मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान को जन आंदोलन का रुप प्रदान करें - जिला कलक्टर
धार्मिक संस्थाओं के पदाधिकारियों एवं सामाजिक संगठनों की बैठक में सहयोग का किया आहवान्
जन जन का जुडाव सुनिष्चित करंे इस अभियान में
जैसलमेर 21 जनवरी/जिला कलक्टर विष्व मोहन षर्मा ने कहा कि प्रदेष के माननीय मुख्यमंत्री महोदया द्वारा जल संरक्षण के संबंध में जो महत्वपूर्ण ‘‘मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान’’ का शुभारम्भ किया गया है जो बहुत ही अनूठा एवं अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि मुुख्यमंत्री महोदया का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है जिसमें गांव को बरसाती जल केे माध्यम से आत्म निर्भर एवं स्वावलम्बी बनाना है।
उन्होंनेजीवन के अमूूल्य जल से जूडे इस अभियान को जिले मे सफल संचालन करने के लिए धार्मिक संस्थाओं के पदाधिकारियों एवं विभिन्न समाजो से जूडें प्रबुद्ध जनों से आहवान किया है कि वे इसमें अपनी पूर्ण सहभागिता दर्ज करावें एवं इसमें तन - मन एवं धन से पूरा सहयोंग प्रदान करें। उन्होंने कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देष्य बरसाती जल को किस प्रकार से संरक्षण एंव संग्रहित किया जा सकता है उस क्षेत्र में कार्य करना है जिसमें हर व्यक्ति का सहयोग एवं जुडाव जरुरी है इसलिए प्रत्येक समाज के मौजीज व्यक्ति इसमें अपना अमूल्य समय इस अभियान के लिए दे ताकि इस अभियान को जिले मे सफल बनाया जा सके।
जिला कलक्टर षर्मा गुरुवार को मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों के साथ आयोजित एक महत्वपूर्ण कार्यषाला को संबोधित करते हुए यह उदगार व्यक्त किये। इस कार्यषाला में मुख्य कार्यकारी अधिकारी नारायण सिंह चारण, अधीक्षण अभियन्ता आईडब्लयूएमपी भागीरथ विष्नोई के साथ ही धर्म संस्थान मुक्तेष्वर के नवल किषोर व्यास, पींपा क्षत्रिय समाज के लीलाधर दैया , नवल किषोर चैहान, छीपा समाज के अहमत खां , हैयात खां, स्वर्ण नगरी विचार मंच के महेष व्यास, जैसलमेर विकास समिति के सचिव चन्द्रप्रकाष व्यास, भी उपस्थित थें।
जिला कलक्टर ने संभागियों से आग्रह किया है कि वे चयनित गांवों को गोद लेकर उसमें जल संरक्षण एवं जल संग्रहण के कार्य में भी सहयोग दें। उन्होंने कहा है कि इस अभियान का शुभारंभ संत महात्माओं के हाथों से करवाया जाएगा एवं हर समाज के व्यक्ति की उस दिन सहभागिता दर्ज करवाई जाएगी।
जिला कलक्टर षर्मा ने बताया कि इस अभियान में जिले की 20 पंचायतों के 25 गांव चयनित किये गये है जिसमें जल संरक्षण एवं जल संग्रहण के कार्य करवाये जाने है। उन्होंने सम्भागियों से आग्रह किया है कि वे इस अभियान को जन- जन का अभियान बनाने के लिए चेतना जगायें एवं आमजन का जुडाव को समाहित करें। उन्होंने कहा कि हमें इस अभियान को सरकारी अभियान न रखके जन - जन का अभियान बनाना है तभी हम आने वाली पीढी के लिए जल संरक्षण के क्षेत्र में कार्य कर पायेंगे।
गडीसर सरोवर पर शनिवार को होगा श्रमदान
मुख्य कार्यकारी अधिकारी चारण ने कार्यषाला में सम्भागियों को कहा कि जिला कलक्टर के मार्गदर्षन मेें जिला स्तर पर 23 जनवरी को प्रातः 8ः30 बजे पवित्र प्राचीन पेयजल स्त्रोंत गडीसर सरोवर पर ही श्रम दान का कार्यक्रम रखा गया है। उन्होंने कहा िकइस अभियान का शुभारंभ सभी चयनित 25 गांवों में 27 जनवरी को किया जाएगा इसलिए समाज के प्रबुद्ध नागरिक भी इस शुभारंभ समारोह में शरीक हो एवं जल संरक्षण के कार्य में पूरा सहायोग प्रदान करें।
यह गांव चयनित हैं
अधीक्षण अभियन्ता भागीरथ विष्नोई ने बताया कि जिले में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन योजना के अंतर्गत 25 गांव चयनित किये गये है उनमें पंचायत समिति जैसलमर में गांव उत्तरी छत्रैल, तेजवा, लाणेला, पोहडा, काठोडी, आसदे की ढाणी, खीयां व हडडा है। इसी प्रकार पंचायत समिति सम में गांव सांधुवा, कोडियासर, भेलाणी, रिवडी, संग्राम की ढाणी, कोरियों का गांव, सांडा व रामसर तथा पंचायत समिति सांकडा में गांव भाखरी, पदरोडा, बांधेवा, सांगाबेरा, शक्ति फौजनगर, जैतपुरा, रुपसर, भीखोडाई नई एवं केरावा है।
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