जैसलमेर अब बिना रजिस्ट्रेशन केमल सफारी नहीं करा सकेंगे ऊंटपालक
सम के धोरों पर सुरक्षा व सुविधा के बेहतर इंतजाम को लेकर कलक्टर विश्व मोहन शर्मा ने सेंड ड्यून्स विकास समिति की बैठक में दिए निर्देश
जैसलमेर, 08 जुलाई। दुनिया भर के सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करने वाले खूबसूरत सम के धोरों में सुरक्षा व सुविधा के लिहाज व्यवस्थाओं को अधिक बेहतर बनाने के लिए जिला कलक्टर विश्व मोहन शर्मा ने मंगलवार को कलक्ट्रेट सभागार में सम सेंड ड्यून्स विकास समिति की बैठक में विस्तार से विचार-विमर्श करते हुए आवश्यक निर्देश दिए।
जिला पुलिस अधीक्षक राजीव पचार, एसडीएम जयसिंह सहित विभिन्न अधिकारियों की मौजूदगी में हुई इस बैठक में समिति सदस्यों से व्यापक विचार विमर्श करते हुए कलक्टर शर्मा ने कहा कि सम की व्यवस्थाओं के लिहाज से चैक प्वाइंट व केवल प्वाइंट एक ही जगह रखे जाएं और केमल सफारी के लिए दरें तय करते हुए ऊंटपालकों की सूची तैयार की जाए व उन्हें रजिस्टर्ड कर पास जारी किए जाएं। पुलिस अधीक्षक राजीव पचार के सुझाव पर सहमति देते हुए उन्होंने कहा कि सम के धोरों पर इस तरह से तारबंदी की जाए कि कोई व्यक्ति अनाधिकृत ढंग से वहां नहीं घुस पाए। वहां एंट्री के लिए दस-पंद्रह द्वार बना दिए जाएं जो कि सीजन और जरूरत के मुताबिक खोले जा सकें। इस दरवाजों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जा सकते हैं, जिनसे किसी भी प्रकार की गलत गतिविधि पर माॅनीटरिंग की जा सके।
कलक्टर ने कहा कि फेंसिंग का काम तत्काल शुरू किया जाए ताकि इसी सीजन में उसका लाभ मिल सके। उन्होंने तहसीलदार व एसएचओ को जिम्मेदारी देते हुए कहा कि वे ऊंटपालकों की सूची बना लें तथा उनके रजिस्ट्रेशन की कार्यवाही करें। सीजन में यदि कोई ऊंटपालक प्रदेश के दूसरे हिस्से से भी आता है तो उसका भी रजिस्ट्रेशन किया जाए। इससे पर्यटकों से अधिक पैसा वसूलने सहित अन्य किसी प्रकार की गड़बड़ी करने पर ऊंटपालक की पहचान हो सकेगी। बिना रजिस्ट्रेशन के ऊंटपालक को एंट्री नहीं दी जाए। उन्होंने केमल सफारी की दरें तय करने के लिए तहसीलदार, सरपंच व एसएचओ की कमेटी बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हमारे प्रयास इस तरह के होने चाहिए कि सम आने वाले पर्यटकों की संख्या बढे, पर्यटकों के लिए सुविधाएं बेहतर हों, समिति की आय बढे और स्थानीय लोगों को रोजगार के अधिक अवसर मिलें। यदि समिति की आय बढेगी तो सुविधा, सफाई व सुरक्षा पर अधिक खर्च किया जा सकेगा। कलक्टर ने एसडीएम को क्षेत्र में तत्काल कार्यवाही कर अतिक्रमण हटाने के निर्देश भी दिए। स्वच्छता के मसले पर चर्चा करते हुए जिला कलक्टर शर्मा ने कहा कि यहां नियमित तौर पर साफ-सफाई होनी चाहिए ताकि पर्यटकों को बेहतर माहौल मिले और वे यहां से एक अच्छी छवि लेकर जाएं। इसके लिए जरूरी है कि इन धोरों में अवांछित सामग्री नहीं ले जाई जाए। उन्होंने कहा कि तारबंदी होने के बाद निश्चित तौर पर स्वच्छता बढेगी।
जिला पुलिस अधीक्षक राजीव पचार ने एसएचओ व रिसोर्ट यूनियन प्रतिनिधि से कहा कि प्रत्येक रिसोर्ट पंजीकृत होना चाहिए तथा उसके कर्मचारियों व अतिथियों का वेरीफिकेशन होना चाहिए। बिना समुचित आईडी के किसी अतिथि को नहीं ठहराएं तथा उसका समुचित रजिस्टर भी मेंटेन करें। सीजन में लगने वाले टैंट में भी बिना आईकार्ड किसी को नीं ठहराया जाए तथा विदेश पर्यटकों से निर्धारित ‘सी’ फाॅर्म लिया जाए। उन्होंने कहा कि पर्यटन सीजन के दौरान यहां पुलिस चैकी स्थापित की जाती है तथा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाते हैं, फिर भी अधिक बेहतर व्यवस्थाओं के लिए जरूरी है कि समिति के साथ-साथ स्थानीय निवासियों व रिसोर्ट संचालकों का सहयोग मिले। बैठक में एसडीएम जयसिंह, तहसीलदार पीतांबर दास राठी, डीएफओ अनूप कुमार, सरपंच चतुर्भुज, जैसलमेर विकास समिति के चंद्रप्रकाश व्यास, भगवान सिंह आदि ने भी अपने महत्ती सुझाव दिए।
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