मंगलवार, 8 दिसंबर 2015

देश के शांति और समरसता हेतु विधटनकारी तत्वों का दमन आवश्यक-कर्नल सोनाराम



देश के शांति और समरसता हेतु विधटनकारी तत्वों का दमन आवश्यक-कर्नल सोनाराम
जैसलमेर 08दिसम्बर 2015। बाड़मेर-जैसलमेर सांसद के निजी प्रवक्ता अरूण पुरोहित ने बताया कि लोकसभा में बाडमेर से सांसद कर्नल सोनाराम चैधरी ने देश में व्याप्त उग्रवादी गतिविधियों पर चिन्ता व्यक्त करते हुए प्रशनकाल में तारांकित प्रषन संख्या 126 के माध्यम से जानकारी चाही कि देश में विशेषकर पूर्वोतर क्षेत्र में विधटनकारी एवं उग्रवादी समुहों से क्षेत्र मंे शान्ति एवं समरसता का खतरा उत्पन्न होने के निपटने हेतु क्या कार्रवाई की जा रही है। केन्द्रीय गृहराज्य मन्त्री किरेन रिजिजू ने सांसद को बताया कि भारतीय विद्रोही समूहो (आईआईजी) द्वारा पडोसी देषों में अपने ठिकानों/अस्थाई षिविर स्थापित किये जाने की सूचना है। सरकार द्वारा विभिन्न स्तरों पर पडोसी देषों के साथ मामलो केा उठाया जा रहा है। देषों ने आष्वस्त किया है कि भारत-विरोधी गतिविधियों की अनुमति नहीं देगे। केन्द्र सरकार विद्रोही-रोधी अभियानों के लिए अतिरिक्त केन्द्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती, आसूचना के आदान-प्रदान, स्थानीय पुलिस बलों और आसूचना एजेंसियों को सुद्ढ करने के लिए वितिय सहायता/राज्य सरकारों को सुरक्षा संबंधी व्यय की प्रतिपूर्ति, इंडिया रिर्जव बटालियनों के गठन हेतु सहायता और ऐसे अन्य उपायों के द्वारा विद्रोही समूहों की गतिविधियों केा नियन्त्रित करने के लिए राज्य सरकारों के प्रयासों को सम्पूरित कर रही है।

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