बाड़मेर,हस्तशिल्प संरक्षण के साथ मार्केंटिग विकल्प तलाशेंः नेहरा
बाड़मेर, 14 दिसंबर। बाड़मेर जिले मंे हस्तशिल्प संरक्षण के साथ हस्त शिल्पियांे को प्रोत्साहित करने की दिशा मंे प्रयास करने की जरूरत है। इसके अलावा मार्केंटिग के विकल्प तलाशते हुए उनको आर्थिक लिहाज से अधिक फायदा दिलाया जाए। जिला कलक्टर एम.एल.नेहरा ने जिला उद्योग केन्द्र तथा ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान, बलदेव नगर की ओर से सोमवार को हस्तशिल्प सप्ताह के तहत आयोजित प्रदर्शनी के उदघाटन के अवसर पर यह बात कही।
जिला कलक्टर एम.एल.नेहरा ने कहा कि हस्तशिल्प को प्रोत्साहित करने के लिए अधिकाधिक स्वयं सहायता समूहांे का गठन करते हुए हस्तशिल्पियांे को जोड़ा जाए। राज्य सरकार की मंशा भी हस्तशिल्प को प्रोत्साहन देने की है। ऐसे मंे जिला उद्योग केन्द्र एवं अन्य सरकारी योजनाआंे से अधिकाधिक हस्तशिल्पियांे को लाभांवित करवाया जाए। उन्हांेने इस तरह के आयोजन के प्रयासांे को सराहनीय बताते हुए जिला प्रशासन की ओर से यथासंभव सहयोग का भरोसा दिलाया। इससे पहले उन्हांेने हस्तशिल्प प्रदर्शनी का उदघाटन किया। इस दौरान ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान की अध्यक्ष श्रीमती रूमा देवी ने संस्था अध्यक्ष श्रीमती रूमा देवी ने ग्रामीण क्षेत्र में चल रहे हस्तशिल्प के कार्यो पर प्रकाश डालते हुए संस्थान की ओर से चलाए जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी दी। जिला उद्योग केन्द्र बाडमेर के महा प्रबंधक धनश्याम गुप्ता ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से दस्तकारो के उत्थान के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही है। उन्हांेने कहा कि ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान ग्रामीण महिला दस्तकारों के उत्थान के लिए सराहनीय कार्य कर रहा है। कार्यक्रम में केयर्न इंडिया के वरिष्ठ प्रबंधक खुरम नायब जीवीसीएस संस्थान के कार्यो की सराहना करते हुए हस्तशिल्पियो के लिए केयर्न की और से गरीब महिलाओं को सिलाई मशीनें इस कार्यक्रम में भेट की। कार्यक्रम के अंत मंे संस्था सचिव विक्रम सिंह ने सभी आगुतंको का आभार जताते हुए कहा कि आगामी नव वर्ष की शुरूआत में एक जनवरी को हस्तशिल्प प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी। कार्यक्रम मंे केयर्न इंइिया के धुव्र नारायण, नाबार्ड जिला विकास प्रबंधक माणक चन्द रेगर, सेवानिवृत कमाडेंट जोर सिंह, अग्रणी जिला प्रबंधक विशनाराम बाकोलिया, कन्या छात्रावास की अधीक्षक श्रीमती अमृत कोर, उद्यमी पुरूषोतम खत्री, छात्र संघ अध्यक्ष भुराराम गोदारा, नरसिंह बाकोलिया, नरसिंह कडवासरा, जिया राम, रेखाराम सारण, गोरव पनावड़ा, अजय चैधरी, केवला हिगडा महाबार,गणेश बोसिया महाबार, खेताराम नवाद, तीर्थ दास, मोहन सोलंकी, अश्विनी खत्री समेत कई हस्तशिल्पी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन नरपतराज एवं आराधना ने किया। जिला कलक्टर समेत अन्य अतिथियांे ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
इन महिलाआंे को मिली सिलाई मशीनेंः कार्यक्रम के दौरान केयर्न इंडिया की ओर से बबरी देवी, जेती देवी, मतीदेवी, चूनी देवी, ढेली देवी, केकूदेवी, कमला, लीलादेवी, तारोदेवी, दीपा देवी, गीता देवी एवं मरूओ देवी को सिलाई मशीन वितरित की गई।
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