बुधवार, 16 दिसंबर 2015

अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह सरगना विक्रम बिश्नोई गिरफ्तार

अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह सरगना विक्रम बिश्नोई गिरफ्तार

श्रीगंगानगर. आखिर अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह के सरगना विक्रम बिश्नोई को कोतवाली पुलिस ने मंगलवार रात गिरफ्तार कर लिया। उससे चुराए गए 104 वाहन बरामद किए गए हैं। वाहन बरामदगी का सिलसिला जारी रहने की उम्मीद है।

पुलिस इस गिरोह से जुड़े कई अन्य छुपे चेहरे भी सामने लाएगी। फिलहाल आरोपी को अदालत के आदेश से 7 दिन की पुलिस अभिरक्षा में लिया गया है। बीकानेर संभाग के पुलिस महानिरीक्षक डॉ. गिर्राज मीणा ने बुधवार सुबह पुलिस लाइन में पत्रकार वार्ता आयोजित कर खुलासा किया। उन्होंने बताया कि आरोपी पंजाब के गुमजाल निवासी विक्रम बिश्नोई ने आत्मसमर्पण कर दिया था। उसकी निशानदेही पर कोतवाली पुलिस ने 18 वाहन बरामद किए हैं। इसी गैंग के चुराए गए 12 वाहन भिरानी पुलिस बरामद कर चुकी है। पंजाब पुलिस ने भी आरोपी के चुराए गए 68 वाहनों को बरामद किया था। ये सभी वाहन कोतवाली पुलिस अदालत के आदेश से पंजाब पुलिस के पास से श्रीगंगानगर लाएगी। पत्रकार वार्ता में पुलिस अधीक्षक राहुल कोटोकी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र सिंह और कोतवाल विष्णु खत्री भी मौजूद थे।

टैक्सी चलाते चलाते घूम गया दिमाग

आरोपी विक्रम से हुई पूछताछ के आधार पर आईजी मीणा ने बताया कि वह जिला मुख्यालय पर ही टैक्सी स्टैंड पर गाड़ी की ड्राइविंग करता था। इसी दौरान उसके संपर्क में अलवर जिले के स्वरूप सहाय और हाल बापूनगर निवासी महेंद्र मीणा आया। उसने गाड़ी चुराकर बेचने का आइडिया दिया। दोनों आरोपियों ने मिलकर गाड़ी चुराई और उसे कबाड़ी को बेच दिया। इस तरह से मुनाफा अच्छा आने के बाद नियत बदल गई और यही धंधा शुरू कर दिया। आरोपी विक्रम बिश्नोई का संपर्क पंजाब में डेरा व्यास स्थित परिवहन कार्यालय में एजेंट सुखा गुर्जर से हुए। सुक्खा गुर्जर पहले ही पंजाब नंबरी वाहनों के वन टाइम टैक्स और फर्जी आरसी बनाने का काम कर रहा था। उसके संपर्क में आने के बाद वाहन चुराकर उसके चेसिज और इंजन नंबर अल्ट्रेशनकर फुल रेट में बेचने का आइडिया पर काम किया। विक्रम और उसकी गैंग के सदस्य वाहन चुराते और इन गाडि़यों के अल्ट्रेशन के बाद उसी नंबर की चेसिज और इंजन नंबर की आरसी सुक्खा गुर्जर तैयार कर देता था। यह गिरोह सैकड़ों वाहन चुराकर बेच चुका है।

संदेह के घेरे में आया और अब गिरफ्त में

हालांकि गैंग सात साल से वाहन चोरी कर रहा है। 29 जून को बस स्टैंड चौकी पुलिस ने एक बोलेरो गाड़ी को पकड़ा था। इस गाड़ी को 15 जेड निवासी ताराचंद स्वामी ने आठ ए निवासी तेजवंत सिंह जटसिख को विक्रम से दिलवाई थी। ताराचंद उसी गैंग का सक्रिय सदस्य है। पुलिस ने गाड़ी के चेसिज और इंजन नंबर का मिलान किया तब वे अल्ट्रेशन किए हुए पाए गए। इस पर दोनों के साथ ही विक्रम बिश्नोई पर नामजद मुकदमा दर्ज किया गया। उसी दिन पहली बार विक्रम का नाम पुलिस के पास दर्ज हुआ। इस गिरोह में आरोपी महेंद्र मीणा मास्टर की तैयार करने का काम करता था। आरोपी अबोहर के सुखचैन निवासी रामदास उर्फ आरडी,नागौर जिले के भैड़ गांव निवासी शक्तिसिंह बिश्नोई, और श्रीगंगानगर की डाल कॉलोनी निवासी सुखवीरसिंह सोनी के नाम सामने आए। इनमें से महेंद्र मीणा को पुलिस पहले ही प्रोडक्शन वारंट पर गिर$फतार कर चुकी है।

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