रविवार, 18 अक्टूबर 2015

मशहूर गजलकार मुनव्वर राना ने लौटाया साहित्य अकादमी अवॉर्ड



लखनऊ।मशहूर गजलकार मुनव्वर राना ने लौटाया साहित्य अकादमी अवॉर्ड


ऊर्दू के मशहूर गजलकार मुनव्वर राना ने भी साहित्य अकादमी पुरस्कार के साथ रविवार को मिले एक लाख रूपए भी लौटा दिए।

राना ने दिल्ली में एक खबरिया चैनल पर चल रहे विचार विमर्श में अकादमी का सम्मान और एक लाख रूपए का चेक लौटाने की घोषणा की।

62 साल के राना ने कहा कि वह अकादमी सम्मान और चेक सरकार को वापस कर देंगे। साथ ही कहा कि सरकार से भविष्य में कोई भी सम्मान सा पुरस्कार नहीं लेंगे।

राना ने कहा कि उनका सम्मान लौटाना राजनीति से प्रेरित नहीं है। वह इस मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम घसीटे जाने से आहत हैं। उन्होंने कहा कि मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं लिहाजा सभी को उनका सम्मान करना चाहिए, लेकिन कुछ राज नेता इस विवाद में उनकी छवि धूमिल करने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि 10 अक्तूबर को उनका पाकिस्तान जाने का कार्यक्रम था। कुछ लोग उन पर ऊंगली नहीं उठाएं इसलिए उन्होंनें जाना रद्द कर दिया। उत्तर प्रदेश के रायबरेली के रहने वाले मुनव्वर राना ने कहा कि कुछ लोगों ने साहित्य अकादमी सम्मान मिलने पर आरोप लगाया था कि वह चूकि कांग्रेस से जुड़े हैं इसलिए उन्हें यह दिया गया है।उन्होंनें कहा कि यदि उनके दिए चेक को सरकार लेना स्वीकार नहीं करती है तो उस राशि का इस्तेमाल किसी अच्छे काम में किया जाएगा। उन्हें 2014 में साहित्य अकादमी सम्मान दिया गया था।

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