मंगलवार, 22 दिसंबर 2015

जयपुर। निजी विश्वविद्यालयों-कॉलेजों पर नियंत्रण के लिए नियामक आयोग के गठन का खाका तैयार

जयपुर। निजी विश्वविद्यालयों-कॉलेजों पर नियंत्रण के लिए नियामक आयोग के गठन का खाका तैयार


— रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में बनेगा नियामक आयोग, शिक्षाविद रहेंगे आयोग मेेें
— उच्च शिक्षा विभाग ने नियामक आयोग के गठन के लिए कैबिनेट नोट तैयार किया
— कैबिनेट की मंजूरी के बाद हो जाएगा नियामक आयोग का गठन
— निजी विश्वविद्यालयों की गड़बड़ियों पर रहेगी आयोग की निगाहें
— मनमानी फीस वसूलने पर भी आयोग नजर रखेगा



जयपुर। प्रदेश में निजी विश्वविद्यालयों और निजी कॉलेजों पर नियंत्रण के लिए नियामक आयोग का गठन होने का रास्ता साफ हो गया है। उच्च शिक्षा विभाग ने नियामक आयोग के गठन का प्रस्ताव तैयार कर कैबिनेट नोट बना लिया है। नियामक आयोग के प्रस्ताव पर अब कैबिनेट की मंजूरी बाकी है। कैबिनेट की मंजूरी मिलते ही आयोग का गठन हो जाएगा।

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रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में नियामक आयोग बनेगा जिसमें शिक्षाविद भी होंगे। नियामक आयोग निजी विश्वविद्यालयों की गतिविधियों पर निगाह रखेगा। साथ ही फीस, छात्रों की शिकायतें और डिग्रियों पर भी निगरानी रखेगा। नियामक आयोग खास तौर से निजी विश्वविद्यालयों में होने वाली गड़बड़ियों पर निगाह रखकर उन्हें रोकने के लिए बनाया जा रहा है। जोधपुर नेशनल यूनिवर्सिटी में फर्जी डिग्रियों का मामला सामने आने के बाद नियामक आयोग की जरूरत महसूस की जा रही थी। राज्य सरकार ने दूसरे राज्यों के मॉडल का भी अध्ययन किया है।

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