अलवर.एक दिन के लिए अध्यापक बन जिला कलक्टर ने पढ़ाई सातवीं कक्षा
जिला कलक्टर साब, हमें इस वर्ष मैरिट में आना है, इसके लिए आप हमारी एकस्ट्रा कलासेज लगवाइए। यह अपील जिला कलक्टर मुक्तानद अग्रवाल से राजकीय सीनियर माध्यमिक विद्यालय बम्बोरा की कक्षा दसवीं की छात्राएं नेहा व अंजली ने की।
जिला कलक्टर शिक्षा सम्बलन अभियान में यहां पहुंचे। जिला कलक्टर ने छात्राओं की बात को गौर से सुना और प्रधानाचार्य वंदना कुमारी को इसके लिए कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
बच्चों से पूछे कई सवाल
जिला कलक्टर मुक्तानंद अग्रवाल ने कक्षा सातवीं कक्षा को पढ़ाया। जिला कलक्टर ने विद्यार्थियों से कई प्रश्नों के लिखित में उत्तर लिए जिनमें सिंचाई किसे कहते हैं, जल संरक्षण करने वाली विधियों के नाम बताइए?
पर्यावरण संरक्षण कैसे किया जा सकता है। जिला कलक्टर ने यहां के विद्यार्थियो से बातचीत की और वे संतुष्ट हुए। राजस्थान पत्रिका के अभियान नींव- शिक्षा का सवाल में आरटीआई कार्यकर्ता दीपेन्द्र आर्य ने इस विद्यालय की व्यवस्थाओ को देखा तो पाया कि यहां शिक्षा के क्षेत्र में कई नवाचार हुए हैं।
यहां आडिटोरियम का काम चल रहा है और शौचालय पूरी तरह स्वच्छ हैं। इस निरीक्षण के दौरान उपखंड अधिकारी उम्मेदीलाल मीणा भी उपस्थित थे।
जिला कलक्टर ने व्याख्याता दीपक चंदनानी और अंकित भार्गव के प्रयासों को सराहा। जिला कलक्टर बच्चों के साथ खेले और मिड डे मील का भोजन लिया। जिला कलक्टर ने कक्षा-कक्ष के समीप बंधी भैस को हटाने के भी निर्देश दिए।
गणित के सवाल पर अटकी कई छात्राएं
शिक्षा सम्बलन 2015-16 में राजस्थान माध्यमिक प्रारम्भिक शिक्षा परिषद की उपायुक्त स्नेहलता हरित राजगढ़ क्षेत्र के गांव राजपुर बड़ा में चल रहे कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंची तो उन्होंने अंग्रेजी, संस्कृत और गणित के सवाल किए। इन सवालों को अधिकतर बालिकाएं बता पाई जबकि कई बेटियां गणित में अटक गई।
उपायुक्त हरित ने बालिकाओं से माई कंट्री और स्टेट नेम पूछे तो अधिकतर बालिकाओं ने बता दिए। यहां उन्होंने कक्षा 6 की बेटियों से गणित में कई सवाल किए तो उनमें से कुछ बेटियां गणित के सवाल हल नहीं कर पाई।
उन्होंने बालिकाओं से अंग्रेजी में भी बोर्ड पर लिखवाया जिसे बहुत से बालिकाएं लिख पाई। वे यहां के शैक्षणिक स्तर से संतुष्ट थी।
इस अवसर पर उन्होंने विद्यालय में खिलाए जाने वाले भोजन का भी खाकर देखा। इस स्कूल में नींव शिक्षा का सवाल अभियान से जुड़े स्वयं सेवी संस्था के कार्यकर्ता सुभाष बसवाल, राकेश बसवाल और टीकम सिंह पहुंचे और विद्यार्थियों से बातचीत की।
नींव कार्यक्रम ने दी मजबूती
उपायुक्त स्नेहलता हारित ने इस अवसर पर कहा कि राजस्थान पत्रिका के अभियान नींव से अभिभावकों, शिक्षकों और अधिकारियों की जागरुकता आई है। यह अभियान शिक्षा में परिवर्तन ला रहा है।
बिना टे्रनिंग के कैसे ग्रेड
किशनगढ़बास. राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नूरनगर में शिक्षा सम्बलन अभियान में जब तहसीलदार रामसिंह राजावत ने विद्यार्थियों को सीसीई के अनुसार ग्रेडिंग नहीं दिए जाने की जानकारी ली तो शिक्षकों ने बताया कि सीसीई के अनुसार उन्हें ट्रेनिंग ही नहीं दी गई है। तो वे कैसे ग्रेडिंग देंवे। इसके चलते सभी शिक्षकों ने अपने हिसाब से गे्रडिंग दे दी है।
इस विद्यालय में कुल 304 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, जिनमें से 297 ही उपस्थित थे। नींव अभियान से जुड़े एमिड कार्यकर्ता गुलाब शर्मा, आशा नारंग और हारुन खान ने इस विद्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि यहां विद्यार्थियों का ज्ञान औसत दर्जे का है।
यहां नींव कार्यक्रम का प्रभाव दिखाई दिया, जिसके चलते विद्यालय विकास समिति की बैठक में बहुत से लोग आए।
पूरा प्रशासन रहा स्कूलों में
सरकारी विद्यालयों में शिक्षा के स्तर और विद्यालय में सुविधाओं का निरीक्षण करने का अभियान सम्बलन 2015-16 के पहले दिन अलवर जिले में 96 विद्यालयों में निरीक्षण हुआ।
इस अभियान में जिला कलक्टर मुक्तानंद अग्रवाल, अतिरिक्त कलक्टर प्रथम हरभान मीणा, अतिरिक्त कलक्टर द्वितीय विनय कुमार नागायच, एसीएम सरोज गुप्ता, प्राथमिक शिक्षा परिषद की उपायुक्त स्नेहलता हरित, जिला परिषद के सचिव सुरेश कुमार नवल, एसीओ जिला परिषद बीएल रमण, जिला शिक्षा अधिकारियों सहित सभी तहसीलदार, विकास अधिकारियों और एसडीएम सहित शिक्षा अधिकारियों ने विद्यालयों का निरीक्षण किया।
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