बाडमेर दलित अत्याचार निवारण समिति के बैनर 9 अक्टूबर को होगा विशाल प्रदर्शन
बाडमेर 7 अक्टूबर 2015 दलित अत्याचार निवारण समिति के बैनर तले दिनांक 5 अक्टूबर 15 से दो सूत्री मांगों को लेकर चल रहे बेमियादी धरने के प्रकरणों मे त्वरित एवं गंभीर कार्यवाही कर दलित समुदाय के पीड़ितों को राहत पहुंचाने के संबंध मे धरना एवं प्रदर्षन आज तीसरे दिन भी जारी रहा।
दलित अत्याचार निवारण समिति बाड़मेर के जिला संयोजक उदाराम मेघवाल ने बताया कि पिछले कुछ समय से बाड़मेर मे दलित उत्पीड़न एवं अत्याचार की घटनाओं मे बढोतरी हुई हैं जिसमे पुलिस एवं प्रशासन की भूमिका निष्क्रिय एवं पक्षपातपूर्ण होने से समाज के लोगों को न्याय एवं राहत नही मिल पा रही हैं। मेघवाल ने बताया कि पुलिस थाना रामसर मे दलित विवाहिता के साथ प्रभावशाली व्यक्ति द्वारा किए गये दुष्कर्म के मामले मे रामसर पुलिस थाना मे सीआर नंबर 82/15 के तहत आरोपी के विरूद्व भादस की धारा 376, 342, 379 एवं अजा जजा अत्याचार अधिनियम के तहत मामला पंजीबद्व हैं। 15 अगस्त यानि कि स्वाधीनता दिवस के दिन इस इलाके के सीमावर्ती हाथमा गांव मे हुई इस सनसनीखेज घटना से पूरा दलित समुदाय सदमे हैं। इस प्रकरण मे पीड़िता के बयान दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 161 एवं 164 मे हो चुके हैं जिसमे दुष्कर्म की घटना की ताईद पीड़िता द्वारा की गई हैं। लगातार पुलिस से निवेदन करने के बावजूद आरोपी के विरूद्व आज तक गिरफ्तारी नही हुई हैं। दो बार जिला पुलिस अधीक्षक बाड़मेर से समाज के लोग मिल कर कार्यवाही का अनुरोध कर चुके हैं। गांव मे पूरा परिवार दहशत मे हैं। पुलिस भी आरोपी से मिल कर राजीनामा के लिए वक्त देकर उन्हें दहशत मे लाने का सरंक्षण दे रही हैं। यह घटना बेहद निंदनीय, शर्मनाक एवं समाज विरोधी हैं।
मेघवाल ने धरने के दूसरे प्रकरण ग्राम पंचायत तालसर मे दलित वर्ग (मेघवाल जाति)की महिला श्रीमती इंद्रा देवी निर्वाचित सरपंच हैं। सामान्य सीट से निर्वाचन के फलस्वरूप ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच ज्वाराराम भादू(चैधरी) की पुत्रवधु को पराजित किया गया। इस हार से क्षुब्ध होकर बाहुबली एवं करोड़ों के घोटाले का नामजद आरोपी (एसीबी प्रकरण संख्या 334/11) ज्वाराराम एवं उसके आकाओं द्वारा उक्त निर्वाचित दलित महिला सरपंच को सरपंच होने के कारण मिले विधिक एवं संवैधानिक अधिकारों से न केवल जबरन महरूम रख रहे हैं बल्कि उसके अधिकारों पर अतिक्रमण कर उन्हें बेइज्जत एवं अपमानजनक हालातों मे जीने को विवश कर रहे हैं। श्री ज्वाराराम के पुत्र सुजाराम जो कि ग्राम पंचायत मे ही रोजगार सहायक के पद पर हैं तथा एसीबी प्रकरण मे आरोपी हैं वह तथा ग्राम सेवक चेतनराम चैधरी जो सजातीय हैं दोनों ग्राम पंचायत मे किसी तरह से कामकाज सम्पादित नही कर रहे हैं न ग्राम पंचायत के रेकर्ड से सरपंच को अवगत/ वाकिफ करवा रहे हैं जिससे पूरे पंचायत का कामकाज ठप्प पड़ा हैं। आपको अवगत करवाना चाहते हैं कि सिर्फ 15 अगस्त एवं 2 अक्टूबर की ग्राम सभाओं मे सिर्फ औपचारिकता पूरी करने के लिए ये दोनों ग्राम सेवक एवं रोजगार सहायक आये और सरपंच को अनर्गल व अपमान जनक ताने मारकर कर वापस चले गये,और 2 अक्टूबर गांधी जयन्ती पर ग्राम सभा का आयोजन भी नही हुआ। पूर्व मे सरपंच इन्द्रादेवी द्वारा उक्त ग्राम सेवक व रोजगार सहायक को हटाने की मांग जिला कलक्टर से लेकर मुख्य मंत्री तक की गई लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई।
मेघवाल ने बताया कि जब से राजस्थान मे भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी है तब से अनुसूचित जाति/ जन जाति वर्ग एवं महिलाओ पर अत्याचार की घटनाओ मे बेताहाशा बढोतरी हुई है। पूरे प्रदेश मे डांगावास, पोलाराम हत्याकाण्ड,जैसलमेर मे आरटीआई कार्यकर्ता पर जान लेवा हमला व ओशिया क्षेत्र मे चतुर्थ कक्षा के बालक के साथ अध्यापक द्वारा जान से मारने का प्रयास व बाडमेर जिले में कई अनुसूचित जाति की चुली हुई महिला जनप्रतिनिधियों एवंम महिलाओं के साथ दुश्कर्म व मारपीट की घटनाओ मे पूरे प्रदेश को शर्मसार कर दिया। इसी क्रम मे बलात्कार के आरोपी की गिरफ्तारी नही होने व चुनी हुई महिला सरपंच की जायज मांगों नही मानने से मजबूरन दलीत समुदाय को पिडीताओ के साथ आन्दोलन करने की नोबत आई।
मेघवाल ने बताया कि आज सैकडो की संख्या मे दलीतो ने जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने सरकार विरोधी नारे लगाकर मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन अतिरिक्त कलेक्टर बाडमेर को सौपा और दौनो लम्बीत प्रकरणो मंे आवष्यक कार्यवाही तुरन्त करने की मांग की। और समिति के पदाधिकारीयों ने बैठक कर दिनांक 9 अक्टूबर को जिला मुख्यालय पर हजारो की संख्या मे विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया। और चेतावनी दी कि सरकार व प्रशासन हमारे संयम की परीक्षा न ले और हमारी जायज मांगे तुरन्त पूरी करे। आज धरने पर धनाउ प्रधान भगवती ,सेडवा प्रधान श्री पदमाराम मेघवाल मेघवाल परिषद के अध्यक्ष मूलाराम मेघवाल, कमठा मजदूर यूनियन के अध्यक्ष लक्ष्मण बडेरा,पूर्व जिला परिषद सदस्य रावताराम संावा, हरखाराम मेघवाल, आचार्य रूपाराम नामा,सरपंच इन्द्रादेवी,हवादेवी हाथमा,बीवीएम अध्यक्ष थानाराम ,राजूदासभील, सोनारामटांक, साजनदास, मूलारामपूनड, टाउराम महाबार,किरताराम हाथमा,लाभूराम पंवार ,तगराज नामा, किशन कागा,वार्डपंच मारियत, जोगाराम मंगल, हुसेन पटेल,मलूक चैहान, जुम्माराम भील,बाबूराम मंन्सूरीया, लाखाराम जयपाल,सतराम,सूराराम पूंजासर,प्रेमाराम द्रविड,पुखराज वरण,भारताराम परिहार
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