मंगलवार, 24 नवंबर 2015

बाड़मेर सामुदायिक सहयोग आंगनबाड़ी केन्द्रांे मंे सुविधाएं जुटाएंःनेहरा



बाड़मेर सामुदायिक सहयोग आंगनबाड़ी केन्द्रांे मंे सुविधाएं जुटाएंःनेहरा
  बाड़मेर 24 नवंबर। सामुदायिक सहयोग से आंगनबाड़ी केन्द्रांे मंे आधारभूत सुविधाएं जुटाई जाएं। इसके लिए नंद घर योजना के तहत दानदाताआंे, स्वयंसेवी संस्थाआंे एवं कारपोरेट सेक्टर का सहयोग लिया जाए। जिला कलक्टर एम.एल.नेहरा ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट कांफे्रस हाल मंे आयोजित नंद घर योजना की समीक्षा बैठक मंे यह बात कही।

जिला कलक्टर नेहरा ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रांे के भवन निर्माण एवं अन्य सुविधाएं जुटाने के लिए भामाशाहांे को प्रेरित किया जाए। उन्हांेने कहा कि जिन ग्राम पंचायतांे मंे स्कूल अथवा सरकारी भवन खाली पड़े है उनको आंगनबाड़ी केन्द्र के लिए आवंटित करवाया जाए। जहां इस तरह के भवन नहीं है उन्हीं स्थानांे पर भवन निर्माण के प्रस्ताव भिजवाए। उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ अन्य अधिकारी ग्रामीण इलाकांे मंे भ्रमण के दौरान आंगनबाडि़यांे का निरीक्षण करें। बैठक के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग की उप निदेशक सती चैधरी ने बताया कि बाड़मेर जिले मंे 3323 आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित हो रहे है। इसमंे 1700 आंगनबाड़ी केन्द्रांे के भवन है। उन्हांेने बताया कि महात्मा गांधी नरेगा योजना मंे 632 तथा केयर्न इंडिया के सहयोग से 25 आंगनबाड़ी केन्द्रांे के भवन बनाए जाएंगे। उन्हांेने कहा कि वल्र्ड विजन की ओर से बाड़मेर पंचायत समिति की 36 ग्राम पंचायतांे मंे आंगनबाड़ी केन्द्रांे पर बच्चांे के लिए खेलकूद एवं अन्य सामग्री उपलब्ध कराई गई है। बैठक के दौरान उपखंड स्तर पर नंद घर योजना के तहत निगरानी समिति का गठन करवाने एवं भामाशाहों की मदद से आधारभूत सुविधाएं जुटाने के निर्देश दिए गए।

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