शनिवार, 17 अक्तूबर 2015

जालोर में वैकल्पिक विवाद निस्तारण केन्द्र के भवन का हुआ लोकार्पण



बार एवं बैंच मिलकर अधिकाधिक प्रकरणों का निस्तारण करें- अजय रस्तोगी

जालोर में वैकल्पिक विवाद निस्तारण केन्द्र के भवन का हुआ लोकार्पण

जालोर 17 अक्टूम्बर - राजस्थान उच्च न्यायालय जयपुर के न्यायाधिपति एवं राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष अजय रस्तोगी ने कहा कि न्यायिक प्रकरणों में विलम्ब को कम करने की दृष्टि से वैकल्पिक विवाद निस्तारण केन्द्र की सोच प्रारभ्भ की गई है इसलिए बार व बैंच मिलकर इसके माध्यम से अधिकाधिक मामलों का निस्तारण करें वही किसी भी मामले में न्याय होना महत्वपूर्ण नही है अपितु न्याय दिखना चाहिए इस दृष्टिकोण को भी विस्मरित नही करें।

राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधिपति शनिवार को जिला मुख्यालय पर एक करोड की लागत से नव निर्मित वैकल्पिक विवाद निस्तारण केन्द्र के लोकार्पण समारोह को सम्बोधित कर रहे थें। इस अवसर पर राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर के न्यायाधिपति एवं जालोर न्याय क्षेत्रा के निरीक्षण न्यायाधीश गोपाल कृष्ण व्यास एवं राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव सतीश कुमार शर्मा तथा जिला कलेक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी भी उपस्थित थे। समारोह में न्यायाधिपति अजय रस्तोगी ने जालोर बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों व सदस्य से आग्रह किया कि जिला मुख्यालय पर वैकल्पिक विवाद निस्तारण केन्द्र तभी सफल हो सकता है जब हम सभी मिलकर गरीब एवं जरूरतमंद व्यक्तियों को त्वरित न्याय सुलभ करवायें।

उन्होनें कहा कि वाद निस्तारित मामलो की संख्या के बजाय न्याय के तरीके पर भी ज्यादा ध्यान देना होगा ताकि न्याय के प्रति विश्वास बना रहें। उन्होंने कहा कि हम कहने में बहुत कुछ कहते है परन्तु करने में विश्वास करना होगा तथा कथनी व करनी में किसी भी प्रकार का भेद नही होना चाहिए। उन्होंने बार एवं बैच के सम्बन्धों ओर अधिक सुदृढ बनाये जाने की आवश्यकता जताई।

लोकार्पण समारोह में राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर के न्यायाधिपति एवं जालोर न्याय क्षेत्रा के निरीक्षण न्यायाधीश गोपालकृष्ण व्यास ने कहा कि वैकल्पिक विवाद निस्तारण केन्द्र एक भवन मात्रा नही रहे अपितु यह एक मंदिर बने तथा हम सब इसके पुजारी के नाते यहाॅ पर न्याय की उम्मीद से आने वाले सभी लोगों के विवादों का निस्तारण करें यही हम सब को उद्देश्य होना चाहिए। उन्हांेने कहा कि अन्याय के प्रति न्याय की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी न्याय पालिका की है इसलिए इसके अनुरूप कार्य करते हुए इसकी गरिमा बनाये रखें।

समारोह के प्रारभ्भ में जिला एवं सत्रा न्यायाधीश देवेन्द्र जोशी ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कहा कि 13 वे वित्त आयोग के निर्णयानुसार वैकल्पिक विवाद निस्तारण केन्द्र प्रारभ्भ किए जाने का निर्णय लिया गया था तथा जिला मुख्यालय पर यह भवन बनाया गया है। उन्होंने कहा कि इस केन्द्र के माध्यम से आगामी दिसम्बर माह तक अधिकाधिक मामलों का निस्तारण किया जायेगा। समारोह के अन्त में एसीजेएम नीतू आर्य ने आभार ज्ञापित किया। समारोह के प्रारभ्भ में अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया वही अन्त में स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ अधिवक्ता मधुसूदन व्यास एवं अधिवक्ता दिलीप शर्मा ने संयुक्त रूप से किया। समारोह के प्रारभ्भ में आगन्तुक अतिथियों जिला एवं सत्रा न्यायाधीश भवन परिसर में पहुंचने पर जिला एवं सत्रा न्यायाधीश देवेन्द्र जोशी, जिला कलेक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी एवं बार एसोसियेशन के अध्यक्ष मुमताज अली ने उनकी अगवानी की तथा पुलिस गारद द्वारा सलामी दी गई इस अवसर बडी संख्या में उपस्थित अधिवक्ताओं ने अतिथियों का माल्यार्पण भी किया।

इस अवसर पर सीजेएम मनीष अग्रवाल, न्यायाधीश पूनमाराम गोदारा, जिला बार एसोसियेशन के अध्यक्ष मुमताज अली, उपाध्यक्ष केशव व्यास, सचिव अश्विनी पुरोहित, वरिष्ठ अधिवक्ता चन्द्रेशखर सोनी, सोहनसिंह देवडा, चेनाराम चैधरी, नैनसिंह राजपुरोहित, सुरेन्द्र दवे, जालोर नागरिक बैंक के अध्यक्ष मोहन पाराशर, जालोर नगर परिषद की पार्षद श्रीमती ममता जैन सहित बडी संख्या में अधिवक्ता एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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न्यायाधिपतियों ने किया एडीआर भवन का लोकार्पण
राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधिपति अजय रस्तोगी एवं गोपाल कृष्ण व्यास तथा राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव सतीश कुमार शर्मा ने शनिवार को संयुक्त रूप से जिला मुख्यालय पर स्थित न्यायिक परिसर में नव निर्मित वैकल्पिक विवाद निस्तारण केन्द्र के भवन का फीता काटते हुए विधिवत लोकार्पण किया तत्पश्चात भवन में शिला पट्टिका का अनावरण किया। उन्होंने लोकार्पण के बाद नव निर्मित भवन के सभी कक्षों का अवलोकन करते हुए इसे बेहत्तर बताया।

लोकार्पण असवर पर बालिकाओं ने अतिथियों का मंगल कलश के साथ अगवानी की वही पंडित जगत प्रकाश दवे एवं पवन दाधीच ने मंत्रोचार किया।

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विधिक चेतना समिति व लोक प्रशासन साथ मिलकर साध सकते हैं

अधिकतम लोक कल्याणकारी कार्य- न्यायाधिपति अजय रस्तोगी
जालोर 17 अक्टूम्बर - राजस्थान उच्च न्यायालय जयपुर के न्यायाधिपति एवं राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष अजय रस्तोगी ने कहा कि लोक कल्याणकारी योजनाओं को समाज के अन्तिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए न्यायपालिका व कार्यपालिका को एक साथ आगे आना होगा व इन लाभार्थियों की संतुष्टि से जो संतोष मिलता है वह किसी अन्य कार्य में नही मिल सकता है।

न्यायाधिपति अजय रस्तोगी शनिवार को जालोर स्टेडियम में स्थित बहुउद्देेशीय सभागार में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित मेगा विधिक चेतना एवं लोक कल्याणकारी शिविर में उपस्थित अधिकारियों व विभिन्न चिन्हित लाभार्थियों को सम्बोधित कर रहे थें। इस अवसर पर उन्होनें कहा कि विधिक चेतना समिति व जिला प्रशासन द्वारा लाभान्वित किए गए लोगों के चेहरे पर आज जो लाभ लेने की खुशी देखी है उससे मैं गदगद हॅू तथा राज्य विधिक सेवा समिति द्वारा अब तक आयोजित किए गए सभी शिविरों में से यह बेहत्तर शिविर लगा। उन्होनें उपस्थित लोगों से आग्रह किया कि वे केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित लोक कल्याणकारी योजनाओं की अपने क्षेत्रा के जरूरत मंद लोगों अधिकाधिक जानकारी देकर उन्हें भी लाभान्वित करवायें।

शिविर में राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधिपति गोपाल कृष्ण व्यास ने कहा कि जनसंख्या व संसाधनों में व्याप्त असंतुलन को तभी पाटा जा सकता है जब प्रशासन अपनी पूर्ण दक्षता के साथ कार्य करें तथा इस कार्य के लिए अधिकारियों को अपना आत्म मूल्यांकन कर अपने कत्र्तव्यों का निर्वहन करना होगा। शिविर में राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव सतीश कुमार शर्मा ने अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए कहा कि प्राधिकरण द्वारा अब तक 30 स्थानों पर शिविरों का आयोजन किया जाकर लाखों जरूरत मंद लोगों को कल्याणाकारी योजनाओं से लाभाविन्त किया गया है । उन्होनें कहा कि प्राधिकरण एवं जिला विधिक सेवा समितियों द्वारा कमजोर तबकों के व्यक्तियों को कानूनी एवं विधिक सेवा निःशुल्क प्रदान की जाती है जिसका पात्रा लोग अधिकाधिक लाभ लेवें।

इस अवसर पर जिला कलेक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने कहा कि सरकार का उद्देश्य समाज के अन्तिम व्यक्ति तक लाभ पहुचाना है तथा यह कार्य एक सतत रूप से चलने वाली प्रक्रिया है जिसमें इस प्रकार के शिविर प्रोत्साहन का कार्य करते है। उन्होनें मार्गदर्शी बैंक द्वारा शिविर में लगभग 1 करोड से अधिक की राशि के ऋण वितरण किए जाने पर मार्गदर्शी बैंक के प्रबंधक आर.एस. भाटी की प्रशंसा भी की। उन्होनें कहा कि समारोह में तो मात्रा प्रतीक के तौर पर 223 व्यक्तियों को ही लाभ प्रदान किया गया है लेकिन विभिन्न योजनाओं में आज हजारों लोगों को लाभाविन्त किया जा रहा है। समारोह में जिला एवं सत्रा न्यायाधीश देवेन्द्र जोशी ने शिविर के सफल आयोजन के लिए जिला प्रशासन की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए कहा कि इस प्रकार के शिविर से जनता में जागृति का प्रसार होता है।

शिविर में न्यायाधिपति अजय रस्तोगी व गोपालकृष्ण व्यास एवं सचिव सतीश कुमार शर्मा ने लगभग 14 विभागों द्वारा केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित की जा रही 36 प्रकार की योजनाओं में प्रतीक के तौर पर चिन्हित 223 लाभार्थियों को ट्राई साईकिले, श्रवण यन्त्रा, साईकिलें, कृषि यन्त्रा, छात्रावृत्ति, विधवा पेंशन, पालनहार, विधुत क्नेकशन की सामग्री प्रसूति सहायता, पंजीयन कार्ड, शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के आवासीय पट्टे,स्कूली पोषाक एवं ऋण वितरण आदि किया गया।

कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक श्रीमती श्वेता धनखड, सीजेएम महेश अग्रवाल, अतिरिक्त जिला कलेक्टर आशाराम डूडी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चैधरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पहाडसिंह राजपुरोहित, जालोर उपखण्ड अधिकारी हरफूल पंकज, आहोर उपखण्ड अधिकारी प्रकाशचन्द्र अग्रवाल, सायला उपखण्ड अधिकारी संजय कुमार वासु, सांचैर उपखण्ड अधिकारी केशव मिश्रा एवं बार एसोसियेंशन के अध्यक्ष मुमताज अली सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी एवं अधिवक्तागण आदि उपस्थित थें।

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न्यायाधिपतियों ने शिविर स्थान पर लगायें गये काउन्टरों का किया अवलोकन


]जालोर 17 अक्टूम्बर -राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधिपति अजय रस्तोगी एवं गोपाल कृष्ण व्यास तथा राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव सतीश कुमार शर्मा ने शनिवार को जालोर स्टेडियम में स्थित मेगा एवं जन कल्याणकारी शिविर के लिए प्रांगण में लगाये गये विभिन्न काउन्टरों एवं रक्तदान शिविर का अवलोकन किया तथा काउन्टरों पर उपलब्ध करवाई गई दवाईयों आदि के सम्बन्ध में पूछताछ की।

न्यायाधिपतियों के जालोर स्टेडियम में पहुचने पर पुलिस बैंड द्वारा उनका स्वागत किया गया तत्पश्चात जिला कलेक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने शिविर स्थल पर चिकित्सा विभाग द्वारा अलग-अलग लगाये गए ऐलोपैथिक, होम्योपैथिक, आयुर्वेद व फीजियोथैरेपी काउन्टरों का अवलोकन किया तथा उपस्थित चिकित्सा अधिकारियों से दवाईयो आदि के सम्बन्ध में पूछताछ की। उन्होनें सीलिकोसिस बीमारी के ईलाज के लिए मोबाईल वेन के अन्दर जाकर उपलब्ध सभी उपकरणों आदि के देखा तथा रक्तदान शिविर में रक्त दे रहे अम्बिकाप्रसाद तिवारी से रक्तदान करने के फायदे के सम्बन्ध में पूछताछ की।

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