैमल टैटू शो‘‘ ने दर्शकों को आश्चर्यचकित कर दिया। सीमा सुरक्षा बल के प्रहरियों द्वारा ऊंट के विभिन्न रोमांचकारी करतबों को प्रस्तुत कर मरु भूमि एवं सीमाओं की सुरक्षा में इस मूक पशु रेगिस्तान जहाज ने अपनी महत्ता से अवगत करा दिया। सीमा सुरक्षा बल के डिप्टी कमांडेंट कुलदीप चैधरी के नेतृत्व में उंटो पर सजे धजे सीमा प्रहरियों ने गौरवपूर्व प्रदर्षन किया। टैटू शो के दौरान सीमा चैकसी के दौरान उपजने वाली परिस्थितियों को प्रदर्षित किया गया। प्रषिक्षित ऊंटो ने दुनिया का आठवां अजूबा माने जाने वाले दुनिया के एक मात्र कैमल-माउंटेड बैण्ड की लोक गीतों की धुनो पर नृत्य भी पेष किया। बैण्ड ने फूलाराम राणा की अगुआई में मधुर धुने प्रस्तुत की। सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने ऊंटों के साथ एक्रोबेट तथा पीटी का प्रदर्षन भी किया। सीमा प्रहरियों ने प्रषिक्षित ऊंटों पर सवार होकर क्राॅसिंग, त्रिकोणीय संरचना, शक्करपारा संरचना, चक्रव्यूह लहरिया, चैराहा तथा पीपल के पत्ते की संरचना बना कर दर्षकों को अचम्भित कर दिया। डेडानसर मैदान में कार्यक्रम के अंत में सीमा सुरक्षा बल के हैड कांस्टेबल लतीफ खां लंगा एवं उनके साथियों ने बल के कैम्पों में पायी जाने वाली दैनिक उपयोग की वस्तुओं से बैण्ड की प्रस्तुति दी। उन्होंने ‘‘हम तो सीमा के प्रहरी है, फीदा इस पर हो जायेंगे‘‘ गाना प्रस्तुत कर देष भक्ति की भावना प्रस्तुत की।
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