बीवी की अंकतालिका लेने के लिए नेताजी चले ससुराल के स्कूल -
अलवर। सरपंच के चुनाव में आठवीं कक्षा उत्तीर्ण होने की योग्यता ने दावेदार नेताओं की नींद उड़ा दी है। खासकर महिला आरक्षित सीट के दोवदारों की।जिनके पास आठवीं कक्षा की अंकतालिका नहीं है वे नेता खुद के ससुराल (पत्नी के पीहर के स्कूल) के स्कूल पहुंचकर पत्नी की आठवीं की अंकतालिका निकलवाने के लिए रिकॉर्ड खंगालने में लगे हैं। यही नहीं कुछ इस फिराक में भी हैं कि आठवीं कक्षा की जैसे-तैसे करके किसी निजी स्कूल से अंकतालिक बन जाए। फिर तो चुनाव लड़ने लायक हो जाएंगे। अलवर ही नहीं पूरे प्रदेश में आधे से अधिक ग्राम पंचायतों में हजारों दावेदार इसी भागदौड़ में लगे हुए हैं।
प्रदेश में 4588 महिला सरपंच बनेंगीपंचायत चुनाव में प्रदेश में कुल 249 पंचायत समितियों में 9177 ग्राम पंचायत हैं। 50 प्रतिशत महिलाओं के आरक्षण के अनुसार प्रदेश में 4 हजार 588 महिला सरपंच बनेंगी। अकेले अलवर जिले की 14 पंचायत समितियों की 514 ग्राम पंचायतों में करीब 257 महिलाएं सरपंच बनेंगी। सभी ग्राम पंचायतों में सरपंच पद का आरक्षण भी तय हो चुका है।दो दिन पहले ही सरपंच पद के लिए आठवीं पास होने का अध्यादेश जारी होने के बाद माना जा रहा है कि पूरे प्रदेश में हजारों सरपंच पद के दावेदारों के गणित गड़बड़ा गए हैं। अनेक दावेदार हैं, जिनके परिवार में महिला आठवीं उत्तीर्ण नहीं हैं। ऎसे 5 से 10 प्रतिशत सामान्य, ओबीसी, एससी व एसटी की सीटों के दावेदारों पर संकट आ गया है।
प्रतिद्वंद्वी जान रहे कौन-कौन आठवीं उत्तीर्णआठवीं पास की योग्यता ने प्रतिद्वंद्वियों को भी सक्रिय कर दिया है। जिनके पास योग्यता है वे प्रतिद्वंद्वियों के बारे में जान रहे हैं। इस योग्यता के कारण सैकड़ों ग्राम पंचायतों में पुराने प्रतिद्वंद्वी मैदान से हटते नजर आ रहे हैं। इसके चलते कई नए उम्मीदवारों को मैदान में उतारना मजबूरी बन गई।
बीच में बोर्ड का संकटफर्जी आठवीं उत्तीर्ण करने वालों के लिए बीच में कुछ सालों के लिए आठवीं कक्षा में लगा बोर्ड भी दिक्कत कर रहा है। बोर्ड के कारण निजी स्कूल संचालक भी कोई जोखिम नहीं लेना चाह रहे। आठवीं में बोर्ड से पहले के समय की अंकतालिका लेकर रिकॉर्ड अपडेट कराने की चर्चाएं जरूर सुनने में आ रही हैं।
विधायक ने भी दी नसीहतदो दिन पहले शहर के जीडी कॉलेज में छात्रसंघ शपथ ग्रहण समारोह के दौरान अलवर ग्रामीण विधायक जयराम जाटव से कुछ लोग मिले।
उन्होंने कहा कि विधायक साहब आठवीं व दसवीं पास के चक्कर में तो सरपंच व प्रधान ही नहीं बण पावांगा। कहां से टीसी लावां। इस दौरान विधायक ने हिदायत देते हुए कहा कि मेरे पास भी ऎसे फोन आ रहे हैं, लेकिन फर्जी टीसी मत बनवा लेना, नहीं तो जेल जाना पड़ जाएगा।
योग्यता तय हो गईसरपंच पद के लिए आठवीं कक्षा उत्तीर्ण होना जरूरी है। चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी के पास तय योग्यता का प्रमाण होना जरूरी है। अभी इस बारे में विस्तार से जानकारी नहीं मिली है।
राजेश गोयल, उपखण्ड अधिकारी, अलवर -
प्रदेश में 4588 महिला सरपंच बनेंगीपंचायत चुनाव में प्रदेश में कुल 249 पंचायत समितियों में 9177 ग्राम पंचायत हैं। 50 प्रतिशत महिलाओं के आरक्षण के अनुसार प्रदेश में 4 हजार 588 महिला सरपंच बनेंगी। अकेले अलवर जिले की 14 पंचायत समितियों की 514 ग्राम पंचायतों में करीब 257 महिलाएं सरपंच बनेंगी। सभी ग्राम पंचायतों में सरपंच पद का आरक्षण भी तय हो चुका है।दो दिन पहले ही सरपंच पद के लिए आठवीं पास होने का अध्यादेश जारी होने के बाद माना जा रहा है कि पूरे प्रदेश में हजारों सरपंच पद के दावेदारों के गणित गड़बड़ा गए हैं। अनेक दावेदार हैं, जिनके परिवार में महिला आठवीं उत्तीर्ण नहीं हैं। ऎसे 5 से 10 प्रतिशत सामान्य, ओबीसी, एससी व एसटी की सीटों के दावेदारों पर संकट आ गया है।
प्रतिद्वंद्वी जान रहे कौन-कौन आठवीं उत्तीर्णआठवीं पास की योग्यता ने प्रतिद्वंद्वियों को भी सक्रिय कर दिया है। जिनके पास योग्यता है वे प्रतिद्वंद्वियों के बारे में जान रहे हैं। इस योग्यता के कारण सैकड़ों ग्राम पंचायतों में पुराने प्रतिद्वंद्वी मैदान से हटते नजर आ रहे हैं। इसके चलते कई नए उम्मीदवारों को मैदान में उतारना मजबूरी बन गई।
बीच में बोर्ड का संकटफर्जी आठवीं उत्तीर्ण करने वालों के लिए बीच में कुछ सालों के लिए आठवीं कक्षा में लगा बोर्ड भी दिक्कत कर रहा है। बोर्ड के कारण निजी स्कूल संचालक भी कोई जोखिम नहीं लेना चाह रहे। आठवीं में बोर्ड से पहले के समय की अंकतालिका लेकर रिकॉर्ड अपडेट कराने की चर्चाएं जरूर सुनने में आ रही हैं।
विधायक ने भी दी नसीहतदो दिन पहले शहर के जीडी कॉलेज में छात्रसंघ शपथ ग्रहण समारोह के दौरान अलवर ग्रामीण विधायक जयराम जाटव से कुछ लोग मिले।
उन्होंने कहा कि विधायक साहब आठवीं व दसवीं पास के चक्कर में तो सरपंच व प्रधान ही नहीं बण पावांगा। कहां से टीसी लावां। इस दौरान विधायक ने हिदायत देते हुए कहा कि मेरे पास भी ऎसे फोन आ रहे हैं, लेकिन फर्जी टीसी मत बनवा लेना, नहीं तो जेल जाना पड़ जाएगा।
योग्यता तय हो गईसरपंच पद के लिए आठवीं कक्षा उत्तीर्ण होना जरूरी है। चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी के पास तय योग्यता का प्रमाण होना जरूरी है। अभी इस बारे में विस्तार से जानकारी नहीं मिली है।
राजेश गोयल, उपखण्ड अधिकारी, अलवर -
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