जोधपुर कॉलेज से निलम्बित छात्र, कक्षाओं में उपस्थित
जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज रैगिंग और मारपीट के मामले में निलम्बित छात्र कक्षाओं में पढ़ रहे हैं और कैम्पस में घूम रहे हैं। इतना ही नहीं रैगिंग की शिकायत करने वाले छात्र को यह निलम्बित छात्र धमका रहे हैं।
डर की वजह से छात्र कॉलेज में नियमित रूप से नहीं आ पा रहा है। इतना ही नहीं कई बार इस बारे में पीडि़त छात्र कॉलेज के डीन, चीफ प्रोक्टर को शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बुधवार को एक बार फिर पीडि़त छात्र ने कुलपति के पास जाकर मदद की गुहार लगाई है।
यह छात्र हुए थे निलम्बित
निलम्बित होने वाले छात्रों में बीई अंतिम वर्ष के सिविल ब्रांच के राजेन्द्र चौधरी, विकास झूरिया, बीई तृतीय वर्ष की सिविल ब्रांच के पंकज नूनिया, बीई द्वितीय वर्ष के सिविल ब्रांच के राकेश पिलोदा, माइनिंग ब्रांच के प्रदीप कीलका, बालराम कीलका, बीसीटी ब्रांच के प्रवीण चौधरी, कुलदीप भाकल, ईसीसी ब्रांच के सुरेन्द्र ग्वाला, मुकेश भम्भू, मुकेश चौधरी, मैकनिकल ब्रांच के धीरज धौलिया, ट्रीपलई ब्रांच के हर्ष देशवाल, इलेक्ट्रिकल के अश्विनी केस्वट और विनोद मांजू शामिल है।
पत्रिका की खबर पर हुई थी कार्रवाई
राजस्थान पत्रिका ने 13 सितम्बर को गुट में शामिल नहीं पर जूनियर के साथ मारपीट और बचाने वाले सीनियर को भी मारा शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इसमें एक जूनियर छात्र को अपने गुट में शामिल करने के लिए सीनियर छात्रों ने दबाव बनाया था।
जब जूनियर छात्र ने गुट में शामिल होने से मना किया तो उसके साथ मारपीट की और उसकी रैङ्क्षगंग ली। बीच-बचाव करने वाले एक सीनियर छात्र ने जूनियर को बचाया तो उसको भी छात्रों ने मारपीट की। इस मामले में कॉलेज की एंटी-रैगिंग एंड डिसप्लेनरी कमेटी ने 15 छात्रों पर निलम्बन की कार्रवाई की थी।
पीडि़त छात्र की शिकायत मिली है। इस बारे में कॉलेज के अधिष्ठाता को सूचित कर दिया गया है। कॉलेज प्रशासन इस मामले की वस्तुस्थिति की जांच करेगा।
- प्रो. हरदयाल सिंह राठौड़, चीफ प्रोक्टर, जेएनवीयू
जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज रैगिंग और मारपीट के मामले में निलम्बित छात्र कक्षाओं में पढ़ रहे हैं और कैम्पस में घूम रहे हैं। इतना ही नहीं रैगिंग की शिकायत करने वाले छात्र को यह निलम्बित छात्र धमका रहे हैं।
डर की वजह से छात्र कॉलेज में नियमित रूप से नहीं आ पा रहा है। इतना ही नहीं कई बार इस बारे में पीडि़त छात्र कॉलेज के डीन, चीफ प्रोक्टर को शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बुधवार को एक बार फिर पीडि़त छात्र ने कुलपति के पास जाकर मदद की गुहार लगाई है।
यह छात्र हुए थे निलम्बित
निलम्बित होने वाले छात्रों में बीई अंतिम वर्ष के सिविल ब्रांच के राजेन्द्र चौधरी, विकास झूरिया, बीई तृतीय वर्ष की सिविल ब्रांच के पंकज नूनिया, बीई द्वितीय वर्ष के सिविल ब्रांच के राकेश पिलोदा, माइनिंग ब्रांच के प्रदीप कीलका, बालराम कीलका, बीसीटी ब्रांच के प्रवीण चौधरी, कुलदीप भाकल, ईसीसी ब्रांच के सुरेन्द्र ग्वाला, मुकेश भम्भू, मुकेश चौधरी, मैकनिकल ब्रांच के धीरज धौलिया, ट्रीपलई ब्रांच के हर्ष देशवाल, इलेक्ट्रिकल के अश्विनी केस्वट और विनोद मांजू शामिल है।
पत्रिका की खबर पर हुई थी कार्रवाई
राजस्थान पत्रिका ने 13 सितम्बर को गुट में शामिल नहीं पर जूनियर के साथ मारपीट और बचाने वाले सीनियर को भी मारा शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इसमें एक जूनियर छात्र को अपने गुट में शामिल करने के लिए सीनियर छात्रों ने दबाव बनाया था।
जब जूनियर छात्र ने गुट में शामिल होने से मना किया तो उसके साथ मारपीट की और उसकी रैङ्क्षगंग ली। बीच-बचाव करने वाले एक सीनियर छात्र ने जूनियर को बचाया तो उसको भी छात्रों ने मारपीट की। इस मामले में कॉलेज की एंटी-रैगिंग एंड डिसप्लेनरी कमेटी ने 15 छात्रों पर निलम्बन की कार्रवाई की थी।
पीडि़त छात्र की शिकायत मिली है। इस बारे में कॉलेज के अधिष्ठाता को सूचित कर दिया गया है। कॉलेज प्रशासन इस मामले की वस्तुस्थिति की जांच करेगा।
- प्रो. हरदयाल सिंह राठौड़, चीफ प्रोक्टर, जेएनवीयू
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