25 दिन में तैयार होंगे उप स्वास्थ्य केन्द्र
बाड़मेर। जिले में प्रीफेब तकनीक से 88 उप स्वास्थ्य केन्द्रों का निर्माण होगा। इन स्वास्थ्य केन्द्रों में एक छोटे चिकित्सालय जैसी आधुनिक सुविधाएं ग्रामीणों को मिलेगी। साथ ही महिला स्वास्थ्य कर्मी के ठहराव के लिए उसके रहने के भी इंतजाम किए जाएंगे। चिह्नित गांवों में उप केन्द्र की जमीन के हस्तान्तरण के बाद सबसे पहले आरसीसी का फाउंडेशन तैयार किया जाएगा। उस पर उच्च गुणवत्ता की फायबर शीट से भवन निर्माण होगा।
इसमें परामर्श कक्ष के अलावा प्रसूति, पोस्ट ऑपरेटिव कक्ष व शौचालय बनेगा, जबकि दूसरे हिस्से में 2 कमरे, 2 रसोई व शौचालय का निर्माण आधुनिक तरीके से किया जाएगा। यदि सब कुछ ठीक रहा था तो यह उप स्वास्थ्य केन्द्र महज 20 से 25 दिन में बनकर तैयार हो जाएंगे। इनमें पानी व विद्युत की भी आधुनिक सुविधा प्रदान की जाएगी। जिन स्थानों पर विद्युत की सुविधा नहीं है वहां सोलर पैनल से ये स्वास्थ्य केन्द्र रोशन होंगे।
यहां होगा स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण
जिले के भागोणियों की ढाणी, भाखरसर, बागनवास, बोरावास, बोटाला पुरोहितान, चम्पाबेरी, छोगापुरा, डउकियों की ढाणी, धतरवालों की ढाणी, हनुवन्तसर, कपूरड़ी, खिंफली खेड़ा, नेवाई, रेवाड़ा नयापुरा, सूरजबेरा, वाडियों की ढाणी, आईनाथ का तला, अली का तला, दोलानियों की ढाणी, हरियाला मगरा, मुसलमानों की ढाणी, पांचानियो की ढाणी, पिंडियों का तला, पीथलपुर, पूनड़ों की बस्ती, रामदेवपुरा, सांवले का तला, विरदसर, विरानियों की ढाणी, बेनीवालों की ढाणी, आदर्श ढूंढ़ा, अलियोनियों की ढाणी, भानोनी कुम्हारों का बास, फतेहनगर, फूलासर, गंगावाड़ा, जोगासर, रामदान का तला, सरकापार, सऊओं की ढाणी, थाकनों की ढाणी, भाखरपुरा, रामपुरा, डीडावा, ईकल नवातला, फकीरों का निवाना, फिटकरिया, जालीला, जम्भेश्वर नगर, मूलानी, प्रेमनगर, सुहागी, बजरंग नगर, भियें की बेरी, देवनगर
, पिंगलपुरा, आन्तरा, बनयाली, हाफिया, हुकमसिंह की ढाणी, केलनाली, कमाल खान की बस्ती, खड़ीन बड़ी, मणिहारी, मठाराणी, मीरसानी रूपाकर, पीपराली, रतनुओ की ढाणी, सगोरालिया, सोलंकिया, दरगुड़ा, धोलपालिया नाडा, दूदासर, खानिया, नाथानियों का बास, राईकों की ढाणी, रावतसर दक्षिण, सोहनलाल का बेरा आडेल, तालबानियों की ढाणी, तुलछ नगर, विष्णु भगवान का मन्दिर, भूटी, खेड़ा खींडावड़ा में इनका निर्माण किया जाएगा।
आधुनिक सुविधाएं होगी
यदि जमीन का हस्तान्तरण समय पर हो जाता है तो 20 से 30 दिन में इन्हें तैयार किया जा सकता है। इन उप स्वास्थ्य केन्द्रो का निर्माण उच्च गुणवता के साथ होगा, जिसमें सभी आधुनिक सुविधाएं होगी। इन्द्रलाल माथुर, सहायक अभियन्ता
सुविधाओं के साथ इलाज
प्रीफेब तकनीक से निर्मित उप स्वास्थ्य केन्द्रो से ग्रामीण जनता को अधिक सुविधाओं के साथ इलाज मुहैया करवाया जाएगा। इनके निर्माण में भी कम समय लगेगा। डॉ. सुनिल कुमारसिंह बिष्ट, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
इधर, स्कूलों में बनेंगे शौचालय
बिना भवन के संचालित हो रहे सरकारी विद्यालयों में अब पोर्टेबल शौचालय का निर्माण होगा। 30 जून तक हर विद्यालय में शौचालय अनिवार्य होगा, अन्यथा संस्था प्रधान के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जिले में 103 भवनविहीन विद्यालयों में ऎसे पोर्टेबल शौचालय बनेंगे।
होगी कार्रवाई
शौचालय का निर्माण हर हाल में करवाना होगा। ऎसा नहीं होने पर संबंधित संस्था प्रधान के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पोर्टेबल केबिन के ऊपर शॉकपिट लगा कर इनका निर्माण करवाया जाएगा। इसका निर्माण 25 जून तक होगा। पेयजल के लिए सौ लीटर की पानी की टंकी दी जाएगी। साथ ही जिन विद्यालय में शौचालय निर्माण अधूरा है, उन्हें 30 जून तक निर्माण कार्य पूरा करना होगा।
यहां बनेंगे पोर्टेबल शौचालय
ब्लॉक शौचालय
शिव 9
बायतु 3
बालोतरा 13
सिणधरी 21
बाड़मेर 18
धोरीमन्ना 32
चौहटन 7
-
बाड़मेर। जिले में प्रीफेब तकनीक से 88 उप स्वास्थ्य केन्द्रों का निर्माण होगा। इन स्वास्थ्य केन्द्रों में एक छोटे चिकित्सालय जैसी आधुनिक सुविधाएं ग्रामीणों को मिलेगी। साथ ही महिला स्वास्थ्य कर्मी के ठहराव के लिए उसके रहने के भी इंतजाम किए जाएंगे। चिह्नित गांवों में उप केन्द्र की जमीन के हस्तान्तरण के बाद सबसे पहले आरसीसी का फाउंडेशन तैयार किया जाएगा। उस पर उच्च गुणवत्ता की फायबर शीट से भवन निर्माण होगा।
इसमें परामर्श कक्ष के अलावा प्रसूति, पोस्ट ऑपरेटिव कक्ष व शौचालय बनेगा, जबकि दूसरे हिस्से में 2 कमरे, 2 रसोई व शौचालय का निर्माण आधुनिक तरीके से किया जाएगा। यदि सब कुछ ठीक रहा था तो यह उप स्वास्थ्य केन्द्र महज 20 से 25 दिन में बनकर तैयार हो जाएंगे। इनमें पानी व विद्युत की भी आधुनिक सुविधा प्रदान की जाएगी। जिन स्थानों पर विद्युत की सुविधा नहीं है वहां सोलर पैनल से ये स्वास्थ्य केन्द्र रोशन होंगे।
यहां होगा स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण
जिले के भागोणियों की ढाणी, भाखरसर, बागनवास, बोरावास, बोटाला पुरोहितान, चम्पाबेरी, छोगापुरा, डउकियों की ढाणी, धतरवालों की ढाणी, हनुवन्तसर, कपूरड़ी, खिंफली खेड़ा, नेवाई, रेवाड़ा नयापुरा, सूरजबेरा, वाडियों की ढाणी, आईनाथ का तला, अली का तला, दोलानियों की ढाणी, हरियाला मगरा, मुसलमानों की ढाणी, पांचानियो की ढाणी, पिंडियों का तला, पीथलपुर, पूनड़ों की बस्ती, रामदेवपुरा, सांवले का तला, विरदसर, विरानियों की ढाणी, बेनीवालों की ढाणी, आदर्श ढूंढ़ा, अलियोनियों की ढाणी, भानोनी कुम्हारों का बास, फतेहनगर, फूलासर, गंगावाड़ा, जोगासर, रामदान का तला, सरकापार, सऊओं की ढाणी, थाकनों की ढाणी, भाखरपुरा, रामपुरा, डीडावा, ईकल नवातला, फकीरों का निवाना, फिटकरिया, जालीला, जम्भेश्वर नगर, मूलानी, प्रेमनगर, सुहागी, बजरंग नगर, भियें की बेरी, देवनगर
, पिंगलपुरा, आन्तरा, बनयाली, हाफिया, हुकमसिंह की ढाणी, केलनाली, कमाल खान की बस्ती, खड़ीन बड़ी, मणिहारी, मठाराणी, मीरसानी रूपाकर, पीपराली, रतनुओ की ढाणी, सगोरालिया, सोलंकिया, दरगुड़ा, धोलपालिया नाडा, दूदासर, खानिया, नाथानियों का बास, राईकों की ढाणी, रावतसर दक्षिण, सोहनलाल का बेरा आडेल, तालबानियों की ढाणी, तुलछ नगर, विष्णु भगवान का मन्दिर, भूटी, खेड़ा खींडावड़ा में इनका निर्माण किया जाएगा।
आधुनिक सुविधाएं होगी
यदि जमीन का हस्तान्तरण समय पर हो जाता है तो 20 से 30 दिन में इन्हें तैयार किया जा सकता है। इन उप स्वास्थ्य केन्द्रो का निर्माण उच्च गुणवता के साथ होगा, जिसमें सभी आधुनिक सुविधाएं होगी। इन्द्रलाल माथुर, सहायक अभियन्ता
सुविधाओं के साथ इलाज
प्रीफेब तकनीक से निर्मित उप स्वास्थ्य केन्द्रो से ग्रामीण जनता को अधिक सुविधाओं के साथ इलाज मुहैया करवाया जाएगा। इनके निर्माण में भी कम समय लगेगा। डॉ. सुनिल कुमारसिंह बिष्ट, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
इधर, स्कूलों में बनेंगे शौचालय
बिना भवन के संचालित हो रहे सरकारी विद्यालयों में अब पोर्टेबल शौचालय का निर्माण होगा। 30 जून तक हर विद्यालय में शौचालय अनिवार्य होगा, अन्यथा संस्था प्रधान के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जिले में 103 भवनविहीन विद्यालयों में ऎसे पोर्टेबल शौचालय बनेंगे।
होगी कार्रवाई
शौचालय का निर्माण हर हाल में करवाना होगा। ऎसा नहीं होने पर संबंधित संस्था प्रधान के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पोर्टेबल केबिन के ऊपर शॉकपिट लगा कर इनका निर्माण करवाया जाएगा। इसका निर्माण 25 जून तक होगा। पेयजल के लिए सौ लीटर की पानी की टंकी दी जाएगी। साथ ही जिन विद्यालय में शौचालय निर्माण अधूरा है, उन्हें 30 जून तक निर्माण कार्य पूरा करना होगा।
यहां बनेंगे पोर्टेबल शौचालय
ब्लॉक शौचालय
शिव 9
बायतु 3
बालोतरा 13
सिणधरी 21
बाड़मेर 18
धोरीमन्ना 32
चौहटन 7
-
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें