नई दिल्ली।सोनिया गांधी बोलीं- असहिष्णुता की घटनाओं में शामिल हैं मोदी सरकार के लोग, PM क्यों हैं अब तक खामोश?
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि देश में असहिष्णुता की बढ़ती घटनाओं के पीछे मोदी सरकार में शामिल लोगों एवं कुछ खास संगठनों का हाथ है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इसमें सहमति है। गांधी ने पार्टी के एक बड़े प्रतिनिधिमंडल के साथ राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से मुलाकात करके देश में असहिष्णुता की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताने के बाद कहा कि आज जो भी घटनाएं हो रहीं हैं वे सोची समझी रणनीति के तहत समाज को बांटने के लिए जानबूझ रचीं गईं हैं।
प्रधानमंत्री क्यों है अब तक खामोश
सोनिया ने कहा, 'कुछ खास संगठन और सरकार से जुड़े और मोदी जी की सरकार में शामिल लोग भारत की बहुरंगी संस्कृति, मूल विचारों तथा सिद्धांतों पर हमला कर रहे हैं।' उन्होंने कहा कि देश में असहिष्णुता बढ़ रही है। यह सचमुच चिंता की बात है। राष्ट्रपति ने इस पर अपने विचार व्यक्त किए हैं लेकिन प्रधानमंत्री खामोश हैं जिससे साफ है कि इन घटनाओं में उनकी सहमति है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसके खिलाफ लड़ेगी और पूरी ताकत से मुकाबला करेगी।
राहुल गांधी ने क्या कहा?
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि देश के बहुतायत लोग आज नाखुश हैं। एक मंत्री दलित परिवार के दो बच्चों को जलाए जाने की घटना पर उनकी तुलना कुत्तों से करता है। लोगों को पीट-पीट कर मार डाला गया लेकिन प्रधानमंत्री ने इन सब पर एक शब्द भी कहना उचित नहीं समझा। राष्ट्रपति तथा रिजर्व बैंक के गवर्नर ने अपने विचार रखे हैं लेकिन प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री कहते हैं कि सब ठीक है।
RSS और बीजेपी बना रहे हैं असहिष्णुता का माहौल
गांधी ने कहा कि कोई अपने मन से कुछ करना या कहना चाहे तो प्रधानमंत्री को यह पसंद नहीं है। वे दूसरों के विचार नहीं सुनते। सब लोगों का यही मानना है। यह कहे जाने पर कि सरकार ने लेखकों एवं अन्य बुद्धिजीवियों के विरोध को गढ़ा हुआ विरोध बताया है, गांधी ने कहा कि यही बात हम भी कह रहे हैं कि असल में आरएसएस और भारतीय जनता पार्टी के लोग असहिष्णुता का माहौल जानबूझ कर बना रहे हैं।
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