जयपुर| कमेटी की रिपोर्ट का इन्तजार, डॉक्टरों की लापरवाही से गई मासूम की आँखों की रोशनी
जयपुर| राजस्थान के बड़े अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही के चलते एक 9 साल की मासूम की आँखों की रोशनी चली गयी| डॉक्टरों की लापरवाही सामने आने के बाद शहर में लोग भी लामबंद हो गए| वहीं जेके लोन प्रशासन की बनाई कमेटी की रिपोर्ट का इन्तजार है| जांच के बाद ही बच्ची को न्याय मिलेगा|
गौरतलब है कि भरतपुर के नगला हिरदास की 9 साल की रोशनी को बुखार आने पर... 21 अप्रेल को जे.के. लोन अस्पताल में डॉ सीतारमण की यूनिट में भर्ती किया गया था| दूसरे दिन रात में बच्ची को बुखार 105 डिग्री हुआ तो यूनिट में डॉ अनुज गुप्ता ने... ड्रिप लगा दी.. लेकिन बुखार नहीं उतारा|
सुबह जब बच्ची ने परिजनों को बताया कि उसे कुछ नहीं दिख रहा तो परिजन फिर से डॉक्टर के पास गए, लेकिन डॉक्टरों ने फिर से ये कह दिया की बुखार में ऐसा हो जाता है रोशनी आ जायेगी....लेकिन एक महीने से ज्यादा वक्त भर्ती रहने के बाद भी रोशनी की आँखों की रोशनी नही आई और डॉक्टरों ने बच्ची को डिस्चार्ज कर दिया|
जयपुर| राजस्थान के बड़े अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही के चलते एक 9 साल की मासूम की आँखों की रोशनी चली गयी| डॉक्टरों की लापरवाही सामने आने के बाद शहर में लोग भी लामबंद हो गए| वहीं जेके लोन प्रशासन की बनाई कमेटी की रिपोर्ट का इन्तजार है| जांच के बाद ही बच्ची को न्याय मिलेगा|
गौरतलब है कि भरतपुर के नगला हिरदास की 9 साल की रोशनी को बुखार आने पर... 21 अप्रेल को जे.के. लोन अस्पताल में डॉ सीतारमण की यूनिट में भर्ती किया गया था| दूसरे दिन रात में बच्ची को बुखार 105 डिग्री हुआ तो यूनिट में डॉ अनुज गुप्ता ने... ड्रिप लगा दी.. लेकिन बुखार नहीं उतारा|
सुबह जब बच्ची ने परिजनों को बताया कि उसे कुछ नहीं दिख रहा तो परिजन फिर से डॉक्टर के पास गए, लेकिन डॉक्टरों ने फिर से ये कह दिया की बुखार में ऐसा हो जाता है रोशनी आ जायेगी....लेकिन एक महीने से ज्यादा वक्त भर्ती रहने के बाद भी रोशनी की आँखों की रोशनी नही आई और डॉक्टरों ने बच्ची को डिस्चार्ज कर दिया|
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