गुरुवार, 7 जनवरी 2016

जालोर जिले के प्रमुख धार्मिक स्थलों की आवश्यक सुरक्षा व व्यवस्थाओं के लिए बैठक सम्पन्न



 
जिले के प्रमुख धार्मिक स्थलों की आवश्यक सुरक्षा व व्यवस्थाओं के लिए बैठक सम्पन्न
जालोर 7 जनवरी - जिला मजिस्ट्रेट डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में जिले के प्रमुख धार्मिक स्थलों की सुरक्षा एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए अत्यावश्यक बैठक सम्पन्न हुई जिसमें प्रमुख मंदिरों में सीसीटीवी कैमरें लगाने, सुरक्षा प्रहरी रखने, नियुक्त सुरक्षाकर्मियों का पुलिस से सत्यापन करवाने, महिला श्रद्धालुओं के लिए परिसर में आवश्यक सुविधाए सहित अग्नि शमन यन्त्रा आदि लगायें जाने पर विस्तार से चर्चा की गई ।

जिला मजिस्ट्रेट डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने कहा कि धार्मिक स्थल आस्था के प्रतीक होने के साथ ही वहाॅ पर सुरक्षा सहित अत्यावश्क मूलभूत सुविधाएॅं भी मुहैया करवाने जाने की नैतिक जिम्मेदारी सम्बन्धित मंदिरों एवं ट्रस्ट की है ताकि आस्था स्थलों पर होने वाली अप्रिय घटनाओं व चैरी को प्रभावी तरीके से रोके जाने के साथ ही श्रद्धालुओं में भी धार्मिक स्थल के प्रति उनकी आस्था में कोई कमी नही आ सकें। उन्होनें बैठक के प्रारभ्भ में राज्य के गृह रक्षा विभाग के महानिदेशक नवदीपसिंह द्वारा जारी पत्रा को पढकर सुनाया तथा जिले के प्रमुख मंदिरों में वर्तमान में उपलब्ध संसाधनों के सम्बन्ध में उपस्थित प्रबंन्धकों से आवश्यक जानकारी प्राप्त की । उन्होनें बैठक में विचार विमर्श के उपरान्त जिले के प्रमुख धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा की दृृष्टि से आगामी 10 फरवरी के पूर्व आवश्यकता अनुसार सीसीटीवी कैमरें लगाये जाने के निर्देश देते हुए कहा कि मंदिरों के प्रबंन्धक मूल गर्भगृह एवं प्रमुख प्रवेश द्वार पर नाईट विजन के कैमरे तथा अन्य आवश्यक स्थलों पर सामान्य सीसीटीवी कैमरें लगाये वही इनके बैकअप की माहवार सीडी या डीवीडी बनाकर अवश्य ही रखें।

उन्होनें कहा कि जिले के प्रमुख धार्मिक स्थलों जहा पर श्रद्धालुओं की संख्या अधिक है वहा पर होम गार्ड्स की निुयक्ति अवश्य ही करवायें क्योकि होमगार्ड्स के जवान प्रशिक्षित होने के साथ ही वे सीधे पुलिस प्रशासन से जुडे हुए रहते है इसलिए इसकी प्राथमिकता के तौर पर सुनिश्चितता वही जिन जिन मंदिरों में सुरक्षा कर्मी लगाये हुए है उनका सम्बन्धित पुलिस थानों से सत्यापन करवाये जाने के लिए निर्धारित प्रपत्रा में आगामी 15 जनवरी तक जानकारी मय फोटो के अवश्य ही भिजवायें ताकि यथा समय में उनका सत्यापन हो सकें।

जिला मजिस्ट्रेट ने कहा कि प्रमुख धार्मिक स्थलों पर महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के साथ ही वहाॅ पर उनके लिए आवश्यक सुलभ सुविधाएॅ भी सुनिश्चित करें तथा प्रमुख मंदिरों में अग्नि शमन यन्त्रा एवं प्राथमिक चिकित्सा बाॅक्स भी अवश्य ही लगायें। उन्होनें कहा कि मंदिरों के प्रबन्धक मंदिरों में दानपात्रा को भी सुरक्षा की दृष्टि मजबूती से लगायें। उन्होनें कहा कि 10 फरवरी के उपरान्त प्रमुख मंदिरों की सुरक्षा आडिट करवाई जाकर उसे 15 फरवरी तक राज्य सरकार को भिजवाया जायेगा।

बैठक में पुलिस अधीक्षक श्रीमती श्वेता धनखड ने कहा जिले के प्रमुख मंदिरों की सुरक्षा प्रभावी तरीके से किए जाने के साथ ही सम्बन्धित क्षेत्रा के पुलिस अधिकारी भी अपने -अपने क्षेत्रा के मंदिरों के व्यवस्थापकों एवं पुजारियों आदि से मिलते रहेगें वही इनका एक वाट्स -अप ग्रुप भी बनाया जाकर उनसे सतत सम्पर्क किया जाता रहेगा। उन्होनें कहा कि मंदिरों में होने वाली चैरियों को रोके जाने की दिशा में हम सब को एक सामूहिक रूप से समन्वय बनाये रखकर इस पर प्रभावी नियन्त्राण करना होगा।

बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रधुनाथ गर्ग एवं उप पुलिस अधीक्षक दुर्गसिंह राजपुरोहित ने सुरक्षा की दृष्टि से प्रमुख आस्था स्थलों की जानकारी देने के साथ ही वहाॅ पर आपसी तालमेल से बेहत्तर सुविधाएॅ सहित ग्रामों में सीपीओं की नियुक्ति करने का आग्रह किया। बैठक के प्रारभ्भ में होमर्गाड्स के कार्यवाहक समादेष्टा अमृत दहिया ने बताया कि प्रमुख मंदिरों में होमर्गाड्स लगाये जाने के लिए सम्बन्धित मंदिर समिति द्वारा 325 रूपये प्रतिदिन के हिसाब से वेतन व निर्धारित भत्ता देना होगा। उन्होने कहा कि होमगार्ड्स प्रतिदिन 8-8 घंटों की ड्यूटी देने के साथ ही शस्त्रा गार्ड्स भी मांग के अनुसार उपलब्ध करवायेगें।

बैठक में अमीचन्द जैन, बंशीलाल सोनी एवं गिरधारी सिंह आदि ने भी अपने सुझाव दिए। इस अवसर पर आहोर के उपखण्ड अधिकारी प्रकाशचन्द्र अग्रवाल, जालोर तहसीलदार ममता लहुआ, भीनमाल व सांचैर के उप पुलिस अधीक्षक सहित सुन्धा माता मंदिर, आशापुरा मोदरा माताजी का मंदिर, सिरे मंदिर, भांडवपुर, कैलाशधाम, नन्दीश्वर जैन तीर्थ पेढी जालोर, जहाजमंदिर मांडवला, खोडेश्वर मंदिर, पांडवेश्वर मंदिर, आहोर चामुडाजी का मंदिर, धुम्बडा माता मंदिर, नीलकंठ मदिर एवं गुरू मंदिर मांडोली सहित जिले के विभिन्न मंदिरों के बडी संख्या में व्यवस्थापक व ट्रस्टी उपस्थित थें।

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कृषि अधिकारी निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति सुनिश्चित करें- कलेक्टर
जालोर 7 जनवरी - जिला कलेक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने कहा कि कृषि विभाग के अधिकारी आपस में बेहत्तर तालमेल बनाये रखने हुए निर्धारित लक्ष्यों की शत प्रतिशत प्राप्ति सुनिश्चित करें तथा इसमें किसी भी स्तर पर शिथिलता नही बरतें।

जिला कलेक्टर गुरूवार को जिला होर्टीकल्चर डवलपमेन्ट सोसायटी एवं आत्मा की गवर्निग बोर्ड की बैठक में उपस्थित कृषि अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थें। उन्होनें कहा कि कृषि अधिकारी जिले में उन्नत कृषि तकनीक उत्पन्न करने के साथ ही प्रगतिशील कृषकों का राज्य व राज्य के बाहर निर्धारित भ्रमण कार्यक्रम अवश्य ही पूर्ण करवायें । उन्होनें बैठक में विभिन्न फसलों व फलों के प्रदर्शन कार्यक्रम को भी अधिक प्रभावी तरीके से सम्पन्न करने के निर्देश दिए।

बैठक के प्रारभ्भ में कृषि विभाग के मनोज तुषावरा, बीएल पाटीदार, वीआर सोलकी एवं एलएन यादव ने पाॅवर पाईन्ट प्रजेटेशन के माध्यम से आलोच्च वर्ष में विभिन्न प्रगति के सम्बन्ध में जानकारी दी । इस अवसर पर पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डा.एस.के अग्रवाल, मार्गदर्शी बैंके आर.एस. भाटी एवं महिला बाल विकास विभाग के उपनिदेशक सोमेश्वर देवडा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थें।

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जालोर शहर के पुर्नगठित पेयजल शिलान्यास की पट्टिका सुरक्षित है
जालोर 7 जनवरी - जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियन्ता बी.एल. सुथार ने कहा कि नर्मदा नहर आधारित जालोर शहर की पुर्नगठित पेयजल परियोजना के शिलान्यास की पट्टिका निर्माण कार्य होने के कारण कार्यालय में सुरक्षित रखवाई गई है।

जन स्वास्थ्य अभियान्त्रिाकी विभाग जालोर के अधीक्षण अभियन्ता बी.एल. सुथार ने जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा गुरूवार को जिला कलेक्टर जालोर को दिये गये ज्ञापन के सम्बन्ध में स्पष्टीकरण देते हुए बताया कि तत्कालीन मुख्यमंत्राी द्वारा गत 6 जून 2013 को नर्मदा नहर आधारित जालोर शहर की पुर्नगठित पेयजल परियोजना के किये गये शिलान्यास की नाम पट्टिका शिलान्यास स्थल पर निर्माण कार्य जारी रहने के कारण क्षतिग्रस्त नही हो इसलिए नगरीय सहायक अभियन्ता के कार्यालय में सुरक्षित रखवाई गई है।

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दवे/070116

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