गुरुवार, 17 दिसंबर 2015

बाड़मेर,जल संरक्षण के कार्याें को प्राथमिकता देंः नेहरा, अभियान मंे होंगे 174 करोड़ के कार्य



बाड़मेर,जल संरक्षण के कार्याें को प्राथमिकता देंः नेहरा, अभियान मंे होंगे 174 करोड़ के कार्य
बाड़मेर, 17 दिसंबर। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान मंे जल संरक्षण के कार्याें को प्राथमिकता दें। यह राज्य सरकार का महत्वपूर्ण अभियान है। इसके तहत जलग्रहण क्षेत्र, कलस्टर को इकाई मानते हुए प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन क्रियान्वयन की योजना तैयार की जा रही है। जिला कलक्टर एम.एल.नेहरा ने गुरूवार को कलेक्ट्रेट कांफे्रस हाल मंे मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान की वार्षिक कार्य योजना अनुमोदन संबंधित बैठक के दौरान यह बात कही।

जिला कलक्टर नेहरा ने कहा कि वार्षिक कार्य योजना मंे इस अभियान के तहत अनुमत कार्याे को ही शामिल किया जाए। इस अभियान मंे संबंधित विभागांे की भागीदारी सुनिश्चित करते हुए समन्वित प्रयासांे से विकास कार्याें का क्रियान्वयन किया जाए। उन्हांेने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत 27 जनवरी से कार्य शुरू होंगे। इसके लिए जनवरी माह के प्रथम सप्ताह मंे टेंडर वगैरह की प्रक्रिया संपादित करनी होगी। उन्हांेने कहा कि इस अभियान के तहत गांवांे को जल आत्मनिर्भर बनाते हुए पेयजल का स्थाई समाधान करने की दिशा मंे प्रभावी कार्य योजना बनाई जाए। साथ ही ग्रामीणांे एवं लाभांवितांे को जल के समुचित उपयोग के बारे मंे जागृत करते हुए जन सहभागिता से कार्य संपादित करवाए जाए।

इस दौरान अधीक्षण अभियंता एवं पदेन परियोजना प्रबंधक वाटरशेड हीरालाल अहीर ने बताया कि बाड़मेर जिले की 17 पंचायत समितियांे के 142 गांवांे मंे 174 करोड़ 6 लाख 48 हजार के जल संग्रहण कार्याें की कार्य योजना तैयार की गई है। उन्हांेने पंचायत समितिवार किए जाने वाले कार्याें के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी। बैठक मंे जिला स्तरीय योजना का अनुमोदन किया गया। इस दौरान उप वन संरक्षक लक्ष्मणलाल, अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक महात्मा गांधी नरेगा योजना सुरेश कुमार दाधीच समेत विभिन्न विभागांे के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

क्या-क्या होंगे कार्यः मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान मंे जल संग्रहण के कार्य एनीकट, खड़ीन, टांका, पाइप लाइन, जोहड़, मिटटी के चैकडेम, जल संग्रहण ढांचा, फील्ड बंड, अनार के बगीचे, खेत तलाई मय प्लास्टिक शीट के साथ कृषि एवं चारागाह विकास के कार्य कराए जाएंगे। इसके अलावा लघु सिंचाई योजना के कार्य, जल संग्रहण ढांचांे की क्षमता बढाने, पेयजल स्त्रोतांे के सृदृढीकरण, कृत्रिम भू जल पुर्नभरण कार्य, पौधारोपण के साथ फसल एवं उद्यानिकी की उन्नत विधियांे को बढावा देकर व्यवसायिक खेती अथवा आधुनिक खेती को बढावा देने के प्रयास किए जाएंगे।

ग्रामीणांे एवं स्वयंसेवी संस्थाआंे की भागीदारीः मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान मंे सीएसआर के तहत स्वयंसेवी संस्थाएं, धार्मिक संस्थाएं, गैर आवासी ग्रामीण, आमजन अपनी भागीदारी निभा सकते है। वहीं ग्रामीण अभियान मंे ट्रेक्टर, जेसीबी, सीमेंट, गिटटी, धन एवं श्रम आदि का दान देकर अपना योगदान दे सकते है।

चार वर्ष तक चलेगा अभियानः मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान आगामी चार वर्ष तक चलेगा। इससे प्रदेश के 21 हजार गांव लाभांवित होंगे। इसके तहत चयनित गांव मंे जल की मांग का आंकलन करने के बाद पानी की कमी दूर करने के लिए नए जलसंग्रहण ढ़ाचों के निर्माण के साथ अन्य गतिविधियांे का चयन करते हुए उनको क्रियान्वित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान मंे होंगे 174 करोड़ के कार्य
बाड़मेर, 17 दिसंबर। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत बाड़मेर जिले की 17 पंचायत समितियांे की 53 ग्राम पंचायतांे के 142 गांवांे मंे 174 करोड़ 6 लाख 48 हजार रूपए के जल संग्रहण आधारित विकास कार्य करवाए जाएंगे। इस परियोजना प्रतिवेदन का गुरूवार को कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल मंे जिला स्तर पर विचार-विमर्श के बाद अनुमोदन किया गया।

मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत प्रस्तावित प्रतिवेदन के अनुसार बाड़मेर जिले की बायतू पंचायत समिति के 11 गांवांे मंे 552.83 लाख, बाड़मेर पंचायत समिति के 13 गांवांे मंे 692.52 लाख, रामसर के 4 गांवांे मंे 345.99, चैहटन के 9 गांवांे मंे 822.22 लाख, गडरारोड़ पंचायत समिति के 19 गांवांे मंे 1046.53, धोरीमन्ना के 17 गांवांे मंे 1134.13, धनाउ के 15 गांवांे मंे 1272.43 लाख, सिवाना के 8 गांवांे मंे 1787.92 लाख, कल्याणपुर के 4 गांवांे मंे 880.38 लाख, पाटोदी के 4 गांवांे मंे 1188.27 लाख, बालोतरा के 5 गांवांे मंे 1464.95 लाख, सिणधरी के 7 गांवांे मंे 1611.36 लाख, गिडा के 9 गांवांे मंे 866.75 लाख, गुड़ामालानी के 8 गांवांे मंे 999.21 लाख, सेड़वा के 3 गांवांे मंे 631.01 लाख, शिव के 2 गांवांे मंे 1495.33 लाख, समदड़ी के 4 गांवांे मंे 614.59 लाख के जल संग्रहण कार्य प्रस्तावित किए गए है। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत बाड़मेर जिले के 103411.9 हैक्टेयर मंे जल संग्रहण कार्य करवाए जाएंगे।

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