शनिवार, 19 दिसंबर 2015

सांडेराव से जालोर-बाड़मेर तक बनेगा एनएच

सांडेराव से जालोर-बाड़मेर तक बनेगा एनएच

सांडेराव से जालोर-बाड़मेर तक बनेगा एनएच
पाली। पाली, जालोर बाड़मेर क्षेत्र के लोगों के लिए महत्वपूर्ण नेशनल हाइवे 325 का सर्वे पूरा हो चुका है। कंसलटेंट एजेंसी ने हाइवे के अलाइनमेंट एप्रूवल के लिए पूरा सर्वे तैयार कर नोएडा स्थित इंडिया हाइवे अकादमी को भेजा गया है। अकादमी के इंजीनियर्स द्वारा हाइवे का एप्रूवल करने के बाद डीपीआर की स्वीकृति जारी की जाएगी। डीपीआर की स्वीकृति मिलने के बाद नेशनल हाइवे अथॉरिटी द्वारा टेंडर प्रक्रिया शुरू कर इस महत्वपूर्ण योजना को शुरू किया जाएगा।

विभागीय जानकारी के अनुसार सर्वे कार्य पूरा हो जाने के बाद इसे स्वीकृति के लिए भेजा जा चुका है। संभवतया अगले साल मार्च के अंत तक एप्रुवल भी मिल जाएगी। एप्रूवल के बाद टैंडर प्रोसेस शुरू होगा। गौरतलब है कि जुलाई माह में हाइवे निर्माण के लिए गुड़गांव की होल टेक कंपनी ने सर्वे काम शुरू किया था। जिसके बाद नवंबर माह में कंपनी ने सांडेराव तखतगढ़ होते जालोर से बालोतरा तक 132 किमी इस रूट का सर्वे कर रिपोर्ट तैयार करवाकर विभाग द्वारा इसे नोएडा भेजा गया।


132किमी तक बनेगा फोरलेन : विभागीय जानकारी के अनुसार कंपनी ने कुल 132 किमी रूट का सर्वे किया है। इस सर्वे में रूट का अलाइनमेंट जांचा गया। आवश्यकतानुसार रूट में परिवर्तन भी किया गया। जिन स्थानों पर अधिक मोड या धरातल असमान थे उसे रूट मैप में सुधारा भी गया है। हाइवे का ड्राइंग तैयार करने के बाद इसे नोएडा एप्रूवल के लिए भेजा गया।


दो भागों में होगा हाइवे का निर्माण : पाली, जालोर बाड़मेर जिलों को जोड़ने वाले इस हाइवे का काम दो भागों में किया जाएगा। सर्वे रिपोर्ट के अनुसार पचपदरा के गुलाब सर्कल से होते हुए सिवाना तक 60 किमी के लिए 195 करोड़ रुपए खर्च होंगे। वहीं दूसरा जालोर बॉर्डर से तखतगढ़ होते सांडेराव तक 195 करोड़ रुपए की वित्तीय स्वीकृति जारी हो चुकी है।


टू-लेन का बनेगा नेशनल हाइवे : पाली जिले को जालोर और जालोर जिले को बाड़मेर जिले से कनेक्ट करने वाला यह नेशनल हाइवे पर दो लेन का बनेगी। इसकी चौड़ाई 10 मीटर होगी और किनारे पर एक-एक मीटर की ग्रेवल सड़क भी बिछाई जाएगी। हाइवे में 3.75 मीटर, 5.5 मीटर तथा 7 मीटर चौड़ाई वाली सड़कों को 10 मीटर तक चौड़ा किया जाएगा। यही नहीं इस रूट में आने वाले अतिव्यस्त और व्यस्त क्षेत्रों में ट्रेफिक व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए मार्ग को आवश्यकतानुसार और भी चौड़ा किया जाएगा।

यातायात दबाव पर बनेंगे आरओबी : तीनों जिलों को जोड़ने वाले इस मार्ग पर कई जगहों पर रेलवे क्रॉसिंग जगह-जगह यातायात का दबाव भी हैं। नेशनल हाइवे अथॉरिटी इसकी प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाकर चिह्नित स्थानों पर आरओबी के प्रस्ताव भी लिए है। सड़क निर्माण या मौजूदा सड़क के विकास को लेकर गजट नोटिफिकेशन के आधार पर कंट्रोल जोन की ओर से शहरी ग्रामीण में जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। जमीन अधिग्रहण के साथ ही जमीन मालिकों को सरकार की ओर से मुआवजा दिया जाएगा।




बीते वर्ष स्वीकृति नेशनल हाइवे 325 पाली, जालोर बाड़मेर तीनों जिलों के लिए महत्वपूर्ण हैं। इस नए हाइवे का निर्माण हो जाने के बाद तीनों जिलों का आपस में जुड़ाव होगा। इस हाइवे को वर्ष 2014 में भूतल परिवहन विभाग भारत सरकार ने राजस्थान राज्य के नेशनल हाइवे के वार्षिक प्लान में शामिल किया था। हाइवे का निर्माण होने से पाली से बाड़मेर या बालोतरा जाने वाले लोगों को काफी फायदा मिलेगा।




325 हाइवे का पूरा हो चुका है सर्वे




पाली के सांडेराव से तखतगढ़, जालोर से बालोतरा तक बनने वाले नेशनल हाइवे 325 का अलाइनमेंट सर्वे पूरा कर लिया है। फर्म ने नवंबर माह के अंत में काम पूरा कर दिया था। अब इसे स्वीकृति के लिए नोएडा स्थित इंडियन हाइवे अकादमी को भेजा गया है। अकादमी से स्वीकृति मिलने के बाद डीपीआर टैंडर की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। मार्च माह के अंत तक इसकी स्वीकृति मिल की पूरी उम्मीद है। -जेपी सुथार, एक्सईएन, एनएचएआई, बाड़मेर




तखतगढ़. सांडेरावसे तखतगढ़-जालोर होकर बालोतरा तक अलॉट नेशनल हाईवे 325।

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