मंगलवार, 15 दिसंबर 2015

जैसलमेर। वॉर मेमोरियल बने गौरवशाली इतिहास के गवाह

जैसलमेर। वॉर मेमोरियल बने गौरवशाली इतिहास के गवाह

जैसलमेर। जैसलमेर के पर्यटन इतिहास में भारतीय सेना द्वारा नया अध्याय पर्यटकों को खूब रास आ रहा है। 1965 व 1971 में हुए भारत—पाक युद्धों की यादों को आम जनता के बीच रखने और इन युद्धों में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए सेना द्वारा जैसलमेर—जोधपुर रोड़ पर वार म्यूजियम का निर्माण किया गया। इस म्यूजियम में 65 व 71 के युद्ध के दौरान काम में आए हथियार, टैंक, हवाई जहाज एवं युद्ध के जीवन्त चित्रों की प्रदर्शनी आमजन व जैसलमेर आने वाले देशी व विदेशी सैलानियों के लिए लगाई गई। अब ये प्रदर्शनी जैसलमेर के पर्यटन व्यवसाय में मील का पत्थर साबित होती नजर आ रही है।

war-memorial-of-1965-and-1971-indo-pak-war-in-jaisalmer-85693

जैसलमेर जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर भारतीय सेना द्वारा निर्मित वॉर म्यूजियम इन दिनों पर्यटकों के साथ आमजन के लिए भी भ्रमण के मुख्य केंद्र के रुप में स्थापित हो चुका है। भ्रमण के लिए जाने वाले लोगों के लिए बेहद शांत वातावरण में स्थित वॉर म्यूजियम में ठंडी हवा के साथ मधुर देशभक्ति गीत रोम-रोम में देश के लिए शहीद हुए लोगों की याद के साथ रोमांच भर रहा है।



वॉर म्यूजियम को देखने रोजाना सैकडों लोग पहुंच रहे हैं। वॉर म्यूजियम में भ्रमण के बाद लोगों के मन में भारतीय सेना की शानदार छवि की छाप और ज्यादा गहरी हो रही है। 24 अगस्त को शुरू हुए वॉर म्यूजियम को अब तक लगभग 70 हजार लोग निहार चुके हैं। वॉर म्यूजियम देखने वालों में लगभग 5 से 6 हजार विदेशी पर्यटक भी शामिल है। आमजन के साथ पर्यटक भी इसे अविस्मरणीय बता रहे हैं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें