फिल्मी स्टाइल में पुलिस और एटीस ने किया पीछा, तब पकड़ा गया फरार आरोपी
श्रीगंगानगर. कोतवाली और जवाहरनगर पुलिस टीम ने जयपुर की एसओजी की मदद से 12 साल से फरार चल रहे आरोपी को फिल्मी स्टाइल में पिछा कर पकड़ा। आरोपी को गिरफ्तार कर श्रीगंगानगर स्थित अदालत में पेश किया गया। उसे जेल भेजने के आदेश हुए। कोतवाली थाना से कांस्टेबल कंवरपालसिंह और जवाहरनगर थाना से सतवीरसिंह की टीम को 12 सालों से फरार चल रहे आरोपी 44 एलएलडब्ल्यू निवासी 40 वर्षीय श्योपतराम पुत्र दुलीचंद जाट को गिरफ्तार करने की जिम्मेदारी दी गई। आरोपी जी ब्लॉक में साइबर कैफे चलाता था। उस दौरान लाखों रुपए की धोखाधड़ी के मामले दर्ज हुए। आरोपी इसके बाद से फरार था। उसके परिवार के सदस्यों के मोबाइल से किए गए कॉल से पता चला कि आरोपी जयपुर स्थित वैशालीनगर इलाके में रहता है। उसको गिरफ्तार करने के लिए टीम जयपुर वैशालीनगर थाने पहुंची तब आरोपी को इस बात का पता चल गया। वह अपनी कार पर फरार हो गया। पुलिस की एंटी टेरेरिस्ट स्कॉड (एटीएस) टीम के साथ गंगानगर पुलिस ने उसका पीछा किया। आरोपी को आेवरटेक कर रुकने का इशारा किया। उसकी कार के आगे पुलिस ने अपनी गाड़ी लगा दी तब आरोपी को सरेंडर करना पड़ा।
जयपुर में चलाता है कोचिंग इस्टीटयूट
आरोपी यहां से फरार होने के बाद जयपुर के वैशालीनगर इलाके में आर्यभट कोचिंग इस्टीटयूट के नाम से आईएएस और आईपीएस की कोचिंग कलासें लगाने लगा। वह जयपुर में सेवानिवृत कर्नल की कोठी में पांच हजार रुपए मासिक के किराए पर रह रहा था।
श्रीगंगानगर. कोतवाली और जवाहरनगर पुलिस टीम ने जयपुर की एसओजी की मदद से 12 साल से फरार चल रहे आरोपी को फिल्मी स्टाइल में पिछा कर पकड़ा। आरोपी को गिरफ्तार कर श्रीगंगानगर स्थित अदालत में पेश किया गया। उसे जेल भेजने के आदेश हुए। कोतवाली थाना से कांस्टेबल कंवरपालसिंह और जवाहरनगर थाना से सतवीरसिंह की टीम को 12 सालों से फरार चल रहे आरोपी 44 एलएलडब्ल्यू निवासी 40 वर्षीय श्योपतराम पुत्र दुलीचंद जाट को गिरफ्तार करने की जिम्मेदारी दी गई। आरोपी जी ब्लॉक में साइबर कैफे चलाता था। उस दौरान लाखों रुपए की धोखाधड़ी के मामले दर्ज हुए। आरोपी इसके बाद से फरार था। उसके परिवार के सदस्यों के मोबाइल से किए गए कॉल से पता चला कि आरोपी जयपुर स्थित वैशालीनगर इलाके में रहता है। उसको गिरफ्तार करने के लिए टीम जयपुर वैशालीनगर थाने पहुंची तब आरोपी को इस बात का पता चल गया। वह अपनी कार पर फरार हो गया। पुलिस की एंटी टेरेरिस्ट स्कॉड (एटीएस) टीम के साथ गंगानगर पुलिस ने उसका पीछा किया। आरोपी को आेवरटेक कर रुकने का इशारा किया। उसकी कार के आगे पुलिस ने अपनी गाड़ी लगा दी तब आरोपी को सरेंडर करना पड़ा।
जयपुर में चलाता है कोचिंग इस्टीटयूट
आरोपी यहां से फरार होने के बाद जयपुर के वैशालीनगर इलाके में आर्यभट कोचिंग इस्टीटयूट के नाम से आईएएस और आईपीएस की कोचिंग कलासें लगाने लगा। वह जयपुर में सेवानिवृत कर्नल की कोठी में पांच हजार रुपए मासिक के किराए पर रह रहा था।
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