जैसलमेर मल्टी बेरल रॉकेट लांचर पिनाका एमके-2 का सफल परीक्षण
जैसलमेर जिले की चांधन फील्ड फायरिंग रेंज में शनिवार सुबह मल्टी बेरल रॉकेट लांचर पिनाका एमके-2 का सफल परीक्षण किया गया। सूत्रों के मुताबिक सैन्य अधिकारियों व प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में काल्पनिक ठिकानों को ध्वस्त किया गया।
पिनाका एमके-2 ने अपनी निर्धारित क्षमता 65 किमी की दूरी पर लक्ष्य को भेदने में सफलता हासिल की, वहीं लक्ष्य के 4 किमी की परिधि के क्षेत्र को भी अपने दायरे में ले लिया। परीक्षण सफल रहने के बाद अधिकारियों ने एक-दूसरे को बधाई दी। मल्टी रॉकेट लांचर पिनाका एमके-2 डीआरडीओ द्वारा निर्मित स्वदेशी रक्षा संयंत्र है। कारगिल युद्ध में पिनाका रॉकेट लांचर का प्रयोग काफी कारगर रहा था। इससे पहले पिनाका एमके-1 की मारक क्षमता 40 किमी थी। यह उसका नवीनतम संस्करण है। इससे पहले इसका परीक्षण 21 दिसम्बर 2013 को किया गया था।
जैसलमेर जिले की चांधन फील्ड फायरिंग रेंज में शनिवार सुबह मल्टी बेरल रॉकेट लांचर पिनाका एमके-2 का सफल परीक्षण किया गया। सूत्रों के मुताबिक सैन्य अधिकारियों व प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में काल्पनिक ठिकानों को ध्वस्त किया गया।
पिनाका एमके-2 ने अपनी निर्धारित क्षमता 65 किमी की दूरी पर लक्ष्य को भेदने में सफलता हासिल की, वहीं लक्ष्य के 4 किमी की परिधि के क्षेत्र को भी अपने दायरे में ले लिया। परीक्षण सफल रहने के बाद अधिकारियों ने एक-दूसरे को बधाई दी। मल्टी रॉकेट लांचर पिनाका एमके-2 डीआरडीओ द्वारा निर्मित स्वदेशी रक्षा संयंत्र है। कारगिल युद्ध में पिनाका रॉकेट लांचर का प्रयोग काफी कारगर रहा था। इससे पहले पिनाका एमके-1 की मारक क्षमता 40 किमी थी। यह उसका नवीनतम संस्करण है। इससे पहले इसका परीक्षण 21 दिसम्बर 2013 को किया गया था।
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