भारतीय योग से खिले पाकिस्तानियों के चेहरे
श्रीगंगानगर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 27 पाक नागरिकों के जीवन में खुशियां लेकर आया है। वे पिछले पांच साल से गुजरात की जेलों में बंद थे। इनको अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर बाघा बॉर्डर से वतन भेजा जाएगा। सूत्रों के अनुसार ये पाक नागरिक गुजरात के अहमदाबाद स्थित केंद्रीय जेल में पिछले पांच साल से बंद थे। इनको अलग-अलग जगह से भारतीय सीमा में अवैध तरीके से घुसने पर गिरफ्तार किया गया था। गुजरात की अहमदाबाद पुलिस इन पाकिस्तानी नागरिकों को शनिवार को श्रीगंगानगर पुलिस लाइन लेकर पहुंची। श्रीगंगानगर पुलिस ने इन पाक नागरिकों को पुलिस लाइन में ही रोका है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इनको 21 जून सुबह साढ़े नौ बजे अमृतसर जिले के बाघा अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर पाकिस्तानी रेंजर्स को सुपुर्द किया ।
वतन लौटने की खुशी
सालों से भारतीय जेलों में बंद इन पाक नागरिकों को वतन वापसी की खबर से अपार खुशी देखने को मिली। पुलिस लाइन में इन्होंने भारत सरकार के इस निर्णय का स्वागत करते हुए आभार जताया। पाक नागरिकों ने पुलिस जवानों को बताया कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अच्छे इनसान हैं। जिन्होंने रास्ता भटककर भारत पहुंचे हम सभी 27 लोगों को घर भेजने का फैसला किया। पाक नागरिकों ने बताया कि पांच साल के बाद वे अपने परिवार से
मिल सकेंगे।
अलसुबह बाघा बॉर्डर के लिए होंगे रवाना
पुलिस के अनुसार अहमदाबाद जेल से रवाना होने के बाद बाघा बॉर्डर तक की लंबी दूरी होने के कारण इनको करीब 800 किलोमीटर दूरी तय करने के बाद श्रीगंगानगर पुलिस लाइन में रोका गया है। इनको लेकर रविवार अलसुबह गुजरात पुलिस श्रीगंगानगर पुलिस लाइन से बाघा बॉर्डर के लिए रवाना होगी। जहां से उन्हें पाक रेंजर्स के सुपुर्द किया जाएगा।
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