केंद्रीय खाद्य मंत्रालय ने दिया राजस्थान-एमपी के किसानों को झटका
— 25 रुपए से बढ़ाकर 32 रुपए प्रति क्विंटल की कटौती
— 9 फीसदी टूटे दानों पर अब किसान के कटेंगे 32 रुपए
— राज्य सरकार ने 25 रुपए की कटौती खत्म करने की रखी थी मांग
— केंद्र ने कटौती खत्म करने की बजाय बढ़ा दी
— अब केंद्र से फिर की जाएगी मांग
जयपुर। केंद्रीय खाद्य मंत्रालय ने राजस्थान और मध्यप्रदेश के किसानों को झटका देते हुए गेहूं के दाने खराब होने पर कटौती बढ़ा दी है। सरकारी खरीद में पहले 9 फीसदी तक गेहूं के टूटे दाने होने पर प्रति क्विंटल 25 रुपए की कटौती हो रही थी, लेकिन अब खाद्य मंत्रालय ने यह कटौती बढ़ाकर 32 रुपए प्रति क्विंटल कर दी है। एफसीआई किसानों से 1450 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से गेहूं खरीद रहा है।
राजस्थान में एफसीआई, राजफैड और तिलम संघ मिलकर गेहूं खरीद रहे हैं। इस बार फसल खराबे के चलते गेहूं की चमक भी कम है और टूटे दानों की संख्सा भी ज्यादा है। पिछले दिनों जब केंद्रीय खाद्य मंत्री रामविलास पासवान जयपुर दौरे पर आए थे, तो उन्होंने फसल खराबे वाले क्षेत्रों में गेहूं खरीद के मापदंडों में छूट देने की घोषणा की थी।
पिछले सप्ताह केंद्र सरकार ने छूट के आदेश जारी किए थे, जिसके तहत टूटे दानों की सीमा 6 फीसदी से बढ़ाकर 9 फीसदी की गई और गेहूं की चमक 50 फीसदी तक कम होने पर भी खरीद की छूट दी, लेकिन 9 फीसदी टूटे दानों पर 25 रुपए प्रति क्विंटल के दर से कटौती का प्रावधान था।
राज्य सरकार ने केंद्रीय खाद्य मंत्रालय से इस कटौती को बंद करने की मांग का पत्र लिखा। केंद्र ने किसानों को राहत देने की बजाय गेहूं दरों में कटौती बढ़ा दी है। इसको लेकर राज्य सरकार फिर से केंद्र सरकार से किसानों के लिए राहत की मांग करेगी।
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