जोधपुर नशे में धुत्त इस अधिकारी ने ट्रैफिक सिग्नल तोड़ झाड़ा रौब
शराब के नशे में कार चलाते हुए यातायात सिग्नल का उल्लंघन करने वाले मण्डल रेलवे जोधपुर के एक जन शिकायत निरीक्षक को ट्रैफिक पुलिस द्वारा रोकना इतना नागवार गुजरा कि उसने न सिर्फ हैड कांस्टेबल से अभद्र व्यवहार व गाली-गलौच की, बल्कि कार लॉक करके चलता बना। यातायात पुलिस ने चालान बनाकर कार जब्त की और क्रेन की मदद से पुलिस कन्ट्रोल रूम भेजा।
दरअसल, रेलवे का जन शिकायत निरीक्षक शैलेन्द्र सिंह राठौड़ शनिवार देर शाम सवा सात बजे कार से रेलवे स्टेशन की तरफ से खतरनाक पुलिए की तरफ आ रहे थे। तारघर मोड़ पर रेड सिग्नल के चलते यातायात रुका था। खतरनाक पुल की तरफ से यातायात चल रहा था, लेकिन जन शिकायत निरीक्षक ने कार नहीं रोकी।
वह कार को बीच में घुसा तारघर मोड़ की तरफ ले जाने लगा, लेकिन वह खड़े ट्रैफिक के हैड कांस्टेबल मनोहर सिंह ने कार रोक ली। इससे वह तैश में आ गया। वह नीचे उतरा और खुद को रेलवे का बड़ा अधिकारी बताते हुए हैड कांस्टेबल को धमकाने लगा।
पुलिस ने कार एक तरफ करने का आग्रह किया, लेकिन वह नहीं माना। पुलिस ने ब्रेथ एनेलाइजर से उसकी मेडिकल जांच कराई। इसमें शराब के नशे की पुष्टि हुई। हैड कांस्टेबल मनोहर सिंह ने यातायात सिग्नल का उल्लंघन व नशे में वाहन चलाने का चालान बनाया तथा कार सीज कर ली।
सख्ती होते देख रेलवे अधिकारी ने कार लॉक की और वहीं छोड़कर भाग निकला। पुलिस ने क्रेन बुलाई और कार को पुलिस कन्ट्रोल रूम भिजवाई।
Óदेख लेनेÓ की धमकी, पुलिस ने डाली रपट
हैड कांस्टेबल ने बताया कि ब्रेथ एनेलाइजर से रेलवे अधिकारी शैलेन्द्र की जांच करवाई। इसमें 73एमजी शराब पीने की पुष्टि हुई। जांच से वह और आवेश में आ गया।
उसने धमकी दी कि रेलवे अधिकारी होने के बावजूद उसकी जांच कैसे की। वह हैड कांस्टेबल को धमकी देते हुए वहां से चला गया। बाद में हैड कांस्टेबल ने यातायात पुलिस के रोजनामचे में उसकी अभद्रता, गाली-गलौच व धमकियां देने संबंधी रपट भी डाली।
मैंने नहीं पी शराब
Óमैं सरदारपुरा से घर जा रहा था। मैंने शराब नहीं पी रखी थी। सीट बेल्ट नहीं लगाने व सिग्नल क्रॉस करने की वजह से मेरा चालान हुआ था।Ó
शैलेन्द्र सिंह राठौड़, पब्लिक कम्प्लेन इंस्पेक्टर, मण्डल रेलवे जोधपुर।
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