शनिवार, 16 जनवरी 2016

जैसलमेर मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान में सभी समाजों एवं संत महात्माओं के सहयोंग की जरुरत - जिला कलक्टर



जैसलमेर  मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान में सभी समाजों एवं संत महात्माओं के सहयोंग की जरुरत - जिला कलक्टर

जल संरक्षण एवं जल संग्रहण के पावन अभियान को सफल बनाने का किया आहवान्

धार्मिक संस्थाओं के पदाधिकारियों एवं सामाजिक संगठनों की कार्यषाला आयोजित हुई




जैसलमेर 16 जनवरी/जिला कलक्टर विष्व मोहन षर्मा ने कहा कि प्रदेष के माननीय मुख्यमंत्री महोदया द्वारा जल संरक्षण के संबंध में जो महत्वपूर्ण ‘‘मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान’’ का शुभारम्भ किया गया है जो बहुत ही अनूठा एवं अनुकरणीय है। उन्होंने जीवन के अमूूल्य जल से जूडे इस अभियान को जिले मे सफल संचालन करने के लिए धार्मिक संस्थाओं के पदाधिकारियों, संत महात्माओं एवं समाज से जूडें प्रबुद्ध जनों से आहवान किया है कि वे इसमें अपनी पूर्ण सहभागिता दर्ज करावें एवं इसमें तन - मन एवं धन से पूरा सहयोंग प्रदान करें। उन्होंने कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देष्य बरसाती जल को किस प्रकार से संरक्षण एंव संग्रहित किया जा सकता है उस और सभी के सहयोग से विषेष कार्य करना है।

जिला कलक्टर षर्मा शनिवार को मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों के साथ आयोजित एक महत्वपूर्ण कार्यषाला को संबोधित करते हुए यह उदगार व्यक्त किये। इस कार्यषाला में मुख्य कार्यकारी अधिकारी नारायण सिंह चारण, अधीक्षण अभियन्ता आईडब्लयूएमपी भागीरथ विष्नोई के साथ ही रामदेव अन्न क्षेत्र रामदेवरा के महन्त प्रेमनाथ, श्री जगदम्बा सेवा समिति भादरिया के जुगल किषोर आसोरा, समाज के प्रबुद्ध नागरिक नेमीचन्द जैन, चुतरा राम प्रजापत, धर्म सिंह पंवार, सवाई सिंह, पप्पू सिंह, भंवर लाल आचार्य, चन्द्र प्रकाष व्यास, ओम प्रकाष गोसाई, शंकर सिंह करडा, सुरेन्द्र गोपा, राजेष भाटीया, कमल किषोर वैष्णव, दीप सिंह भाटी भी उपस्थित थें।

जिला कलक्टर ने संभागियों से आग्रह किया है कि वे चयनित गांवों को गोद लेकर उसमें जल संरक्षण एवं जल संग्रहण के कार्य में भी सहयोग दें। उन्होंने कहा है िकइस अभियान में संत महात्माओं का सहयोग मिलेगा तो इसमें अवष्य ही सफलता मिलेगी । उन्होंने इस अभियान के माध्यम से प्राचीन जल स्त्रांेतों को जीर्णाेद्धार कराने एवं उनके आगोर को अतिक्रमण से मुक्त कराने में भी सहयोग देने की बात कही।

जिला कलक्टर षर्मा ने बताया कि इस अभियान में जिले की 20 पंचायतों के 25 गांव चयनित किये गये है जिसमें जल संरक्षण एवं जल संग्रहण के कार्य करवाये जाने है। उन्होंने बताया िकइस अभियान आगाज चयनित प्रत्येक गांव से उस क्षेत्र के महान संत एवं प्रबुद्ध जनों के हाथों से करवाया जाएगा। उन्होंने सम्भागियों से आग्रह किया है कि वे इस अभियान को जन- जन का अभियान बनाने के लिए चेतना जगायें एवं आमजन का जुडाव को समाहित करें। उन्होंने कहा कि हमें इस अभियान को सरकारी अभियान रखके जनभाव का अभियान बनाना है तभी हम आने वाली पीढी के लिए जल संरक्षण के क्षेत्र में कार्य कर पायेंगे।

कार्यषाला में प्रब ुद्ध जनों ने सुझाव दिया कि इस अभियान के माध्यम से गांव के प्राचीन तालाबों, नाडियों, कुएं एवं बावडियों जो वर्तमान में उपयोग में नही ली जा रही है या व्यर्थ पडी है उनको जन सहयोग से दुरस्त करवाके बरसात के पानी को संग्रहित करना है एवं लोगो मे यह सन्देष देना है कि उनके पूर्वजों ने पानी के लिए जो साधन उनको विरासत मंे दिये गये है उनको पुनः जीवित करना हैै एवं उसकों इस प्रकार से रख- रखाव करनी है कि गांव के वासिन्दें एवं उनके पषुधन उस पानी को पीने के लिए उपयोग लें। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि लोगों में यह भाव पैदा करना है कि वे केवल सरकारी पेयजल आपूर्ति पर निर्भर न रहकर प्राचीन जल के स्त्रोतों का उपयोग करें।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी चारण ने कार्यषाला में सम्भागियों को कहा कि जिला कलक्टर के मार्गदर्षन मेें जिला स्तर पर 23 जनवरी को पवित्र प्राचीन पेयजल स्त्रोंत गडीसर सरोवर पर ही श्रम दान करकंे जल संरक्षण की शुरुआत करें । उन्होंने इस अभियान मंे सभी समाजों के व्यक्तियों को सम्मिलित करने का आग्रह किया एवं जल स्वावलम्बन अभियान में उनका भावनात्मक जुडाव लेने का आग्रह किया।

बढ - चढकर दिया सहयोग

कार्यषाला के अवसर पर जिला कलक्टर के आहवान पर रामदेव अन्न क्षेत्र ट्रस्ट रामदेवरा की ओर से 1 लाख 11 हजार एवं उसके संस्थापक महन्त प्रेमनाथ जी ने 11 हजार रुपयें अपनी ओर से देने की घोषणा की। इसी प्रकार श्री जगदम्बा सेवा समिति भादरिया की ओर से 51 हजार, पुष्करणा समाज जैसलमेर की ओर से 11 हजार रुपयें, गीता आश्रम ट्रस्ट जैसलमेर की ओर से 5 हजार 100 रुपयों का सहयोग देने की घोषणा की।

यह गांव चयनित हैं

अधीक्षण अभियन्ता भागीरथ विष्नोई ने बताया कि जिले में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन योजना के अंतर्गत 25 गांव चयनित किये गये है उनमें पंचायत समिति जैसलमर में गांव उत्तरी छत्रैल, तेजवा, लाणेला, पोहडा, काठोडी, आसदे की ढाणी, खीयां व हडडा है। इसी प्रकार पंचायत समिति सम में गांव सांधुवा, कोडियासर, भेलाणी, रिवडी, संग्राम की ढाणी, कोरियों का गांव, सांडा व रामसर तथा पंचायत समिति सांकडा में गांव भाखरी, पदरोडा, बांधेवा, सांगाबेरा, शक्ति फौजनगर, जैतपुरा, रुपसर, भीखोडाई नई एवं केरावा है।

---000---

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें