तालीम में तेजी से अपना मुकाम बना रहे मुस्लिम समुदाय की बेटी ने सेना में कदम रखकर समाज का नाम रोशन किया है। जयपुर की शैला रईस खान सेना में लेफ्टिनेंट हैं।
फिलहाल जम्मू-कश्मीर के राजौरी में तैनात हैं। वैशाली नगर की गंगा सागर कॉलोनी में रहने वाली शैला ने एम-टेक किया है। वे एमबीए फाइनेंस भी कर चुकी हैं। इसके अलावा खेल के मैदान में भी चमक बिखेर चुकी हैं। शैला ने मैराथन और जूडो में गोल्ड मैडल जीते हैं।
बेटियों ने दी पहचान
पिता रईस खान ने बताया कि उनके दो ही बेटियां हैं। हमने कभी बेटा और बेटी में कोई फर्क नहीं समझा। आज हमें हमारी बेटी के नाम से पहचाना जाता है। यह हमारे लिए गर्व की बात है। शैला की बड़ी बहन सना मुंबई में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में कार्यरत है।
दोस्तों व पड़ोसियों से मिली प्रेरणा
शैला ने बताया कि मां शाहीदा खान भी एथलीट रही हैं। इसलिए मां ने बचपन से मेरी फिटनेस पर ध्यान दिया। कॉलेज में जाने पर दोस्तों और परिचितों ने सेना में जाने की प्रेरणा दी।
शैला कहती हैं, 'मैंने भी ठाना कि मैं आर्मी में जाऊंगी और परिजनों को यह बात बताई।' शैला कहती हैं कि परिजनों ने हर कदम पर हौसला बढ़ाया।
बाद में हसनपुरा के पैतृक निवास से उन्होंने वैशाली नगर में आर्मी एरिया में मकान शिफ्ट किया। यहां भी उन्हें आर्मी का माहौल मिला, जिसके बूते अपना सपना पूरा कर सकी।
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