जैसलमेर में जगविख्यात ’’ मरु महोत्सव 2016 ’’ - 20 से 22 फरवरी तक
जिला कलक्टर ष्षर्मा ने नये कार्यक्रम समावेष करने के दिये निर्देष
कार्यक्रमों के संबंध में पूर्ण विवरण सहित ब्रोषर तैयार करें
जैसलमेर 16 जनवरी/देश-दुनिया में मशहूर जैसलमेर का परंपरागत ’’ मरु महोत्सव - 2016 ’’ आगामी 20 से 22 फरवरी 2016 तक धूमधाम से आयोजित किया जाएगा। इसे लेकर पर्यटन विभाग और जैसलमेर जिला प्रशासन की ओर से व्यापक तैयारियाँ आरंभ कर दी गई हैं। इस बार यह महोत्सव नए रंगों और अभिनव आकर्षक कार्यक्रमों के साथ नयापन लिए हुए होगा और देशी-विदेशी हजारों सैलानियों को भरपूर मनोरंजन का सुकून देगा।
मरु महोत्सव की तैयारियों को लेकर जिला कलक्टर विष्व मोहन षर्मा की अध्यक्षता में शनिवार को द्वितीय बैठक जिला कलक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में इससे संबंधित सभी कार्यक्रमों, तैयारियों आदि पर चर्चा की गई और विभिन्न प्रायोजकों, विभागों तथा पर्यटन विकास के क्षेत्रो से जुड़े लोगों को दायित्व सौंपे जाने के बारे में भी समीक्षा की गई।
बैठक में सभापति नगर परिषद जैसलमेर श्रीमती कविता खत्री, उपसभापति रमेष जीनगर, अतिरिक्त जिला कलक्टर भागीरथ षर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सज्जन सिंह , उपखण्ड अधिकारी जय सिंह, ग्रुप कैप्टन जीएनवी विजय आनन्द, उपसमादेष्टा सीमा सुरक्षा बल नितिन कुमार चोबे, होटल एवं पर्यटन यवसाय से जुडे प्रतिनिधि एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थें ।
नए कार्यक्रमों के साथ मनाएं महोत्सव
जिला कलक्टर षर्मा ने मरु महोत्सव को नवीन आकर्षणों के साथ भव्य एवं व्यापक ढंग से आयोजित करने के निर्देश देते हुए कहा कि इस बार मरु महोत्सव में साईकिल रैली यूथ क्लब के सहयोग के साथ ही सम रिसोर्ट संगठन के सहयोग से कार एवं जीप रैली तथा बाईक रैली के आयोजन किया जाये। उन्हांेने सहायक निदेषक को निर्देष दिये कि वे सिटी पार्क में फिल्म फेस्टीवल की भी व्यव्स्था के लिए पूरी तैयारी करावें एवं ऐसे आयोजकों से बात करके कितने बजट की आवष्यकता रहेगी यह भी जानकारी लें।
उन्होंने नगर परिषद सभापति को मरु महोत्सव के दौरान हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन कराने के साथ ही नगर को एकदम स्वच्छ एवं साफ - सुथरा बनानें की आवष्यकता जताई। उन्होंने तीनों ही दिवस आयोजित होनी वाली सांस्कृतिक संध्या में स्थानीय ख्यातनाम कलाकारों को भी षामिल करने के साथ ही गजल एवं ष्षायरी के कार्यक्रम भी आयोजित कराने की सलाह दी।
बहुआयामी आकर्षण जगाएं
जिला कलक्टर षर्मा ने सहायक निदेषक पर्यटक स्वागत केन्द्र को निर्देष दिये कि मरु महोत्सव के तीनों ही दिवस जो ईवेंट कराये जाते है उसके इतिहास के बारे मे संक्षिप्त विवरण लिखकर के एक रंगीन फोटो ग्राप्स सहित ब्रोषर छपवावें एवं उसको वितरित करावें ताकि लोगों को इन कार्यक्रमों के बारे में जानकारी पूर्व में हो।
जिला कलक्टर षर्मा ने मरु महोत्सव में पश्चिमी राजस्थान की लोक संस्कृति तथा आंचलिकता का पर्याप्त समावेश किए जाने और सभी प्रतियोगिताओं के लिए विभिन्न विधाओं में दक्ष विशेषज्ञों का पैनल बनाने के निर्देश दिए और कहा कि सारी प्रक्रियाएं पूरी तरह स्पष्ट और पारदर्शी होनी चाहिएं। उन्होंने निर्णायकों का पैनल भी मौके पर ही लाॅटरी के माध्यम से करने के साथ ही निर्णय में पूर्ण पारदर्षिता हो इस बात का पूरा ध्यान रखा जायें । उन्होंने हाॅटल व्यवसाइयों एवं रिसोर्ट धारकों को भी पूरा सहयोग देने की आवष्यकता जताई।
मरु महोत्सव का आगाज गडसीसर लेक से
बैठक में बताया गया कि मरु महोत्सव का शुभारंभ 20 फरवरी को गडसीसर लेक से शोभायात्रा से होगा तथा 21 फरवरी के कार्यक्रम शहीद पूनमसिंह स्टेडियम एवं डेडांसर मैदान में होंगे एवं मरू महोत्सव का समापन 22 फरवरी को सम के मखमली धोरो पर होगा।
बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार इस बार साफा बांध, मूमल महिन्द्रा, मूंछ, मिस मूमल, मरुश्री, ऊँट श्रृंगार, शान ए मरुधरा, रस्साकशी, पणिहारी मटका आदि प्रतिस्पर्धाएं होंगी। इन सभी प्रतिस्पर्धाओं के बीच-बीच में आकर्षक लोक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का समावेश भी होगा।
इसी प्रकार मरु महोत्सव के अंतिम दिन कुलधरा एवं खाभा में भ्रमण के साथ ही सम में रेतीले धोरों पर ऊँट दौड़ प्रतियोगिताएं, पतंग उडानबाजी शो होगा। इनके बाद सम के धोरों पर ही सायंकालीन लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं आतिशबाजी होगी।
मरू महोत्सव को और अधिक रोचक बनाने के लिए जो सुझाव आए है उस पर पूरा अमल किया जायेगा।
पर्यटन विभाग के उप निदेशक विकास पण्ड्या ने मरु महोत्सव के लिए पर्यटन विभाग द्वारा की जा रही तैयारियों एवं तीन दिवसीय कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी और बताया कि इसके लिए पर्यटन विभाग द्वारा भी जोरो शोरो से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है एवं व्यवस्थाओं को अन्तिम रूप दिया गया है।
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