बाड़मेर, यातायात नियमांे की पालना के साथ पहने क्वालिटी का हेलमेटः देशमुख
बाड़मेर, 24 जनवरी। सड़क हादसांे की रोकथाम के लिए यातायात नियमांे की पालना करने के साथ अच्छी क्वालिटी का हेलमेट पहनें। सफर करते समय वाहन चालक एवं अन्य यात्री सीट बेल्ट बांधकर रखें। साथ ही चालक तेज गति से वाहन नहीं चलाए। पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख ने मुल्तानमल भीखचंद छाजेड़ महिला महाविद्यालय मंे सड़क सुरक्षा सप्ताह के समापन समारोह के दौरान यह बात कही।
पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख ने कहा कि जब हम मोबाइल पर 4 से 5 हजार रूपए व्यय कर सकते है तो अपने जीवन को बचाने के लिए 1500 रूपए क्यों नहीं खर्च कर सकते है। उन्हांेने कहा कि आमतौर पर पुलिस से बचने के लिए वाहन चालक हेलमेट पहनते है। जबकि इसको परिवार और समाज तथा अपनी जिन्दगी बचाने के लिए हेलमेट पहनने की आदत डालनी होगी। उन्हांेने कहा कि हेलमेट पहनते समय स्ट्रेप बांधकर रखें। इसके अलावा नियंत्रित गति मंे वाहन चलाए और सभी यात्री सीट बेल्ट बांधकर रखें। अगर इतने नियमांे की भी पालना कर देते है तो कई अकाल मौतांे को रोका जा सकता है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यातायात एवं पुलिस विभाग सड़क सुरक्षा नियमांे की पालना करने के लिए प्रयास करते है। लेकिन आम आदमी को भी यह सुनिश्चित करना होगा कि स्वयं, परिवार, समाज और सड़क पर चलने वाले प्रत्येक व्यक्ति की सुरक्षित जिन्दगी के लिए यातायात नियमांे की पालना करेगा। उन्हांेने इस दौरान जिला परिवहन अधिकारी की ओर से सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान किए गए प्रयासांे की सराहना की।
इस दौरान अध्यक्षीय उदबोधन मंे महिला महाविद्यालय के प्राचार्य डा.हुकमाराम सुथार ने कहा कि जीवन की सुरक्षा तभी संभव है जब यातायात नियमांे की पालना करेंगे। उन्हांेने समापन समारोह के लिए कालेज के चयन के लिए पुलिस एवं यातायात विभाग का आभार जताते हुए कहा कि छात्राआंे को लाइसेंस दिलाने के लिए एक शिविर आयोजित किया जाए। उन्हांेने कहा कि कालेज की 12 छात्राआंे को राज्य सरकार की मेघावी विद्यार्थी योजना के तहत स्कूटी दी जाएगी। उन्हांेने प्रतिभागियांे से यातायात सुरक्षा नियमांे के बारे मंे अधिकाधिक लोगांे को जानकारी देने की अपील की।
इस दौरान जिला परिवहन अधिकारी डी.डी.मेघानी ने सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान हुए आयोजनांे के बारे मंे विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि थार सुरक्षा समिति,पुलिस, यातायात विभाग तथा विभिन्न स्वयंसेवी संगठनांे के सहयोग से यह अभियान निरंतर जारी रहेगा। उन्हांेने कहा कि वाहन हादसे विकराल समस्या बन गए है। इस पर अंकुश लगाने के लिए सबको प्रयास करने होंगे। इस बार सड़क सुरक्षा अभियान का मोटो भी रोड़ सेफ्टी फोर टाइम एक्शन रखा गया था। उन्हांेने कहा कि हम यह प्रण ले कि यातायात नियमांे की पालना करेंगे तो निसंदेह काफी हद तक सड़क हादसांे पर रोक लग सकेगी। उन्हांेने सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान सहयोग करने वाले विभिन्न संगठनांे एवं व्यक्तियांे का आभार जताया। डा.बी.डी.तातेड़ ने कहा कि परिवार वालांे के लिए हम सबको यातायात नियमांे का पालन करना होगा। उन्हांेने कहा कि वाहन चलाते समय भी मोबाइल से बात करने के कारण हादसे होते है। ऐसे मंे सिर्फ यातायात विभाग की जिम्मेदारी नहीं है प्रत्येक व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। समापन समारोह के दौरान अंतरीदेवी बालिका विद्यालय की दिप्ती खत्री ने सड़क सुरक्षा नियमांे की जानकारी दी। वहीं रिकूं राजपुरोहित, लक्ष्मी चैधरी ने सड़क सुरक्षा संबंधित गीतांे के जरिए आमजन को यातायात नियम बताएं। कुमारी भावना माहेश्वरी समेत विभिन्न प्रतिभागियांे से प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम के दौरान सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान योगदान करने वाले व्यक्तियांे एवं स्वयंसेवी संगठनांे तथा विभिन्न प्रतियोगिताआंे के विजेताआंे को सम्मानित किया गया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख और जिला परिवहन अधिकारी डी.डी.मेघानी को थार सड़क सुरक्षा समिति की ओर से अभिनंदन पत्र भेंट किया गया। समारोह के दौरान परिवहन निरीक्षक रमेश चावड़ा, गजेन्द्र ओझा, विनित चैहान, यातायात प्रभारी आनंद कुमार, थार सड़क सुरक्षा समिति के सचिव एवं धारा संस्थान के महेश पनपालिया, प्रीतम जैन हालावाला, उपाध्यक्ष हरीश प्रजापत, रजनीकांत, सुर संगम संस्थान के नरसिंग बाकोलिया, इन्द्रप्रकाश पुरोहित,टीकमदास सुखपाल, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी गोपालसिंह समेत कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डा.बी.डी.तातेड़ ने किया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें