बाड़मेर। कौशल विकास केन्द्र केे माध्यम से युवाओ को प्रशिक्षित करना है :-माथुर
बाड़मेर। राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम का मुख्य ध्येय युवाओ को कौशल विकास केन्द्र केे माध्यम से प्रशिक्षित करना है ताकि वे कौशल विकसित करने के उपरान्त अपनी आजीविका हेतु स्वरोजगार आदि अपना कर जीविकोपार्जन कर सके।
यह बात राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम बाड़मेर के जिला सलाहकार गौतम माथुर ने नेहरू युवा केन्द्र में आयोजित राष्ट्रीय युवा कोर स्वंय सेवक प्रशिक्षण के दौरान कही। माथुर ने स्वंय सेवको को राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम द्वारा द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न आवासीय व गैर आवासीय प्रशिक्षण केन्द्रो के बारे में विस्तार से जानकारी देतंे हुए स्वंय सेवको से अपील कि की वे युवाओ को कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम से जोड़ने में अपनी भूमिका अदा करे ताकि ग्रामीण युवाओ के हाथ में हुनर प्राप्त हो सके।
इस अवसर पर माथुर ने दीनदयाल उपाध्याय योजना,आर0एस0टी0पी0 योजना,स्पेशल परियोजना आदि के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए स्वंय सेवको की जिज्ञासाओ को शांत किया।
प्रथम सत्र में नेहरू युवा केन्द्र के राजेन्द्र पुरोहित ने स्वंय सेवको का समाचार लिखंे जाने के बारे में विसतार से समझाते हुए कहा कि समाचार इस प्रकार से तेयार किया जावे कि उसकी विश्वसनीयता बनी रहेी साथ ही खबर कब,कहा,घटित हुई आदि समस्त बातो को उसमें समावेश हो।
स्वंय सेवको द्वारा समाचार लिखे जाने का अभ्यास भी किया गया जिसमें काभंल खा, तगाराम, विक्रम सिंह, भरत कुमार जीनगर, सुजान सिंह आदि ने विभिन्न विद्याओ पर समाचार का लेखन किया। प्रारंभ में स्वंय सेवको ने देश भक्ति व प्रेरणा गीत का अभ्यास व योगाभ्यास किया साथ ही अपने अपने क्षेत्र में स्थित ऐतिहासिक व सांस्कृतिक धरोहरो की सूची तैयार की।
बाड़मेर। राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम का मुख्य ध्येय युवाओ को कौशल विकास केन्द्र केे माध्यम से प्रशिक्षित करना है ताकि वे कौशल विकसित करने के उपरान्त अपनी आजीविका हेतु स्वरोजगार आदि अपना कर जीविकोपार्जन कर सके।
यह बात राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम बाड़मेर के जिला सलाहकार गौतम माथुर ने नेहरू युवा केन्द्र में आयोजित राष्ट्रीय युवा कोर स्वंय सेवक प्रशिक्षण के दौरान कही। माथुर ने स्वंय सेवको को राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम द्वारा द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न आवासीय व गैर आवासीय प्रशिक्षण केन्द्रो के बारे में विस्तार से जानकारी देतंे हुए स्वंय सेवको से अपील कि की वे युवाओ को कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम से जोड़ने में अपनी भूमिका अदा करे ताकि ग्रामीण युवाओ के हाथ में हुनर प्राप्त हो सके।
इस अवसर पर माथुर ने दीनदयाल उपाध्याय योजना,आर0एस0टी0पी0 योजना,स्पेशल परियोजना आदि के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए स्वंय सेवको की जिज्ञासाओ को शांत किया।
प्रथम सत्र में नेहरू युवा केन्द्र के राजेन्द्र पुरोहित ने स्वंय सेवको का समाचार लिखंे जाने के बारे में विसतार से समझाते हुए कहा कि समाचार इस प्रकार से तेयार किया जावे कि उसकी विश्वसनीयता बनी रहेी साथ ही खबर कब,कहा,घटित हुई आदि समस्त बातो को उसमें समावेश हो।
स्वंय सेवको द्वारा समाचार लिखे जाने का अभ्यास भी किया गया जिसमें काभंल खा, तगाराम, विक्रम सिंह, भरत कुमार जीनगर, सुजान सिंह आदि ने विभिन्न विद्याओ पर समाचार का लेखन किया। प्रारंभ में स्वंय सेवको ने देश भक्ति व प्रेरणा गीत का अभ्यास व योगाभ्यास किया साथ ही अपने अपने क्षेत्र में स्थित ऐतिहासिक व सांस्कृतिक धरोहरो की सूची तैयार की।
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