रविवार, 26 अप्रैल 2015

ओरण दिवस पर वृक्षों को बांधे रक्षासूत्र, ओरण की हुई पूजा अर्चना



ओरण दिवस पर वृक्षों को बांधे रक्षासूत्र, ओरण की हुई पूजा अर्चना

ओरण हमारी धरोहर पुस्तक का हुआ विमोचन


बाड़मेर । जिला मुख्यालय से 20 किमी. दूर स्थित राणीगांव में धर्मपुरी की ओरण में रविवार को वर्ष 2002 में हुए विषाल ओरण बचाओ आन्दोलन की स्मृति में ओरण दिवस का आयोजन हुआ ।

ओरण बचाओ आन्दोलन के संयोजक मुकेष बोहरा ने बताया कि ओरण दिवस के अवसर पर रानीगांव फांटा पर स्थित धर्मपुरी की ओरण की पूजा-अर्चना की गई एवं वृक्षों को रक्षासूत्र बांधे गये । वहीं इसी दौरान तारातरा मठ के महन्त श्री मोहनपुरी द्वारा ओरण को बचाने के लिए भूमि के चारों तरफ दी गई दूध की कार व ग्रामीणों को ओरण बचाने के लिए दिलाएं गये संकल्प याद किया गया तथा उनके बताएं मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया ।

ओरण दिवस के अवसर पर ओरण बचाओ आन्दोलन से जुडे नीम्बाराम, नारायणसिंह, बाबुलाल वादी, केवलाराम, कृष्णकुमार भील, चुतराराम बोस, रविन्द्र जैन, महेन्द्रसिंह राहुल बोहरा सहित जिले भर में कई स्थानों पर ओरण प्रेमियों ने ओरण बचाने का संकल्प लिया ।

ओरण हमारी धरोहर पुस्तक का हुआ विमोचन

जिले भर में धार्मिक व सांस्कृतिक आस्था का केन्द्र रही ओरण गोचर को जन जन तक पहुचाने को लेकर लेखक मुकेष बोहरा अमन की पुस्तक ओरण हमारी धरोहर पुस्तक का हुआ विमोचन किया गया । जिसकी प्रतियां शीघ्र ही बाजार में उपलब्ध हो जायेगी । वहीं पुस्तक में जिले भर में पसरी हमारी सांस्कृतिक धरोहर के तहसीलवार व ग्राम पंचायत वार आंकडों को शामिल किया गया जिससे ओरण की वस्तु स्थिति हमारे सामने आ सकने के साथ ही ओरण गोचर संरक्षण की भावना के प्रति आमजन व प्रषासन में जागरूकता आने की उम्मीद बढ़ेगी ।

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