भरतपुर। नगर पालिका चुनावों में निर्दलियों ने दिखाया दम, 190 में से 120 सीटें जीती
भरतपुर। राजस्थान में भरतपुर जिले की आठ नगर पालिका क्षेत्रों में हुए चुनावों का नतीजा घोषित कर दिया गया है। नगर पालिका चुनाव में निर्दलियों ने बाजी मारते हुए 190 में से 120 सीटों पर कब्जा जमाया है। आज सुबह लगभग सवा दो घंटों तक चले उतार-चढ़ाव भरे परिणामों के बाद निर्दलियों ने ताल ठोकते हुए सत्ताधारी दल बीजेपी और विपक्षी दल कांग्रेस को आइना दिखा दिया। भरतपुर में आठ नगर पालिका क्षेत्रों में कुल 190 वार्ड है जिनमें से दो वार्डों में निर्विरोध पार्षद पहले ही चुन लिए गए है जबकि 188 वार्डो में मतगणना सुबह आठ बजे से शुरू हुई थी।
निर्दलीय उम्मीदवारों ने कुल 190 सीटों में से 120 पर कब्जा जमा लिया, वहीं भारतीय जनता पार्टी ने 58 सीटों पर विजय हासिल की है। इसके साथ ही कांग्रेस महज 11 सीटों पर सिमट कर रह गई। निर्दलीय उम्मीदवार इन चुनावों में किंग मेकर बनकर उभरे हैं। भुसावर पालिका क्षेत्र के वार्ड 2 में ईवीएम मशीन खराब होने के कारण काफी देर तक परिणाम अटका रहा। काफी देर की मशक्कत के बाद इंजीनियर के आने पर मशीन को ठीक किया गया तब कहीं जाकर परिणाम जारी हो सका।
जिस तरह से चुनाव परिणाम आए हैं वे बेहद चौंकाने वाले हैं क्योंकि नगर पालिका बोर्ड बगैर निर्दलियों के नहीं बनाया जा सकता। एक दिन पहले अपने दो साल के कार्यकाल का जश्न मना चुकी भाजपा सरकार के जनादेश में कहीं ना कहीं गिरावट आई है।
भरतपुर। राजस्थान में भरतपुर जिले की आठ नगर पालिका क्षेत्रों में हुए चुनावों का नतीजा घोषित कर दिया गया है। नगर पालिका चुनाव में निर्दलियों ने बाजी मारते हुए 190 में से 120 सीटों पर कब्जा जमाया है। आज सुबह लगभग सवा दो घंटों तक चले उतार-चढ़ाव भरे परिणामों के बाद निर्दलियों ने ताल ठोकते हुए सत्ताधारी दल बीजेपी और विपक्षी दल कांग्रेस को आइना दिखा दिया। भरतपुर में आठ नगर पालिका क्षेत्रों में कुल 190 वार्ड है जिनमें से दो वार्डों में निर्विरोध पार्षद पहले ही चुन लिए गए है जबकि 188 वार्डो में मतगणना सुबह आठ बजे से शुरू हुई थी।
निर्दलीय उम्मीदवारों ने कुल 190 सीटों में से 120 पर कब्जा जमा लिया, वहीं भारतीय जनता पार्टी ने 58 सीटों पर विजय हासिल की है। इसके साथ ही कांग्रेस महज 11 सीटों पर सिमट कर रह गई। निर्दलीय उम्मीदवार इन चुनावों में किंग मेकर बनकर उभरे हैं। भुसावर पालिका क्षेत्र के वार्ड 2 में ईवीएम मशीन खराब होने के कारण काफी देर तक परिणाम अटका रहा। काफी देर की मशक्कत के बाद इंजीनियर के आने पर मशीन को ठीक किया गया तब कहीं जाकर परिणाम जारी हो सका।
जिस तरह से चुनाव परिणाम आए हैं वे बेहद चौंकाने वाले हैं क्योंकि नगर पालिका बोर्ड बगैर निर्दलियों के नहीं बनाया जा सकता। एक दिन पहले अपने दो साल के कार्यकाल का जश्न मना चुकी भाजपा सरकार के जनादेश में कहीं ना कहीं गिरावट आई है।
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