मुंबई सगी मां ने नवजात बेटे को 2 लाख में बेचा, रचा किडनैप का ड्रामा
महाराष्ट्र के पुणे पुलिस ने एक महिला को अपने नवजात को बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया है। 26 वर्षीय अर्चना मुकेश सोनावाने ने शिशु को बेचने को छुपाने के लिए उसके अपहरण की कहानी रच डाली थी। महिला ने अपनी बहन से ही सौदा किया था। बहन को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस के मुताबिक, कोठरुद की रहने वाली अर्चना ने अपने बच्चे को अपनी बहन सविता को बेचने के लिए दो लाख और सोने के कुछ जेवरात के बदले सौदा किया। यह बात अर्चना ने अपने पति से भी छुपा कर रखी। बुधवार को अर्चना ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई कि एक अज्ञात व्यक्ति एसयूवी पर आया और उसके नवजात को छीन कर भाग गया। पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। इसकी जांच क्राइम ब्रांच के एंटी एक्सटॉर्शन सेल को सौंपी गई।
सीसीटीवी में कुछ नहीं मिला
मामले की जांच करने वाले इंस्पेक्टर गणपतराव पिंगलने ने बताया, अर्चना ने दो महीने पहले लड़के को जन्म दिया था। फिर उसने अपनी निसंतान बहन सविता के साथ उसे बेचने के लिए दो लाख रुपये नकद और सोने के कुछ जेवरात के बदले डील की।
बुधवार को अर्चना ने आकर आरोप लगाया कि एक नकाबपोश व्यक्ति पौड के पास उसके बच्चे को छीन कर भाग गया। एपीआई विट्ठल शेलर के मुताबिक, अर्चना ने जिस जगह अपहरण होना बताया वहां के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया, लेकिन ऐसा कुछ नहीं दिखा।
सख्त कार्रवाई की मांग
बाद में जब अर्चना से सख्ती से पूछा गया तो उसने असलियत बयां कर दी। फिर एक पुलिस टीम अहमदनगर अर्चना की बहन सविता के घर भेजी गई, लेकिन बच्चा सविता के घर नहीं मिला। बच्चे को भीमा मोरे नाम के शख्स के पास रखा गया था। सविता ने डील के मुताबिक, अर्चना से कहा था कि एक महीने बाद उसे तय की राशि और सोने के जेवरात सौंपेगी।
पुलिस ने बच्चे को अर्चना के पति मुकेश सोनावाने और दादी को सौंप दिया है। मुकेश ने कहा, मुझे नहीं पता था कि मेरी पत्नी बच्चे को दो लाख रुपये में बेच देगी। उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
महाराष्ट्र के पुणे पुलिस ने एक महिला को अपने नवजात को बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया है। 26 वर्षीय अर्चना मुकेश सोनावाने ने शिशु को बेचने को छुपाने के लिए उसके अपहरण की कहानी रच डाली थी। महिला ने अपनी बहन से ही सौदा किया था। बहन को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस के मुताबिक, कोठरुद की रहने वाली अर्चना ने अपने बच्चे को अपनी बहन सविता को बेचने के लिए दो लाख और सोने के कुछ जेवरात के बदले सौदा किया। यह बात अर्चना ने अपने पति से भी छुपा कर रखी। बुधवार को अर्चना ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई कि एक अज्ञात व्यक्ति एसयूवी पर आया और उसके नवजात को छीन कर भाग गया। पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। इसकी जांच क्राइम ब्रांच के एंटी एक्सटॉर्शन सेल को सौंपी गई।
सीसीटीवी में कुछ नहीं मिला
मामले की जांच करने वाले इंस्पेक्टर गणपतराव पिंगलने ने बताया, अर्चना ने दो महीने पहले लड़के को जन्म दिया था। फिर उसने अपनी निसंतान बहन सविता के साथ उसे बेचने के लिए दो लाख रुपये नकद और सोने के कुछ जेवरात के बदले डील की।
बुधवार को अर्चना ने आकर आरोप लगाया कि एक नकाबपोश व्यक्ति पौड के पास उसके बच्चे को छीन कर भाग गया। एपीआई विट्ठल शेलर के मुताबिक, अर्चना ने जिस जगह अपहरण होना बताया वहां के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया, लेकिन ऐसा कुछ नहीं दिखा।
सख्त कार्रवाई की मांग
बाद में जब अर्चना से सख्ती से पूछा गया तो उसने असलियत बयां कर दी। फिर एक पुलिस टीम अहमदनगर अर्चना की बहन सविता के घर भेजी गई, लेकिन बच्चा सविता के घर नहीं मिला। बच्चे को भीमा मोरे नाम के शख्स के पास रखा गया था। सविता ने डील के मुताबिक, अर्चना से कहा था कि एक महीने बाद उसे तय की राशि और सोने के जेवरात सौंपेगी।
पुलिस ने बच्चे को अर्चना के पति मुकेश सोनावाने और दादी को सौंप दिया है। मुकेश ने कहा, मुझे नहीं पता था कि मेरी पत्नी बच्चे को दो लाख रुपये में बेच देगी। उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
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