सोमवार, 25 जनवरी 2016

जोधपुर आजीवन कारावास काट रहे कैदी ने बैरक में लगाया फंदा, मौत



जोधपुर आजीवन कारावास काट रहे कैदी ने बैरक में लगाया फंदा, मौत


पत्नी व दो बच्चों की हत्या के आरोप में आजीवन कारवास की सजा काट रहे एक वायुसैनिक ने सेंट्रल जेल की बैरक में सोमवार शाम कपड़े से फंदा बना आत्महत्या कर ली। यह फंदा उसने पूर्व में सीसीटीवी कैमरे लगाने में प्रयुक्त होने वाली लोहे की एक एंगल पर लगाया।

फिलहाल आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है। जेल अधीक्षक विक्रम सिंह के अनुसार मृतक कैदी पंजाब में होशियारपुर जिले के सम्थिया शास्त्रीनगर निवासी अनिल पुत्र सत्यदेव था। वह जेल के वार्ड-16 के बैरक-1 बंद था। रविवार शाम चार बजे तक उसे बैरक में देखा गया था।

आधे घंटे बाद साढ़े चार बजे वह बैरक में लोहे की एंगल पर लटका नजर आया। सुरक्षाकर्मियों ने फंदे पर लटका देख अधिकारियों को सूचना दी। जेल में आत्महत्या होने की घटना के चलते एसीजेएम 1 मामले की जांच करेंगे। उनकी मौजूदगी में ही शव फंदे से उतारा गया।

मिला था मृत्यु दण्ड

थानाधिकारी इन्द्र सिंह ने बताया कि अनिल वासुदेव एयरफोर्स में सार्जेंट था। वह रातानाडा एयरफोर्स क्षेत्र में पत्नी व दो बच्चों के साथ रहता था। चरित्र पर संदेह के चलते वर्ष 2004 में उसने हथौड़े से पत्नी व दो बच्चों की हत्या की थी। तब से वह जेल में ही बंद था। हत्या के चलते उसे पहले फांसी की सजा सुनाई गई थी। जो बाद में आजीवन कारावास में तब्दील कर दी गई थी।
अवसाद में था
पुलिस का कहना है कि बैरक से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। आत्महत्या के कारण का पता नहीं लग पाया है, लेकिन वह लम्बे समय से अवसाद में था। वह काफी गुस्सेल स्वभाव का था। इसके चलते वह बैरक में अकेला ही था। उसके घर वाले भी उससे मिलने नहीं आते थे।
बाल्टी पर चढ़ 9 फुट ऊंची एंगल पर फंदा
बैरक में पुराने सीसीटीवी की एक एंगल लगी है। कुछ वर्ष पूर्व एंगल पर लगे सीसीटीवी कैमरे खोल दिए गए थे। यह एंगल 9 फुट ऊंची है। शाम करीब सवा चार बजे वह बाल्टी पर चढ़कर कपड़े से फंदा बनाकर लटक गया था।
जेल की सुरक्षा पर सवाल
कैदी के आत्महत्या की खबर से जेल में सनसनी फैल गई। जेल की सुरक्षा पर फिर से सवाल उठने लगे हैं। जेल में आए दिन झगड़े होते हैं। मारपीट, मोबाइल सहित अन्य सामान मिलना आम बात है। बंदियों से मारपीट की घटनाएं भी हो चुकी है। एेसे में जेल में बंदियों की सुरक्षा को लेकर सवालिया निशान लगने लगे हैं। जेल मुख्यालय को सूचना दे दी गई है।

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